Jaunpur के Zafarabad Assembly Seat पर 2017 के चुनाव में 25 साल बाद BJP को सफलता मिली. इसके पहले 1991 में BJP के Umanath ने जीत दर्ज करके विधानसभा में अपनी जगह बनाई थी. 1993 में SP, BSP गठबंधन से उम्मीदवार Shriram Yadav ने परचम लहराया. 1996, 2002, 2007 में लगातार BSP के Jagdish Narayan ने अपना कब्जा बनाए रखा था. 2012 में इस सीट को सपा के Sachindra Nath Tripathi ने BSP से हासिल की थी. 2017 के Assembly Election में यह सीट BJP की झोली में चली गई. इस चुनावी महासमर में यहां कांटे की टक्कर है. आखिरी चरण में 7 मार्च को यहां चुनाव है. इस कांटे की टक्कर में जनता किसका साथ निभाने वाली है जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जफराबाद विधानसभा विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए
Kaushambi के Sirathu Tehsil स्थित ‘कड़ा धाम शीतला माता’ का मंदिर प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है. 51 शक्तिपीठों में से एक मां शीतलाधाम में हर साल आषाढ़, सावन के महीने में सप्तमी-अष्टमी के दिन विशेष मेला लगता है. इस दौरान मां के दर्शन के लिए लोग देश के कोने-कोने से यहां आते हैं. मां शीतला देवी को पुत्र देने वाली देवी भी कहा जाता है. चुनावी माहौल में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ‘कड़ा धाम शीतला माता’ मंदिर पहुंची थी. बातचीत के दौरान शीतला धाम में मौजूद भक्तों ने केशव मौर्य के नारे लगाए और कहा कि- ‘ जो राम को लाए हैं सिराथू के लोग उनको लाएंगे.’
Kaushambi District की Sirathu Assembly Seat राज्य की सबसे चर्चित सीटों में से एक है. इस सीट की चर्चा इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि यहां से BJP ने UP के उप-मुख्यमंत्री Keshav Prasad Maurya को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, दूसरी तरफ SP-Apna Dal गठबंधन की ओर से Pallavi Patel को टिकट दिया गया है. केशव प्रसाद मौर्य के सामने सपा गठबंधन प्रत्याशी की राह आसान नहीं होगी. BJP संगठन की मोर्चेबंदी को तोड़ पाना उनके लिए बड़ी चुनौती है. पल्लवी पटेल बेरोजगारी के मुद्दे को उठा रही हैं. वह खुद को कौशांबी की बहू कहकर लोगों के दिल में पैठ बनाने की कोशिश में जुटी हैं. अब जनता क्या सोचती है? जनता को बहू चाहिए या बेटा? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम सिराथू विधानसभा पहुंची थी. चर्चा के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
आपने अंगुलिमाल डाकू का नाम तो सुना ही होगा. जी हां, वही डाकू जो अपने घर-परिवार के पालन-पोषण के लिए जंगलों के बीच गुफ़ा में छुपा रहता था और मौका मिलते ही राह चलते लोगों को लूट लेता था. यही नहीं लूटपाट के बाद ऊंगलियां काटकर माला भी पहन लेता था. इसी क्रम में एक दिन उसकी मुलाकात भगवान बुद्ध से हो गई. और भगवान बुद्ध ने अंगुलिमाल डाकू को नास्तिक से आस्तिक बना दिया. जिस जगह यह चमत्कार हुआ उस जगह को Shrawasti के नाम से जाना जाता है. यह स्थान भगवान बुद्ध को काफी पसंद था. यह वही इलाका है जहां गौतम बुद्ध अपने जीवन काल का सबसे ज्यादा समय बिताए थे. बौद्धस्थली श्रावस्ती में हर वक्त भक्तों की भीड़ लगी रहती है. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम श्रावस्ती उस जगह पहुंची थी, जहां 2600 साल पुराना ‘बोधिवृक्ष’ मौजूद है. क्यों खास है श्रावस्ती? जानने के लिए देखिए हमारी रिपोर्ट.
