बीमारी को कंट्रोल करने के लिए रामबाण उपाय शुरु जिसका असर जल्द मरीज की सेहत पर दिखेगा. यानि ''रामदेव के रामबाण''. तो आज क्या है तरकश से ''रामबाण'' में, देखें-
बीमारी को कंट्रोल करने के लिए रामबाण उपाय शुरु...जिसका असर जल्द मरीज की सेहत पर दिखेगा...यानि ''रामदेव के रामबाण''...तो आज क्या है आपके तरकश से ''रामबाण''..
बीमारी को कंट्रोल करने के लिए रामबाण उपाय शुरु जिसका असर जल्द मरीज की सेहत पर दिखेगा. यानि ''रामदेव के रामबाण''.
''जोश से भरा..अपनी बात कहने में खरा..आगे बढ़ने से बिल्कुल ना डरा''--ऐसा है हमारे देश का युवा...'यूथ' भारत की पहचान है...बदलते भारत की तस्वीर है लेकिन यही मेहनतकश यंगस्टर, अब बीमारी का पोस्टर बन रहा है...लाख कोशिश के बाद भी रोगों की जद से मुक्त नहीं हो पा रहा है....80% यंग इंडिया का कॉमन रिजोल्यूशन भ
60 के बाद कौन-कौन सी बीमारी की चुपके से एंट्री ? गठिया,कैटरेक्ट,हार्ट प्रॉब्लम,डिमेंशिया,शुगर-BP जैसी बिमारियां किन गलत आदतों से ओल्ड एज बनी खतरे की घंटी ?
बढ़ती ठंड में अच्छी आदतों को ना छोड़ें...किचन और सिंक को साफ रखने में आलस ना करें...इतना ही नहीं, ये भी समझ लीजिए..फ्रिज में लंबे वक्त तक रखी खाने की चीजें भी बीमारी की जड़ हैं
स्पेनिश फ्लू को तो 'मदर ऑफ ऑल पेंडेमिक्स' भी कहते हैं...जिससे 5 करोड़ से ज्यादा मौत हुई...
पहाड़ों पर बर्फबारी की वजह से उत्तर भारत में शीतलहर की चेतावनी दी जा रही है...शिमला से ज़्यादा हरियाणा ठंडा हो गया है..राजस्थान के सीकर में तो पारा 1.5 डिग्री टच कर गया..
नाखुनों में ऐसे व्हाइट स्पॉट वॉर्निंग देतें हैं कि आपको zinc की ज़रूरत है..वहीं घुटनों-कोहनियों में कट-कट की आवाज़ चेतावनी देती है कि विटामिन-D का लेवल घट रहा है
सर्दी में हार्ट अटैक के मामले बढ़ते क्यों हैं..क्योंकि सर्द मौसम में..ठंड से ब्लड वेसल्स सिकुड़ जाते हैं....खून की सप्लाई धीमी होती है...ब्लड प्रेशर हाई होता है
लोग मुगालते में बहुत रहते हैं...सेहत के लिहाज से भी देखें तो तमाम तरह की गलतफहमियां पाले हैं....डायबिटीज की बात ही करें तो मीठा खाने के तमाम तरीके ढूंढ़ रखे हैं...शुगर कंट्रोल के उपाय भी ऐसे कि स्वाद मिलता रहे.
हर सुबह एक नई उम्मीद लेकर आती है...हर सवेरा आपको अपने सपने साकार करने का मौका देता है...होगा वैसा ही, जैसा आप सोचेंगे..बस एक कोशिश करने की जरूरत है...सिर्फ एक पहल से आपकी सब ख्वाहिशें पूरी होंगी...खुद को आजमाकर तो देखिए,कामयाबी जरूर मिलेगी..जी हां.. '5AM CLUB'...पूरी दुनिया में ये वो elite club है..
हमारा शरीर भी एक इमारत की तरह ही है..जिसमें हार्ट, लंग, लिवर, किडनी, और बाकी ऑर्गन्स रहते हैं..और शरीर रूपी इस इमारत का ढांचा बना है हड्डियों से..वो जितनी मज़बूत..बॉडी स्ट्रक्चर उतना परफेक्ट..जितनी अच्छी उनकी ग्रोथ..उतनी अच्छी आपकी लंबाई..लेकिन अफसोस इतनी अहमियत होने के बावजूद लोग इनकी हेल्थ का ध्या
'Brain Rot'..जी हां 'Brain Rot'...कभी पाला पड़ा है इस लफ्ज़ से ?..कभी सुना है आपने ये Word ? वैसे मैं दावे से कह सकता हूं कि आप इसे जानते हैं...अच्छा चलिए--''दिमाग का दही होना'' तो पता हैं ना !...बस ये समझ लीजिए कि--Gen-Zee ने इसका नाम बदल दिया है...और ये तो हम सब जानते हैं कि--जेनरेशन Zee'' यानि 12
बस 3 दिन..जी हां सिर्फ 3 दिन.. काउंटडाउन शुरू हो चुका है...उसके बाद मैदानी इलाकों में ठंड का प्रकोप बढ़ने वाला है.. कंपकपाने और दांतों के किटकिटाने वाली ठण्ड का वक्त आ गया है..मौसम विज्ञानी कह रहे हैं कि 3 दिन बाद पहाड़ों पर ज़ोरदार बर्फबारी और बरसात होने वाली है और फिर वहां से चलने वाली सर्द हवाओं
नॉनवेजज्यादा खाने से लोग मोटापे की गिरफ्त में आ रहे हैं...मीट में सेचुरेटेड फैट ज्यादा होता है..जिसकी वजह से कोलेस्ट्रॉल और फैट इम्बैलेंस होता है...और फिर दिल-लिवर-किडनी की परेशानी शुरु हो जाती है..
क्या आप जानते हैं कि सिर्फ 5 मिनट की ब्लड बूस्टिंग एक्सरसाइज आपको स्मॉग-एयर पॉल्यूशन के असर से नहीं..सर्दी के सितम से भी बचाएगा...अगर आप ये नहीं करते हैं तो आज से ही शुरु कर दीजिए..ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि अक्सर लोग योग-एक्सरसाइज करने से ज्यादा..ना करने के बहाने ढूंढ़ते हैं..जबकि ऐसे लोगों के
धीरे-धीरे ही सही ठंड महसूस होने लगी है..कुछ दिन में सर्द हवा भी आंखों को परेशान करेगी...स्मॉग और पॉल्यूशन तो है ही...ऊपर से बीच-बीच में ऑनलाइन क्लासेज भी शुरु हो जाते हैं
सर्दी हो या पॉल्यूशन दोनों ही दिल के दुश्मन हैं...जैसे जैसे ठंड बढ़ती है..वैसे वैसे दिल पर प्रेशर पड़ता है.क्योंकि ठंड में आर्टरीज़ के सिकुड़ने से बीपी हाई होता है और हार्ट पर दबाव बढ़ता है..
क्या आपको भी बढ़ती उम्र के साथ कमजोर हो रहे शरीर की चिंता सताने लगी है...बीतते वक्त के साथ हो रहे 'मेमोरी लॉस' को महसूस करने लगे हैं...मसलन--'कमरे में गए और भूल गए कि कौन सा काम करने गए थे' ?
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