लखनऊ में पिछड़ा वर्ग मोर्चा कार्यसमिति की बैठक होने वाली है, ऐसे में सीएम योगी व केशव मौर्या दोनों को इस मीटिंग का न्योता दिया गया है। माना जा रहा कि सीएम योगी व केशव मौर्या बैठक में एक साथ नजर आ सकते हैं।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विधायकों संग बैठक की। इस दौरान अलग-अलग मुद्दों पर उन्होंने बात की। इस दौराम अधिकारियों द्वारा सुनने को लेकर उन्होंने कहा कि पक्के सबूत लेकर आएं, हम कार्रवाई करेंगे।
योगी सरकार में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या को लेकर एक फिर बवाल मचने को है। दरअसल, केशव मौर्या की एक चिट्ठी वायरल है जिसमें उन्होंने सीएम योगी के विभाग से नौकरियों में रिजर्वेशन को लेकर सवाल किया था और साथ ही रिपोर्ट भी मांगी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने कांवड़ रूट पर पड़ने वाले ढाबे, रेस्टोरेंट और खाने के होटल के आदेश पर अंतरिम रोक लगा दी है। कोर्ट ने कहा कि खाद्य विक्रेताओं के मालिकों या कर्मचारियों को नाम लिखने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।
यूपी की योगी सरकार के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। NGO एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स ने सुप्रीम कोर्ट में फैसले को चुनौती दी है।
22 जुलाई से कांवड़ यात्रा शुरू हो रही है, जो 19 अगस्त तक चलेगी.... यानी 29 दिन कांवड़िए अपने आराध्य को पूजेंगे..... उत्तर प्रदेश के अलावा उत्तराखंड, बिहार और झारखंड में तैयारियां अपने चरम पर है..... यूपी पुलिस और प्रशासन ने कांवड़ियों के लिए रूट तय कर दिया है...
यूपी की योगी सरकार के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। NGO एसोसिएशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ सिविल राइट्स ने सुप्रीम कोर्ट में फैसले को चुनौती दी है।
मौलाना मदनी ने कहा कि यह पहली बार है कि इस प्रकार का आदेश जारी करके एक विशेष समुदाय को अलग-थलग करने के साथ साथ नागरिकों के बीच भेदभाव और नफ़रत फैलाने का जानबूझकर प्रयास किया गया है।
मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा को लेकर एक आदेश जारी किया था कि कांवड़ रूट पर पड़ने वाले सभी भोजनालयों के मालिकों को अपने नाम का प्लेट लगाना होगा। अब इस मामले पर चिराग पासवान ने अपना बयान दिया है।
उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने पूरे प्रदेश में कांवड़ मार्ग पर पड़ने वाले होटल एवं ढाबा मालिकों को नेम प्लेट लगाने का आदेश दिया है जिसका कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने समर्थन किया है।
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश अनंत संभावना का प्रदेश है। उत्तर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद वर्ष 2023-24 में 25.48 लाख करोड़ रुपए रहा है, जो वर्ष 2022-23 में 22.58 लाख करोड़ रुपए था।
यूपी में दुकानों पर पहचान बताना क्यों जरूरी ? क्या पहचान बताने के नाम पर भेदभाव किया जा रहा ? क्या यूपी में मजहब बताने को लेकर राजनीति हो रही है ?
योगी आदित्यनाथ की सरकार ने उत्तर प्रदेश में भी एनसीआर की तरह एससीआर का गठन करने के संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है। इसके लिए छह जिलों की जमीनों का अधिग्रहण किया जाएगा।
मोहसिन रजा ने कहा कि आस्था की दृष्टि से किसी को कोई परेशानी नहीं हो तो किसी को अपनी पहचान छिपाने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार सुरक्षा भी दे रही है और व्यवस्था भी दे रही है
लोकसभा चुनाव 2024 में उत्तर प्रदेश में बीजेपी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था। ऐसे में हमने विधानसभा उप चुनाव को लेकर लोगों की राय जानी।
सहारनपुर के DIG अजय कुमार साहनी ने कहा कि कई बार दुकानदार दूसरे नामों से अपनी दुकान, ढाबे और होटल चलाते हैं, और बाद में जब असलियत का पता चलता है तो विवाद हो जाता है।
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा को लेकर एक विवाद चल रहा है, इसी पर मुख्तार अब्बास नकवी ने एक बयान दिया था, आज उस बयान से नकवी पीछे हट गए हैं।
यूपी में कांवड़ यात्रा के रूट्स पर पड़ने वाले दुकानदारों, होटल मालिकों और ढाबा मालिकों सभी लोगों को नेमप्लेट लगाने का आदेश दे दिया गया है। अब फल वाले हों या ढाबे वाले सभी को साफ शब्दों में अपने दुकानों के बाहर नेमप्लेट लगाना होगा।
इस योजना पर लगभग 23.38 करोड़ रुपए खर्च हो रहा है। यह पथ सरयू नदी के घाटों से होते हुए राजघाट तक, राजघाट से भगवान श्रीराम के मंदिर तक बनाया जा रहा है।
पिछले एक महीने से लगातार ये हवा बनाई जा रही थी कि अब योगी की कुर्सी जाएगी लेकिन आज बीजेपी हाई कमान ने ये संकेत दे दिए कि यूपी में योगी का कोई विकल्प नहीं है, यूपी को योगी ही चलाएंगे, उम्मीदवारों का चयन भी योगी करेंगे, उपचुनाव की रणनीति भी योगी बनाएंगे।
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