आईसीसी ने सोमवार को एक बयान जारी कर इस बात की जानकारी दी। जिम्बाब्वे को जुलाई 2019 में आईसीसी की सदस्यता से वंचित कर दिया गया था।
इंग्लैंड के पूर्व कोच एंडी फ्लावर 12 साल बाद इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) से अलग हो गए हैं।
सिंगापुर ने बल्ले और गेंद से दमदार प्रदर्शन करते हुए जिम्बाब्वे को टी-20 सीरीज के तीसरे मैच में चार रनों से मात दे इतिहास रच दिया।
टेस्ट क्रिकेट में सबसे युवा कप्तान बनने का रिकॉर्ड अपने नाम करने के बाद अब राशिद खान टी-20 क्रिकेट में एक अजीबोगरीब शॉट की वजह से सुर्खियों में है।
जिम्बाब्वे के कप्तान हैमिल्टन मसाकाद्जा ने शुक्रवार को अफगानिस्तान के खिलाफ टी-20 मैच में तूफानी पारी खेलते हुए अपने 18 साल लंबे करियर को अलविदा कह दिया।
तेज गेंदबाज क्रिस मपोफु (30 रन पर चार विकेट) और कप्तान हैमिल्टन मसाकाद्जा (71 रन) के शानदार खेल के दम पर जिम्बाब्वे ने तीन देशों की टी20 अंतरराष्ट्रीय श्रृंखला में अफगानिस्तान को सात विकेट से हराकर टूर्नामेंट की पहली और सांत्वना जीत दर्ज की।
ऑलरांडर अफीफ हुसैन के तूफानी अर्धशतक के दम पर बांग्लादेश ने जिम्बाब्वे को 3 विकेट से हराकर टी-20 सीरीज में जीत से आगाज किया।
हसन ने श्रीलंका में वनडे सीरीज में खराब प्रदर्शन किया था, सीरीज मे बांग्लादेश को 0-3 से करारी हार झेलनी पड़ी थी। उस सीरीज में खेले गए तीन मैचों में हसन ने केवल दो विकेट लिए थे।
अफ्रीकी देश जिम्बाब्वे के पूर्व तानाशाह और 37 साल तक देश के राष्ट्रपति रहे रॉबर्ट मुगाबे का शुक्रवार सुबह निधन हो गया।
36 साल के मस्कादजा ने 18 साल के लम्बे करियर में 38 टेस्ट, 209 वन-डे और 62 टी-20 मैच खेले हैं।
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाजी कोच ग्रांट फ्लावर ने कहा है कि पाकिस्तान में अगर सबसे खराब चीज है तो वो है स्वतंत्रता की कमी और सुरक्षा।
जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड को सरकारी संस्था द्वारा फिर से बहाल कर दिया है लेकिन बाहरी हस्तक्षेप के कारण देश पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) द्वारा निलंबन जारी रहेगा।
खेल की विश्व संस्था अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने जुलाई में जिम्बाब्वे को सरकारी हस्तक्षेप के कारण निलंबित कर दिया था।
पुरूष और महिला सीनियर टीम को पिछले दो महीने का भुगतान भी नहीं किया गया है और पुरुष टीम को हाल के नीदरलैंड और आयरलैंड के दौरे की मैच फीस भी नहीं दी गयी है।
जिम्बाब्वे के ऑलराउंडर सोलोमोन मीरे ने मंगलवार को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूपों से सन्यास लेने की घोषणा कर दी है।
जिम्बाब्वे के मसले के बाद पीसीबी को अगर प्रतिबंध से बचना है तो उसे उन अनुच्छेदों को संविधान से अलग करना पड़ सकता है।
आईसीसी के बैन लगते ही जिम्बाब्वे की क्रिकेट टीम किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट में अब भाग नहीं ले सकती है।
जिम्बाब्वे के खेल एवं मनोरंजन आयोग (एसआरसी) ने जून में जिम्बाब्वे क्रिकेट बोर्ड को निलंबित कर दिया था और देश में क्रिकेट संचालन के लिये अंतरिम समिति गठित की थी।
इस फैसले के बाद जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम का भारत दौरा प्रभावित हो सकता है। तय कार्यक्रम के मुताबिक भारतीय टीम को उनके खिलाफ पांच, सात और 10 जनवरी को तीन टी20 अंतरराष्ट्रीय मुकाबले खेलने हैं।
जिम्बाब्वे क्रिकेट के निलंबन से केवल उनके देश के खिलाड़ी ही प्रभावित नहीं है बल्कि इसकी गूंज भारत में भी सुनाई दे रही है और शीर्ष आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने इस नये घटनाक्रम को ‘दुखद’ करार दिया
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