साल 2012 में परिसीमन के बाद दिबियापुर विधानसभा का गठन किया गया. SP के Pradeep Yadav ने Dibiyapur Assembly Constituency पर हुए पहले चुनाव में जीत हासिल की थी. लेकिन 2017 में प्रचंड मोदी लहर में BJP इस सीट पर कमल खिलाने में कामयाब रही. भाजपा के Lakhan Singh Rajput इस सीट से जीतकर विधायक बने. इस बार Assembly Election की तारीखों के एलान के साथ ही राजनीतिक माहौल गरमाने लगा है. इस बार दिबियापुर विधानसभा सीट पर 20 फरवरी को वोटिंग होगी. इस बार भी इस सीट पर BJP और SP के बीच कड़ी टक्कर होने की उम्मीद है. चुनाव में किस दल के उम्मीदवार को जनता जीत कर विधानसभा पहुंचाती है, इसका फैसला चुनाव का रिजल्ट जारी होने के साथ हो जाएगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम की दिबियापुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Utter Pradesh में Assembly Election की तारीखों का एलान हो चुका है. प्रदेश में इस बार 10 फरवरी से 7 मार्च तक सात चरणों में वोटिंग होगी. Amroha Assembly Seat पर इस बार वोटिंग चुनाव के दूसरे चरण में होगी. अमरोहा विधानसभा सीट पर पिछले 15 सालों से SP का कब्जा है. सपा के Mehboob Ali यहां से मौजूदा विधायक हैं. 2017 के चुनाव में सपा के महबूब अली ने लगातार तीसरी बार सपा के टिकट पर चुनाव जीता और विधायक बने. अमरोहा में मुस्लिम मतदाताओं की आबादी सबसे अधिक है. यहां करीब 66 फीसदी मुस्लिम आबादी है. इस बार अमहोरा के मुस्लिम मतदाता किस दल के उम्मीदवार को विजयी बनाते हैं, यह 10 मार्च को पता जलेगा. सभी दलों ने इस सीट पर अपनी जीत पक्की करने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की अमरोहा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश की Deoria Assembly Seat 1967 में अस्तित्व में आई थी. यह क्षेत्र महर्षि Devraha Baba की तपोस्थली के रूप में भी विश्व विख्यात है. इस विधानसभा क्षेत्र में सभी जाति और धर्म के लोग रहते हैं. 2017 के Assembly Elections में BJP के Janmejay Singh यहां से चुनाव जीतकर फिर से विधानसभा पहुंचे थे. 2012 के चुनाव में भी उन्होंने इस सीट पर भाजपा का परचम लहराया था. लेकिन 2020 में जन्मेजय सिंह का असमय निधन हो गया. जिसके बाद 2020 में इस सीट पर एक बार फिर से वोटिंग कराई गई. 2020 के उपचुनाव में Dr. Satya Prakash Mani Tripathi ने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और विधायक बने. इस सीट पर BSP आजतक जीत नहीं सकी है. 2022 में इस बार देवरिया विधानसभा सीट 3 मार्च को होगी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की देवरिया विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh की Nagina Assembly Constituency दुनियाभर में अपनी काष्ठ कला के लिए मशहूर है. यहां करीब 800 से अधिक इकाइयां मौजूद हैं. जिसमें हजारों की संख्या में लोग काम करते हैं. काष्ठ कला का सालाना टर्नओवर करीब 400 करोड़ रुपये का है. नगीना विधानसभा सीट एस सुरक्षित सीट है. 2017 के Assembly Elections में ओमवती ने BJP की टिकट पर चुनाव लड़ा. लेकिन उन्हें SP के Manoj Paras ने आठ हजार वोटों के अंतर से हरा दिया. इस सीट पर किसी भी पार्टी के उम्मीदवार का भविष्य यहां के दलित और मुस्लिम मतदाता मिलकर करते हैं. क्षेत्र में लगभग 70 हजार दलित और 65 हजार मुस्लिम बिरादरी के वोटर हैं. इस बार नगीना विधानसभा सीट पर मतदान 14 फरवरी को कराए जाएंगे. 2022 के विधानसभा चुनाव में जनता किसे विजयी बनाती है तो परिणाम घोषित होने पर पता चल जाएगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की नगीना विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की पथरदेवा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
ज्योतिरादित्य सिंधिया , जितिन प्रसाद के बाद अब राहुल गांधी की कोर टीम का हिस्सा रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री रतनजीत नारायण प्रताप उर्फ आरपीएन सिंह ने भी पार्टी से इस्तीफा दे दिया है।
चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की चिल्लापार विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