Jakhanian Assembly Seat Ghazipur District के अंतर्गत आती है. यहां 1967 से 2017 तक BJP का खाता नहीं खुला. 2017 में SBSP पार्टी के Triveni Ram विधायक बने थे. 2017 में BJP और सुभासपा के बीच गठबंधन था. यहां SP-BSP की जीत हार होती रही है. इस क्षेत्र में दलित वोटरों की संख्या सबसे अधिक है. दूसरे नंबर पर यावद वोटर हैं. राजभर और चौहान वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं. जखनियाँ विधानसभा की गिनती पिछड़े इलाके में होती है. 2022 में विधायक चुनने के लिए लिए यहां 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. इस बार यहां की जनता किसके सिर जीत का ताज सजाने वाली है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जखनियाँ विधानसभा पहुंची थी. बातचीत के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Mirzapur की Marihan Assembly में 2017 में BJP का परचम लहराया था. 2017 में जीत अपने नाम कर चुके Ramashankar Patel को BJP ने इस बार भी चुनाव मैदान में उतारा है. 2012 में इस सीट पर Congress का कब्जा था. यहां करीब साढ़े तीन लाख है वोटरों की संख्या. पटेल वोटरों की संख्या यहां सबसे अधिक है. आदिवासी करीब 40 हज़ार. 30 हज़ार के करीब दलित मतदाता है. बाकी अन्य वोटर हैं. 10 मार्च को यहां की जनता किस पार्टी की झोली में जीत डालने का मूड बना रही है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मिर्जापुर की मड़िहान विधानसभा पहुंची थी. यहां की जनता के मन में क्या चल रहा है? आप भी सुनिए
Ghazipur District के Jangipur Assembly में आखिरी चरण में 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. 2017 में कमल की लहर में भी यहां साइकिल ही दौड़ी थी. यह सीट 2012 में अस्तित्व में आई थी. तब से लेकर 2017 तक यहां SP का कब्जा रहा है. कृषि प्रधान इस विधानसभा में करीब सवा तीन लाख वोटरों की संख्या है. 2022 का चुनाव परिणाम क्या होगा? जंगीपुर की जनता के मुद्दे क्या हैं? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जंगीपुर पहुंची थी. यहां की जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Bahraich की Balha Assembly Seat पर BJP का दबदबा है. भाजपा लगातार तीन चुनाव से यहां कमल खिलाने में सफल रही है. 2017 में भाजपा के अक्षयवर Lal Gaur इस सीट से विधायक बने. 2019 में पार्टी ने उन्हें लोकसभा प्रत्याशी बनाया और वह सांसद बन गए. उपचुनाव में फिर से ये सीट भाजपा की झोली में जा गिरी. इस बार भाजपा की Saroj Sonkar चुनाव जीतकर विधायक बनी. इस बार बलहा सीट पर 27 मार्च को वोटिंग होगी. चुनाव से पहले इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम बलहा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. और यह जानने की कोशिश कि आखिर क्यों कोई अन्य दल इस सीट पर भाजपा को पराजित नहीं कर पाता. आप भी सुनिए कि इलाके की जनता ने प्रदेश सरकार और विधायक को लेकर क्या कुछ कहा.
जंग-ए-आजादी के सुनहरें पन्नों में दर्ज Madhuban Assembly Constituency. 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के क्रांतिकारियों ने मधुबन में तिरंगा लहराकर अपनी आजादी का एलान किया था. तब से लेकर अबतक कई राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं. 2017 में ही Dara Singh Chauhan ने BJP की टिकट पर मधुबन सीट से चुनाव लड़ा और विजयी हुए. लेकिन इस बार ठीक चुनाव से पहले वे SP में शामिल हो गए. सपा ने इस बार उन्हें यहां की बजाय Ghosi से टिकट देकर चुनाव में उतारा है. वहीं भाजपा ने इस बार Ram Vilas Chauhan को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. इस बार मधुबन विधानसभा क्षेत्र में किस ओर बह रही है चुनावी बयार इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मधुबन विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां स्थानीय जनता ने आगमी चुनाव और विधायक को लेकर जो कुछ कहा आप भी सुनिए.
