एक नया शोध बताता है कि जीका संक्रमण के कारण किसी महिला की गर्भावस्था में बाधा पड़ सकती है। इसका कोई लक्षण भले ही नजर न आता हो, लेकिन यह गर्भपात और मृत शिशु के जन्म का कारण हो सकता है। ऐसे करें खुद का बचाव।
दरअसल 2017 में सीजनल बीमारियों ने तो परेशान ही किया इसके साथ ही कई बीमारी महामारी के रुप में सभी को खूब रूलाया। गोरखपुर में हुई घटना से पूरा देश हिल गया था। जानइए कौन सी बीमारी 2017 में सबसे ज्यादा हुई...
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने दो प्रारंभिक क्लीनिक परीक्षणों में एक प्रायोगिक जीका टीका विकसित किया है, जो घातक वायरस द्वारा संक्रमण को रोकने में सुरक्षित और भरोसेमंद है।
दिग्गज इंटरनेट कंपनी Google की पैरंट कंपनी अल्फाबेट ने अमेरिकी वैज्ञानिकों के साथ मिलकर बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की आबादी कम करने की योजना तैयार की है।
सन फार्मास्युटिकल्स इंडस्ट्रीज और एनआईवी ने जीका, चिकुनगुनिया और डेंगू जैसी बीमारियों के इलाज के लिए नई दवाइयों का परीक्षण करने को हाथ मिलाया है।
महिलाओं की जांच पहले लीगेसी कम्युनिटी हेल्थ में कराई गई, जो दक्षिण-पूर्व टेक्सस क्लीनिक के नेटवर्क का हिस्सा है। लीगेसी ने घोषणा की है कि सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने महिलाओं के जीका से ग्रसित होने की पुष्टि की है।
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