इस बार के विधानसभा चुनाव से पहले 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की फिरोजाबाद के कांच उद्योग से जुड़े कारोबारियों के बीच पहुंचा. जहां व्यापारियों ने बताया कि मौजूदा समय में उन्हें अपने उद्योग चलाने में किस प्रकार की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. क्योंकि मौसम चुनाव का है ऐसे में कांच उद्योग से जुड़े कारोबारियों चुनाव को लेकर उनके विचार भी हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh के Firozabad District की Shikohabad Assembly Constituency में किसान सबसे अधिक हैं. किसी जमाने में शिकोहाबाद इलाके को क्राइम बेल्ट के नाम से जाना जाता था. लेकिन बीते कुछ दिनों से यहां अपराध में कफी कमी आई है. 2017 में Dr. Mukesh Verma ने BJP की टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. लेकिन 2022 के चुनाव से पहले ही उन्होंने पाला बदल लिया और सपा में शामिल हो गए. वहीं BJP ने शिकोहाबाद विधानसभा सीट से सपा छोड़कर भाजपा में शामिल हुए पूर्व विधायक Omprakash Verma को इस सीट से अपना उम्मीदवार बनाया है. शिकाहाबाद विधानसभा क्षेत्र में Yadav बिरादरी के मतदाता बड़ी संख्या में हैं. इस बार शिकोहाबाद विधानसभा सीट के लिए वोटिंग 20 फरवरी को होगी. चुनाव में किसका डंका बजेगा यह तो नतीजों में पता चल ही जाएगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की शिकोहाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश की Najibabad Assembly Seat Bijnor district के अंतर्गत आती है. 2017 के चुनाव में मोदी लहर का इस सीट पर कोई असर नहीं पड़ा. SP ने इस सीट पर कब्जा किया. 2017 में SP के Taslim Ahmed लगातार दूसरी बार इस सीट से जीतकर विधायक बने. नजीबाबादा विधानसभा सीट BJPP के लिए इस बार के चुनाव में कठिन चुनौती साबित हो सकती है. ऐसा इसलिए कि भाजपा 1991 में आखिरी बार इस सीट से जीत हासिल कर सकी थी. उस समय देश में राम मंदिर की लहर थी. तब से लेकर अभी तक भाजपा यहां जीत के लिए संघर्ष करती रही है. 2017 के विधानसभा चुनाव में सपा के हाजी तस्लीम ने भाजपा के Rajeev Agarwal को हराकर यहां जीत हासिल की थी. इस बार नजीबाबाद विधानसभा सीट पर चुनाव 14 फरवरी को कराया जाएगा. चुनाव परिणाम के बाद ही पता चल पाएगा कि भाजपा को यहां जीत मिलती है अथवा अगले पांच साल और इंतजार करना पड़ता है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की नजीबाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Elections 2022) को लेकर सरगर्मियां तेज हो गई है. सभी दल अपने-अपने क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत करने में जुट गए हैं. Auraiya Sadar Assembly seat का इतिहास काफी अहम है. माना जाता है कि जिस भी पार्टी का उम्मीदवार इस सीट पर जीत हासिल करता है. प्रदेश में उसी पार्टी की सरकार बनती है. 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के Ramesh Diwakar ने औरैया विधानसभा सीट से जीत हासिल की थी. इस सीट के चुनावी इतिहास को ध्यान में रखते हुए सभी दल इस सीट पर जीत हासिल करना चाहेंगे. जहां एक तरफ BJP इस सीट पर अपनी जीत दोहराना चाहेगी. वहीं सपा यहां जीत दर्ज कर फिर से प्रदेश की सत्ता में वापसी का रास्ता खोजना चाहती है.
उत्तर प्रदेश के Bijnor District की Chandpur Assembly Seat को Mini Chhaprauli के नाम से भी जाना जाता है. इलाके की पहचान गन्ना बेल्ट के रूप में भी होती है. चांदपुर विधानसभा सीट मुस्लिम और जाट बाहुल्य सही रही है. ब्राह्मण, चौहान और वैश्य बिरदारी के वोटर्स भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP की Kamlesh Saini ने BSP के iqbar contractor को यहां पराजित किया. Uttar Pradesh Assembly Elections की तारीख नजदीक आते ही सियासी उठापटक जारी है. SP-RLD गठबंधन में बिजनौर की चांदपुर विधानसभा सीट से प्रत्याशी बदल दिया है. रफी सैफी के स्थान पर अब स्वामी ओमवेश को टिकट दिया गया है. चांदपुर विधानसभा सीट पर बरसात के समय सड़कों पर जलभराव, बदहाल सड़कें मुख्य चुनावी मुद्दा होने वाला है. इस बार चांदपुर विधानसभा सीट पर वोटिंग 14 फरवरी को होगी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की चांदपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की धामपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए. क्षेत्र की जनता ने बताया कि चुनाव में इस बार जनता किन मुद्दों पर मतदान करने वाली है.
चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम की मेरठ क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
नावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की गोविंद नगर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए. क्षेत्र की जनता ने बताया कि चुनाव में इस बार जनता किन मुद्दों पर मतदान करने वाली है.
