लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों को लगातार निशाना बना रहे यमन के हूतियों को लेकर अमेरिका बिफर पड़ा है। अमेरिका ने हूतियों को हथियार उपलब्ध करा रहे ईरान को बड़ी चेतावनी दी है। बाइडेन प्रशासन का कहना है कि ईरान तत्काल यमन के हूतियों को हथियार देना बंद करे।
यमन हूतियों ने लाल सागर में शुक्रवार को जिस जहाज को निशाना बनाया था, वह रूस से भारत की ओर जा रहा था। पहले पता चला था कि हमले से कोई नुकसान नहीं पहुंचा। मगर अब तेल टैंकर के क्षतिग्रस्त होने की सूचना सामने आ रही है। हूतियों ने बैलिस्टिक मिसाइलों से लाल सागर में हमला किया था।
लाल सागर में बुधवार से हूती विद्रोहियों द्वारा कम से कम दो हमले हुए हैं। सबसे पहले अमेरिकी ध्वज वाले जहाज ‘एमवी यॉर्कटाउन’ को निशाना बनाया गया। दूसरी मिसाइल ने ‘एमएससी डार्विन’ को निशाना बनाया।
इजरायल पर ईरान के हमले ने तीसरे विश्व युद्ध का खतरा और बढ़ा दिया है। अब इसमें मध्य-पूर्व के अलावा यूरोप और एशिया के कई देशों की प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष एंट्री की आशंका है। ईरान के साथ ही सीरिया, लेबनान और इराक के ईरानी हमदर्दों ने भी इजरायल के सैन्य प्रतिष्ठानों पर हमला कर दिया है। ऐसे में इजरायल पलटवार जरूर करेगा।
अमेरिकी सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले और लाल सागर में बड़ी कार्रवाई की है। अमेरिकी फोर्सेस ने यहां ड्रोन नष्क किए हैं। अमेरिकी मध्य कमान ने ड्रोन्स को खतरा बताया था।
लाल सागर से लेकर अदन की खाड़ी तक यमन के हूतिये आतंक का पर्याय बने हुए हैं। वह इस जलमार्ग से जाने वाली सभी वाणिज्यिक जहाजों पर हमले कर रहे हैं। इस बीच एसोसिएटेड प्रेस की एक सैटेलाइट फूटेज ने सबकी नींद उड़ा दी है, जिसमें देखा गया है कि अदन की खाड़ी के पास एक हवाई पट्टी बनाई जा रही है।
यमन के हूतियों ने एक बार फिर अदन की खाड़ी में एक जहाज को निशाना बनाया है। इजरायल-हमास युद्ध के बाद से ही यमन के हूतिये गाजा में इजरायली हमले के खिलाफ लालसागर से अदन की खाड़ी की ओर जाने वाले जहाजों पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहे हैं।
हूती विद्रोहियों ने 7 अक्टूबर से शुरू हुई गाजा की जंग के साथ ही आक्रामक रुख अपना रखा है। इसी बीच हूतियों का बड़ा दावा किया है कि उनके पास हाइपरसोनिक मिसाइल भी है। इस दावे से पश्चिमी देशों के होश उड़ गए है।
अल-कायदा के खूंखार नेता खालिद अल-बतरफी की मौत हो गई है। अल कायदा ने खुद इस बात की जानकारी दी है। वहीं अमेरिका ने भी खालिद अल-बतरफी पर 50 लाख डॉलर का इनाम घोषित किया हुआ था।
हूतियों ने लाल सागर में फिर हवाई हमला किया है। इससे एक जहाज समुद्र में डूब गया है।
लाल सागर जंग का समंदर बन गया है। यहां हूती विद्रोही अंतराष्ट्रीय कारोबारी जहाजों को निशाना बना रहे हैं। ये जहाज खासतौर पर अमेरिका और उसके मित्र देशों के हैं। इन हमलों के बीच अमेरिका ने हूतियों के हथियार ठिकानों पर जोरदार हमला किया है।
अमेरिका और ब्रिटेन के लड़ाकू विमानों ने मिसाइल, लॉन्चर, रॉकेट, ड्रोन और हवाई रक्षा प्रणालियों को निशाना बनाते हुए आठ स्थानों पर हमले किए।
अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने सहयोगी देशों के साथ मिलकर यमन के हूतियों पर बड़ा हमला किया है। अमेरिकी सेना ने हूती नियंत्रित इलाकों में 36 ठिकाने तबाह कर दिए। बता दें कि हूतिये लगातार लाल सागर में वाणिज्यिक जहाजों को निशाना बना रहे हैं। यह हमला हूतियों को उसका जवाब माना जा रहा है।
अमेरिका ने लाल सागर में आतंक का पर्याय बचे हूती आतंकियों पर फिर मिसाइल हमला किया है। अमेरिकी सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों को 14 मिसाइलों ने निशाना बनाया। अमेरिकी चेतावनियों के बावजूद हूतियों ने लाल सागर में हमले करना जारी रखा था।
अमेरिका ने हूती विद्रोहियों के एक और बड़े ठिकाने को लक्षित करते हुए यमन में भीषण एयरस्ट्राइक की है। हालांकि इसमें अभी तक हुए नुकसान का अंदाजा नहीं है। अमेरिका को इस हमले के बाद हूती विद्रोहियों के पलटवार की भी आशंका है, ऐसे में लाल सागर में अमेरिकी सेना ने अपनी जहाजों को संभावित हमलों वाले इलाकों से दूर रहने को कहा है।
जो बाइडेन के निर्देश पर अमेरिकी सैन्य बलों ने यूनाइटेड किंगडम के साथ मिलकर और ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, कनाडा और नीदरलैंड के समर्थन से यमन में हूतियों के कई ठिकानों पर सफलतापूर्वक हमले किए हैं।
दुनिया के सबसे ताकतवर पासपोर्ट की लिस्ट जारी हुई है। इसमें हूतियों के यमन से ज्यादा खराब है पाकिस्तानी पासपोर्ट की हालत। वहीं दूसरी ओर यूरोपीय देशों ने कमाल किया है। भारत की धाक भी बढ़ी है।
लाल सागर में यमन के हूतियों ने एक बार फिर कई जहाजों पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए हैं। हालांकि इनमें किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है। हूतियों ने यह हमले अमेरिका और फ्रांस की चेतावनी के बावजूद किया है। हूतिये गाजा पर इजरायली हमले के खिलाफ लगातार लाल सागर में जहाजों को निशाना बना रहे हैं।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच लाल सागर में यमन के हमलों ने तीसरे विश्वयुद्ध की चिंगारी भड़का दी है। अमेरिका, फ्रांस और जापान जैसे देश अब आतंकी हमलों का जवाब देने के लिए अपने युद्धपोतों को जवाबी कार्रवाई के लिए एक्टिव कर चुके हैं। इससे लाल सागर में उथल-पुथल मच गई है। भारत हर हालात पर निगरानी रख रहा है।
इजरायल-हमास युद्ध में यमन की एंट्री और लाल सागर में उसके विद्रोहियों की हमले ने भूमध्यसागर तक खलबली मचा दी है। अमेरिका ने इजरायल के करीब भूमध्यसागर में अपने 2 दुर्लभ एयरक्रॉफ्ट कैरियरशिप को तैनाती पर बने रहने का आदेश दिया है। ताकि यमन जैसे हमलावरों को कड़ा जवाब देने के साथ इजरायल की रक्षा की जा सके।
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