अयोध्या में जहां एक तरफ भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य जोरशोर से चालू है. वहीं अयोध्या में सौंर्दयकरण के लिए यहां सड़कों और गलियों का चौड़ीकरण कराया जा रहा है. जिसके कारण यहां मौजूद करीब 700 दुकानों को नुकसान पहुंचा है. जिससे यहां के स्थानीय दुकानदार काफी नाराज चल रहे हैं. स्थानीय दुकानदारों के मुताबिक वे सभी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कराए जाने से बेहद प्रसन्न हैं. लेकिन साथ में उनका कहना है कि सरकार को उनके बारे में भी सोचने की आवश्यकता है. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने अयोध्या पहुंचकर यहां के स्थानीय दुकानदारों से उनकी परेशानियों का सबब जानने की कोशिश की. आप भी सुनिए कि अयोध्या के दुकानदार यहां सड़कों के चौड़ीकरण किए जाने से कितने परेशान हैं.
Uttar Pradesh की आखिरी विधानसभा दुद्धी सीट पर सियासी हलचल जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. यहां के मतदाताओं ने आगामी चुनाव और मौजूदा सरकार के कामकाज को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए. बता दें कि 2017 में BJP गठबंधन Apna Dal (S) ने यहां जीत दर्ज की थी. चुनाव में अपना दल के Hariram ने इस सीट पर BSP के कद्दावर नेता Vijay Singh Gaur को पराजित किया था. इस बार चुनाव में यहां किस दल का नेता विजयी होगा इसका फैसला तो 10 मार्च को चुनाव परिणाम घोषित होने पर ही चल पाएगा.
Obra Assembly Seat Sonbhadra District के अंतर्गत आती है. 2017 में इस सीट पर BJP के Sanjeev Kumar ने SP के Ravi Gaur को 44 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हरा दिया था. ओबरा एक आदिवासी बाहुल्य सीट है. जहां करीब 75 हजार अनुसूचित जनजाति के मतदाता हैं. इस बार ओबरा विधानसभा सीट पर 7 मार्च को वोटिंग होगी. बीते पांच सालों में ओबरा विधानसभा क्षेत्र में कितना विकास हुआ इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ओबरा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां इलाके की जनता ने क्षेत्र में हुए सड़क,पानी जैसे बुनियादी सुविधाओं को लेकर कैमरे पर जो कुछ कहा आप भी सुनें.
Ghazipur District का Mohammadabad Assembly Constituency Uttar Pradesh की एक अहम सीट है. 2017 में BJP ने इस सीट पर कब्जा किया था. बीजेपी की Alka Rai ने BSP के Sibgatullah Ansari को 32 हजार से अधिक वोटों के अंतर से मात देकर जीत हासिल की थी. भाजपा ने इस बार भी इस सीट से अलका राय को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है. भाजपा 2022 में भी इस सीट को अपने कब्जे में रखने की कोशिश करेगी. वहीं अन्य सियासी दल भाजपा को इस सीट से हराने की पूरी कोशिश करेंगे. ऐसे में मोहम्मदाबाद का वोटर क्या सोचता है. ये जानना बेहद आवश्यक हो जाता है. इसलिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मोहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां इलाके की जनता ने आगामी चुनाव को मौजूदा सरकार को लेकर क्या कुछ कहा आप भी सुने.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर प्रदेश में चुनावी पारा अपने चरम पर है. इस बार यूपी में सात चरणों में मतदान कराए जा रहे हैं. प्रदेश में चार चरणों के मतदान पूरे हो चुके हैं. प्रदेश में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग चुनाव में किसे वोट कर रहे हैं. वोटिंग के समय उनके जहन में कौन से मुद्दें रहें. इन तमाम सवालों के जवाब खोजने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम Firozabad के मुस्लिम मतदाताओं के बीच पहुंचा. जहां के अल्पसंख्क समुदाय ने हमारे साथ चुनाव और मौजूदा सरकार को लेकर अपने विचार साझा किए.
Uttar Pradesh के Ghazipur Assembly Seat पर इस बार 7 मार्च को वोटिंग होगी. बीते 3 दशक से कोई भी दल यहां लगातार दोबार नहीं जीत पाया है. केवल Pabbar Ram मात्र ऐसे विधायक हैं जो दोबार लगातार यहां से विधायक निर्वाचित हुए थे. हांलाकि 2017 के Assembly Election में BJP इस सीट पर कब्जा करने में कामयाब रही थी. भाजपा की संगीता बलवंत यहां से मौजूदा विधायक है. भाजपा ने 2022 के लिए एक बार फिर से उनपर भरोसा जताया है. गाजीपुर विधानसभा सीट पर चुनाव से पहले किस दल को लेकर हवा बह रही है. इसी का पता लगाने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम गाजीपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. आप भी देखिए क्षेत्र की जनता ने चुनाव को लेकर जो कुछ कहा.