उत्तर प्रदेश के बागपत जिले (Baghpat, Uttar Pradesh) की बड़ौत विधानसभा सीट (Baraut Assembly Seat) को जाट (Jat Voters) बहुल माना जाता है. विधानसभा चुनाव की तारीखों के एलान के साथ ही बड़ौत विधानसभा सीट पर राजनीतिक दलों में रस्साकशी जारी है. इस बार के चुनाव में यहां BJP और SP के बीच संग्राम होने की उम्मीद जताई जा रही है. 2017 में भाजपा ने इस सीट पर कब्जा किया था. भाजपा के कृष्णपाल मलिक इस सीट पर जीतकर विधायक बने थे. भाजपा ने इस बार भी कृष्णपाल मलिक पर दांव लगाया है. वहीं दूसरी तरफ सपा और रालोद मिलकर (SP-RLD Alliance) इस सीट पर अपनी जीत का प्रयास करेगें. इस बार बड़ौत विधानसभा सीट पर चुनाव 10 फरवरी को कराया जाएगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की बड़ौत विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए. क्षेत्र की जनता ने बताया कि चुनाव में इस बार जनता किन मुद्दों पर मतदान करने वाली है. साझा किए.
उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद (Firozabad) जिले की सिरसागंज विधानसभा (Sirsaganj Assembly Seat) क्षेत्र का बहुत बड़ा इलाका ग्रामीण है. साल 2012 में पहली बार इस विधानसभा सीट पर चुनाव कराया गया. जिसमें SP के हरिओम यादव ने जीत हासिल की. 2017 में प्रचंड मोदी लहर के बावजूद भी इस सीट पर सपा की साइकिल निरंतर चलती रही. सपा के हरिओम यादव ने लगाातर दूसरी बार इस सीट से जीत हासिल की. लेकिन कुछ महीने पहले ही सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने इस सीट से दो बार के विजयी विधायक को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्तता के आरोप में निष्कासित कर दिया. सपा ने इस बार सिरसागंज से सर्वेश यादव को पार्टी का उम्मीदवार घोषित किया है. इस विधानसभा क्षेत्र में ठाकुर, यादव और वैश्य बिरादरी के मतदाता सबसे अधिक हैं. इस बार सिरसागंज विधानसभा सीट पर मतदान 20 फरवरी को कराया जाएगा. चुनाव में सिरसागंज क्षेत्र की जनता किस दल को विजयी बनाएगी यह चुनाव परिणामों में पता चल जाएगा. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की सिरसागंज विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए. क्षेत्र की जनता ने बताया कि चुनाव में इस बार जनता किन मुद्दों पर मतदान करने वाली है. में इस बार किन मुद्दों पर मतदान होगा. लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
कानपुर (Kanpur) की किदवई नगर विधानसभा सीट (Kidwai Nagar Assembly Seat) पर सबसे अधिक ब्राह्मण मतदाता हैं. इसलिए हर चुनाव में प्रत्येक दल यहां ब्राह्मण मतदाता को साधने का प्रयास करता है. 2017 में BJP के महेश त्रिवेदी यहां से जीतकर विधायक बने थे. इस बार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 7 चरणों में कराया जाएगा. किदवई नगर विधानसभा सीट पर इस बार वोटिंग 20 फरवरी को होगी. चुनाव में भाजपा पर इस सीट पर अपनी जीत को कायम रखने का दबाव है. राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा है कि इस बार यूपी का ब्राह्मण वोटर (Brahmin Voters) भाजपा से कुछ नाराज चल रहा है. वहीं SP, BSP, Congress समेत अन्य दल यहां जीत के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की किदवई नगर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए. क्षेत्र की जनता ने बताया कि चुनाव में इस बार किन मुद्दों पर मतदान होगा. लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश में चुनावी (Uttar Pradesh Election 2022) की तारीखों के एलान के साथ ही राजनीतिक सरगर्मी बढ़ने लगी है. नेता चुनावी मंच से खूब भाषण और वादे कर रहे हैं. उत्तर प्रदेश के बलिया (Ballia) जिले के बैरिया विधानसभा सीट (Bairia Assembly Seat) गंगा और घाघरा नदी के बीच पड़ती है. हर साल यह इलाका बाढ़ की चपेट में आता है. सालों से नेता क्षेत्र की जनता को इस समस्या से छुटकारा दिलाने का वादा करते आए हैं. लेकिन यह समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है. 2017 में BJP के सुरेंद्र सिंह इस सीट से जीतकर विधायक बने. सुरेंद्र सिंह अपने काम की बजाय अपने विवादित बयानों को लेकर हमेशा चर्चा में बने रहते हैं. इस बार क्षेत्र की जनता किस पार्टी के उम्मीदवार पर भरोसा जताती है यह समय आने पर पता चल जाएगा. बैरिया विधानसभा सीट पर इस बार 3 मार्च को वोटिंग होगी. मतदाता इस बार किन मुद्दों पर वोटिंग करेंगे? क्या है यहां के लोगों की परेशानियां? इन सब सवालों के जवाब जानने के लिए 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की बलिया जिले की बैरिया विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की Muzaffarnagar District की मीरापुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए
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