केंद्र सरकार नेताओं और मंत्रियों को सुरक्षा देती है। ये सभी वीआईपी स्तर के लोग होते हैं। केंद्र सरकार ने कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत और केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान को जेड श्रेणी की सुरक्षा दी है।
चिराग पासवान की सुरक्षा बढ़ाने का निर्णय हालिया घटनाओं के आधार पर लिया गया है। चिराग को जेड कैटेगरी की सुरक्षा प्रदान की गई है। पहले उन्हें एसएसबी के कमांडो सुरक्षा दे रहे थे अब उन्हें सीआरपीएफ सुरक्षा देगी।
भाजपा नेता तिरुपति कटला की तोयनार गांव में एक मार्च को नक्सलियों ने हत्या कर दी थी। उन पर उस समय हमला किया गया, जब वह एक विवाह समारोह में शामिल होने गए थे। कटला की हत्या के बाद 6 मार्च को जांगला पुलिस थाना क्षेत्र में संदिग्ध नक्सलियों ने एक अन्य नेता कैलाश नाग पर हमला कर उनकी हत्या कर दी थी।
विदेश मंत्री एस जयशंकर की सुरक्षा Y से बदलकर Z करने के पीछे का कारण IB की ओर से जारी किए गए थ्रेट रिपोर्ट को बताया जा रहा है।
किरण पटेल नाम के एक फर्जी व्यक्ति द्वारा खुद को प्रधानमंत्री कार्यालय का बताकर जम्मू कश्मीर की कई वीआईपी यात्राएं की गई थीं। इन यात्राओं के दौरान वह शख्स 5 स्टार होटलों में रुकता व कड़ी सुरक्षा के बीच रहता था।
नवजोत सिंह सिद्धू को पंजाब सरकार से Z सिक्योरिटी मिली हुई है लेकिन वह जेल में बंद हैं। उन्हें ये जेड सिक्योरिटी उन्हें तब वापिस मिलेगी जब वो जेल से रिहा होंगे। लेकिन अमृतसर और पटियाला में सिद्धू के घर के बाहर चार-चार पुलिसकर्मी सुरक्षा के लिए लगाए गए थे।
खुफिया विभाग ने अपनी रिपोर्ट में चिराग पासवान की जान को खतरा बताया है। सुरक्षा मिलने के बाद चिराग पासवान अब वीआईपी की कैटेगरी में आ जाएंगे। जेड श्रेणी के तहत उनकी सुरक्षा में कुल 33 सुरक्षागार्ड तैनात होंगे।
साल 2018 में शिवपाल सिंह यादव को ‘जेड श्रेणी’ की सुरक्षा प्रदान की गयी थी। पुलिस के अनुसार ‘वाई श्रेणी’ की सुरक्षा में कुल 11 सुरक्षाकर्मी शामिल होते हैं जिनमें दो पीएसओ भी होते हैं, जबकि ‘जेड श्रेणी’ की सुरक्षा में राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड के चार से पांच कमांडो सहित कुल 22 सुरक्षाकर्मी तैनात होते हैं।
Gautam Adani: देश के बड़े कारोबारी गौतम अडानी को केंद्र सरकार ने Z सिक्योरिटी देने का फैसला किया है। ये फैसला सरकार ने आईबी के इंटेलीजेंस इनपुट मिलने के बाद किया है।
Akal Takht Jathedar Giani Harpreet Singh: अकाल तख्त सिखों की सर्वोच्च संस्था है और जत्थेदार इसके प्रमुख होते हैं। अकाल तख्त जत्थेदार उन 400 से अधिक लोगों में से एक हैं जिनकी सुरक्षा पंजाब में नवगठित आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा वापस ले ली गई थी।
अकाल तख्त जत्थेदार उन 400 से अधिक लोगों में से एक थे जिनकी सुरक्षा पंजाब में नवगठित आप सरकार द्वारा वापस ले ली गई थी। हालांकि बाद में उनकी सुरक्षा बहाल कर दी गई, लेकिन जत्थेदार ने फिर से राज्य सरकार की सुरक्षा लेने से इनकार कर दिया।
राज्यसभा में एक बयान में शाह ने उत्तर प्रदेश में ओवैसी के काफिले पर हुए हमले की विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि उनके खतरे का पुन:मुल्यांकन करने के बाद और खतरे के आकलन के आधार पर ओवैसी को बुलेट प्रूफ कार के साथ ही अखिल भारतीय स्तर पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल की जेड श्रेणी की सुरक्षा प्रदान की गई है।
सूत्रों के मुताबिक केंद्र सरकार ने ओवैसी की सुरक्षा की समीक्षा की और सीआरपीएफ की Z श्रेणी की सुरक्षा देने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक ओवैसी को यह सुरक्षा तत्काल प्रभाव से मिलेगी।
NIA ने 8 सितंबर की घटना की जांच सोमवार को अपने हाथ में ली थी जिसमें बीजेपी सांसद के आवास का गेट आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गया था।
पश्चिम बंगाल में पिछले सप्ताह जेपी नड्डा के काफिले पर हमले के बाद गृह मंत्रालय ने सख्त कदम उठाया है।
प्रमुख स्टॉक एक्सचेंज BSE 17 कंपनियों के शेयर 29 मई से प्रतिबंधित कारोबार श्रेणी में रखेगा।
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