Uttar Pradesh का Agra अपने खूबसूरत Taj Mahal के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है. हर साल लाखों की तादाद में पर्यटक ताज का दीदार करने के लिए यहां आते हैं. आगरा अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि के लिए भी काफी प्रसिद्ध है. यहां हर जाति वर्ग के लोग रहते हैं. आबादी का एक बड़ा हिस्सा मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखता है. ऐसे में इस चुनावी माहौल में यह जानना आवश्यक हो जाता है कि आगरा का मुसलमान वोटर प्रदेश सरकार के कार्यों को लेकर क्या सोचता है. चुनाव के इसी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम आगरा के मुसलमान मतदाताओं के बीच पहुंचा. जहां उन्होंने भाजपा सरकार के कार्यों समेत अन्य विषयों पर अपनी राय हमारे साथ साझा की.
भगवान राम की जन्मभूमि Ayodhya का सांस्कृतिक महत्व किसी से छिपा हुआ नहीं है. अब यहां एक विशाल Ram मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन पूरा Uttar Pradesh इस समय चुनावी समर में गोते लगा रहा है. ऐसे में अयोध्या का संत समाज चुनाव को लेकर क्या सोचता है? चुनाव में संत समाज की भूमिका कितनी अहम हो चुकी है. Modi और Yogi की जोड़ी से कितना खुश है अयोध्या का संत समाज. ऐसे ही तमाम सवालों के जवाब की तलाश में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम अयोध्या के संत समाज के बीच पहुंचा. जहां अयोध्या के संतों ने राजनीति को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh का Mau बाहुबली Mukhtar Ansari के नाम से जाना जाता है. वह यहां से पांच बार विधायक भी निर्वाचित हुए हैं. उनपर कई आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. जिसके कारण इन दिनों मुख्तार जेल में बंद हैं. ऐसे में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की मुख्तार अंसारी के गढ़ में मऊ में पहुंचा और यह जानने की कोशिश की क्षेत्र में मुख्तार की कितनी पकड़ है. हांलाकि इस बार मुख्तार ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है. उनकी जगह उनका बेटा Abbas चुनावी मैदान में अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश में है. चुनाव से पहले मुख्तार के गढ़ में वहां की जनता ने उन्हें लेकर जो कुछ भी कहा आप भी देखें.
चुनार Assembly Seat Mirzapur District के अंतर्गत आती है. वर्तमान में BJP के Anurag Singh यहां से विधायक हैं. अनुराग सिंह भाजपा के कद्दावर नेता Om Prakash Singh के बेटे हैं. चुनार विधानसभा सीट पर इस बार 7 मार्च को वोटिंग होगी. सियासी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए अपनी कमर कस ली है. सभी दल वोटरों को यहां लुभाने में जुट चुके हैं. लेकिन इस बार वोटर किसे यहां से जीताकर विधानसभा पहुंचाएगा इसका पता को 10 मार्च के दिन परिणाम घोषित होने पर ही चल पाएगा. चुनाव से पहले इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम चुनार सदर विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचा. जहां पहुंचकर हमने यहां वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की. आप भी देखिए चुनार की जनता ने क्या कुछ कहा?
Mau Sadar Assembly Seat बाहुबली Mukhtar Ansari का गढ़ रही है. मुख्तार का इस सीट पर साल 2002 से कब्जा है. मऊ विधानसभा सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है. 2017 में मुख्तार अंसारी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. इन दिनों मुख्तार जेल के भीतर बंद हैं. उन्होंने 2022 Assembly Election में नहीं लड़ने का फैसला किया है. उनकी जगह इस बार उनके बेटे Abbas Ansari चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. वहीं BJP ने इस सीट से Ashok singh को अपना प्रत्याशी बनाया है. इस बार मऊ सदर सीट पर 7 मार्च को वोटिंग होगी. चुनाव को लेकर क्षेत्र में सरगर्मियां बढ़ चुकी है. चुनाव के इसी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचा. जहां पहुंचकर वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की.
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