स्वास्तिका इन्वेस्टमार्ट में इक्विटी मार्केट के प्रमुख गिरीश सोडानी ने इंडिया टीवी को बताया कि बीते तीन साल में यस बैंक की वित्तीय स्थिति में काफी सुधार हुआ है। आने वाले सालों में बैंक मुनाफा कमाना शुरू कर देगा।
अगर आपने यस बैंक में निवेश किया तो क्यों करें? शेयर बेचकर निकल जाएं या होल्ड करें? नए निवेशक क्या भाव गिरने पर खरीदारी करें? आइए जानते हैं कि विशेषज्ञ इस पर क्या राय रखते हैं।
बैंकों में आप छह महीने से लेकर दस साल के लिए आरडी खोल सकते हैं। ब्याज दरें पूरी अवधि के दौरान बदलती नहीं है।
मार्केट के जानकारों का कहना है कि 14 रुपये से 16 रुपये पर यस बैंक के शेयर में अच्छा सपोर्ट है। इसके आगे निकलने पर शेयर में तेजी आ जा सकती है।
मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि यस बैंक का स्टॉक मार्च 2023 तक रेंज बाउंड कारोबार करने की उम्मीद है क्योंकि प्रमुख निजी ऋणदाताओं बैंकों के लिए तीन साल का लॉक-इन मार्च में समाप्त हो रहा है।
शेयर बाजार के विशेषज्ञों के अनुसार, बैंक द्वारा निजी इक्विटी से फंड जुटाने और मजबूत तिमाही परिणाम के कारण निवेशकों का भरोसा फिर से बहाल हुआ है।
यस बैंक में आप रेपो रेट में हालिया बढ़ोतरी के बाद, 18 महीने और उससे अधिक की अवधि वाली एफडी पर 7.85% की ब्याज दर प्राप्त कर सकते हैं।
Yes Bank Fraud: CBI ने यस बैंक के पूर्व मुख्य कार्यकारी एवं प्रबंध निदेशकराणा कपूर के साथ-साथ अवंता समूह के प्रवर्तक गौतम थापर के खिलाफ 466.51 करोड़ रुपये की बैंक धोखाधड़ी मामले में चार्जशीट दाखिल कर दी।
Sebi ने इससे पहले अपने एक आदेश में कहा था कि Yes Bank और कुछ अधिकारियों ने ‘भोलेभाले’ ग्राहकों को AT-1 बॉन्ड बेचने के लिए ‘गोलमोल भटकाने’ वाली योजना बनाई।
Stock Market शुरुआती कारोबार में चार दिन से लगातार जारी तेजी के बाद निवेशकों की मुनाफावसूली के कारण गिरावट के साथ खुला।
Zomato-Yes Bank: मार्केट एक्सपर्ट का कहना है कि यह तो बस शुरुआत है। अभी यस बैंक के शेयर में बड़ी तेजी आएगी और शेयर 20 रुपये के पार निकल जाएगा।
Yes Bank: शुक्रवार को बैंक का स्टॉक 3 प्रतिशत चढ़कर बंद हुआ, जबकि पिछले एक सप्ताह में यह 5 प्रतिशत से अधिक बढ़ा है।
Yes Bank: वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में बैंक का शुद्ध एनपीए यानी फंसे कर्जों का अनुपात भी 5.78 प्रतिशत से घटकर 4.17 प्रतिशत पर आ गया।
Yes Bank: आने वाले समय में इस शेयर में और 30% से लेकर 40% की तेजी देखने को मिल सकती है।
DHFL Yes Bank Case: डीएचएफएल-यस बैंक मामले में इससे पहले सीबीआई कई जगह छापेमारी कर चुकी है। सीबीआई को शक था कि यस बैंक और डीएचएफएल मामले में अवैध फंड को कई रियल एस्टेट कंपनियों के जरिए पास किया गया है। इसके बाद महाराष्ट्र के कई रियल एस्टेट डेवलपर्स शक के दायरे में आए थे।
यस बैंक के प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रशांत कुमार ने कहा कि यह एक ऐसा उत्पाद जिसमें ब्याज दर में संशोधन अपने आप लागू हो जाएगा।
केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने महाराष्ट्र के नामी बिल्डर संजय छाबरिया को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी YES Bank-DHFL घोटाले में की गई है। संजय छाबरिया रेडियस ग्रुप के प्रमोटर हैं।
ईडी की ओर से दाखिल आरोप पत्र के मुताबिक, कपूर ने ईडी को बताया कि तत्कालीन पेट्रोलियम मंत्री मुरली देवड़ा ने कहा था कि अगर उसने एमएफ हुसैन की पेंटिंग को खरीदने से मना किया तो न केवल इससे गांधी परिवार से संबंधों को बनाने में बाधा उत्पन्न होगी।
छोटी सी अवधि में येस बैंक का सफलतापूर्वक बचाव सरकार, आरबीआई और पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप द्वारा उत्कृष्ट सामूहिक कार्रवाई का एक अनूठा उदाहरण है।
पुलिस ने केस दर्ज कर इस मामले की जांच की थी, जिसमें पाया गया कि नारायणी इन्वेस्टमेंट प्राइवेट लिमिटेड, नयाती हेल्थकेयर एंड रिसर्च की होल्डिंग कंपनी है और 93 परसेंट शेयर इसी के है।
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