केरल में जीका वायरस संक्रमण के मामले शुक्रवार को 14 हो गए जिसके बाद प्रदेश को सतर्क कर दिया गया है।
शोधकर्ताओं ने पाया है कि जन्मजात जीका सिंड्रोम (सीजेडएस) के मामलों में वृद्धि शिशुओं की माताओं के बीच खराब आहार से जुड़ी है।
World Mosquito Day 2019: मच्छरों के काटने से कई जानलेवा बीमारियां हो जाती हैं। जानें इन रोगों के बारे में और कैसे करें मच्छरों से बचाव।
Health Year Ender 2018: कई ऐसी खतरनाक महामारी आईं जिससे भारत ही नहीं पूरी दुनिया परेशान रहीं। जहां एक ओर डिप्थीरिया से पीड़ित बच्चों को सिरम न मिल पाने के कारण 20 गिनों के अंदर 17 बच्चों की मौंत हो गई थी। जानें ऐसी ही कुछ बीमारियों के बारें में जिन्होंने साल 2018 में लोगों को खूब रुलाया।
एंटीबॉडी दो तरह से उपयोगी हो सकता है, पहला तो इसमें जीका वायरस संक्रमण को पहचानने की क्षमता है और दूसरा कि यह आगे चलकर संक्रमण के इलाज के लिए भी उपयोगी हो सकता है।"
जयपुर में जीका वायरस की रोकथाम को लेकर बुलाई गई बैठक में बताया गया कि 450 विद्यालयों के करीब 15,000 छात्रों ने स्कूलों और कॉलोनियों के आस-पास स्वच्छता को सुनिश्चित करने के लिए काम करने की प्रतिबद्धता जताई है।
जयपुर में जीका विषाणु से संक्रमण के आठ नए मामले सामने आने से इस इससे संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 117 हो गयी है।
राजस्थान की राजधानी जयपुर में जीका विषाणु से संक्रमण के छह नए मामले बृहस्पतिवार को सामने आए। जयपुर में इस विषाणु से संक्रमित लोगों की कुल संख्या बढ़कर 106 हो गयी है।
राजधानी में जीका संक्रमण के अधिकतर मामले शास्त्री नगर इलाके में पाए गए है। इलाके में फोगिंग और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए लार्वा को नष्ट करने के उपाय किए जा रहे है।
अभी तक शास्त्रीनगर के 96,000 आवासीय मकानों में घर-घर जाकर सर्वेक्षण किया जा चुका है। शास्त्रीनगर और आसपास के इलाकों में मच्छरों का लार्वा पाये जाने पर उसे नष्ट किया गया।
राजधानी जयपुर में जीका का सबसे ज्यादा प्रभाव देखा जा रहा है। यहां शनिवार तक जीका के 55 मामलों की पुष्टि हो चुकी है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को लोगों से अपील की कि वे जीका वायरस को लेकर नहीं घबराएं। इसके साथ ही मंत्रालय ने आश्वासन दिया कि जीका वायरस का प्रसार नियंत्रण में है।
जयपुर के निर्धारित इलाके में सभी संदिग्ध मामलों को और इस इलाके के मच्छरों के नमूनों की जांच की जा रही है। विषाणु शोध एवं रोग पहचान प्रयोगशालाओं को अतिरिक्त जांच किट मुहैया की गई हैं।
जयपुर में जीका वायरस की पुष्टि हो गई है। अगर वायरस जयपुर में है तो दिल्ली आने में देर नहीं लगेगी। कई डॉक्टर्स का कहना है कि दिल्ली में भी जीका वायरस पहुंच चुका है। जानें इसके लक्षण और बचने के उपाय।
एक नया शोध बताता है कि जीका संक्रमण के कारण किसी महिला की गर्भावस्था में बाधा पड़ सकती है। इसका कोई लक्षण भले ही नजर न आता हो, लेकिन यह गर्भपात और मृत शिशु के जन्म का कारण हो सकता है। ऐसे करें खुद का बचाव।
दिग्गज इंटरनेट कंपनी Google की पैरंट कंपनी अल्फाबेट ने अमेरिकी वैज्ञानिकों के साथ मिलकर बीमारी फैलाने वाले मच्छरों की आबादी कम करने की योजना तैयार की है।
महिलाओं की जांच पहले लीगेसी कम्युनिटी हेल्थ में कराई गई, जो दक्षिण-पूर्व टेक्सस क्लीनिक के नेटवर्क का हिस्सा है। लीगेसी ने घोषणा की है कि सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल ने महिलाओं के जीका से ग्रसित होने की पुष्टि की है।
संपादक की पसंद