Azamgarh की Sagri Assembly Seat SP का गढ़ मानी जाती है. लेकिन 2017 में इस सीट BSP ने कब्जा कर लिया था. बसपा से Vandana Singh चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंची थी. लेकिन वंदना सिंह को फिर बसपा ने निष्कासित कर दिया था. अब वंदना सिंह BJP में शामिल हो चुकी हैं. और BJP ने भी सगड़ी सीट से वंदना सिंह को चुनावी मैदान में उतार दिया है. अब देखना होगा 2017 में बसपा को जीता चुकी वंदना इस बार BJP को जीत दिलाने में कामयाब हो पाती हैं? सगड़ी विधान सभा की गिनती पिछडे इलाके में होती है. 7 मार्च को यहां वोट डाले जाएंगे. अब ऐसे में यहां की जनता में मन में क्या चल रहा है? विधायक जो क्षेत्र में विकास का दावा कर रही हैं, उसका लाभ जनता को कितना मिल पाया है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम सगड़ी विधानसभा पहुंची और लोगों से चर्चा की.
Lakhimpur District की Mohammadi Assembly में जनता हर बार विधायक बदलती रहती है. वैसे इस सीट पर Congress-BJP का दबदबा रहा है. SP-BSP को एक-एक बार मिला मौका है. 2017 में BJP के Lokendra Singh को यहां की जनता ने जीताकर विधानसभा भेजा था. आज भी इस विधानसभा में मूलभूत सुविधाओं की कमी है. यहां बिजली, पानी, शिक्षा महत्वपूर्ण मूद्दे हैं. पिछले पांच सालों यहां की समस्याएं कितनी कम हो पाई? क्या मौजूदा विधायक ने इतना काम किया है कि जनता फिर से BJP को चुन सके? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम मोहम्मदी विधासभा पहुंचकर लोगों से जानने की कोशिश की.
काली मिट्टी के बर्तन यानी ‘ब्लैक पॉटरी’ जी हां ब्लैक पॉटरी किसी परिचय का मोहताज नहीं है. Azamgarh के Nizamabad में बनने वाले ये बर्तन देश-विदेश में मशहूर हैं. सरकार भी प्रसिद्धी देखते हुए इसको बढ़ावा दे रही है. यह ODOP उत्पाद के रूप में चयनित है. लेकिन सरकार से मिल रहे सहयोग के बावजूद भी ब्लैक पॉटरी कारीगरों को और परेशानियां क्या हैं? क्या आसानी से इन्हें कच्चे माल मिल जाता है? क्या मेहनत के मुताबिक बर्तनों का दाम मिल पाता है? इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम इन सभी सवालों के साथ निजामाबाद ब्लैक पॉटरी बनाने वाले कारिगरों के पास पहुंची. आप भी सुनिए कारिगरों ने क्या कहा? साथ ही देखिए ये बर्तन बनाए कैसे जाते हैं?
Uttar Pradesh की Sahaswan Assembly Seat पर SP का कब्जा है. इस सीट पर सपा की ताकत या यूं कहें कि जीत का समीकरण इसी से समझिए कि 2017 के चुनाव में मोदी लहर के बावजूद BJP जीत नहीं पाई, बल्कि चौथे नंबर पर चली गई. सपा के Omkar Yadav ने BSP के Arshad Ali को हराया था. यह विधानसभा बदायूं जिले का हिस्सा है और इस विधानसभा क्षेत्र में पहला चुनाव 1957 में हुआ था. Mulayam Singh Yadav भी इस सीट से 1996 में चुनाव जीत चुके हैं. इस बार सपा ने ओमकार सिंह के बेटे Brijesh Yadav को टिकट दिया है. इस चुनाव में सपा का गढ़ बरकरार रहेगा या BJP जीत का दीदार करेगी? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम सहसवान विधानसभा पहुंच कर लोगों से बात की.
नावी घमासान के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम दातागंज विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
चुनावी समर के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम हर्रैया विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Badaun District का Bilsi Assembly Constituency जिला मुख्यालय से 27 किलोमीटर दूर स्थित बिल्सी सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है. बिल्सी का नजदीकी रेलवे स्टेशन उझानी कस्बे में है. तीर्थ नगरी Kachhla भी इसी विधानसभा क्षेत्र का हिस्सा है, जहां पर भागीरथ जी का एक मात्र मंदिर है. 2017 में इस विधानसभा सीट पर BJP के Pandit RK Sharma चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. यहां BSP का प्रभाव रहा है. 24 साल बाद यहां 2017 में कमल खिला था. 2022 के Assembly elections में किस पार्टी को जीत मिलेगी? बिल्सी क्षेत्र की जनता क्या मन बना रही है? जनता के दिल की बात जानने इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ की टीम बिल्सी विधानसभा क्षेत्र में पहुंचकर यहां के लोगों से चर्चा की.
Uttar Pradesh की Sitapur Sadar Assembly seat पर 2002, 2007 और 2012 के चुनाव में SP ने जीत हासिल की थी. लेकिन 2017 के Assembly Elections में BJP ने सपा का वर्चस्व तोड़ दिया था. भाजपा के Rakesh Rathor ने यहां कमल खिलाकर यहां पार्टी का 21 साल का सूखा खत्म किया. सीतापुर सदर विधानसभा क्षेत्र में दलित और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटर्स सबसे अधिक हैं. वहीं इस बार चुनाव में क्षेत्र के करीब सात लाख वोटर उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे. सीतापुर सदर सीट पर इस बार 23 फरवरी को वोटिंग होगी. इन बीते पांच सालों में मौजूदा विधायक जनता की उम्मीद पर कितना खरा उतरे? क्षेत्र के विकास कार्यों का क्या है हाल? इन तमाम सावालों के जवाब की तलाश में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम सीतापुर सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh की Shekhupur Assembly Seat Badaun district का हिस्सा है. 2008 में परिसीमन के बाद यह विधानसभा सीट अस्तित्व में आई थी. शेखूपुर सीट पर कभी नंबर छह पर रहने वाली BJP 2017 के चुनाव में नंबर एक पर पहुंच गई. भाजपा के Dharmendra Kumar Singh Shakya ने यहां जीत हासिल की. 2022 में एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में चुनावी सरगर्मी बढ़ चुकी है. इस बार शेखूपुर विधानसभा सीट पर भाजपा और SP के बीच सीधी टक्कर देखने को मिल सकती है. दोनों दलों के नेताओं ने अपनी अपनी पूरी ताकत यहां झोंक दी है. इस बार शेखूपुर सीट पर 14 फरवरी को वोटिंग होगी. 10 मार्च को चुनाव परिणाम घोषित किए जाएंगे. इसी चुनावी घमासान के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम शेखूपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh में इस समय सियासी पारा अपने चरम पर है. प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दल वोटरों को अपने पक्ष में करने में लगे हुए हैं. चुनाव के इस माहौल में Mahoba का देशावरी पान अपनी खुशबू और स्वाद से सबको अपनी ओर खींच रहा है. महोबा का देशावरी पान का स्वाद उत्तर प्रदेश तक ही सीमित नहीं है. बल्कि इसके स्वाद की चर्चा देश-विदेश तक है. लेकिन पिछले कुछ सालों में इसके खेती में कुछ कमी जरूर आई है. पान किसान काफी समय से इसकी खेती को लेकर चिंतित थे. अब जाकर सरकार ने लंबे समय से पान किसानों की ओर से की जा रही पान की खेती को फसल बीमा के दायरे में लाने की मांग को मान लिया है. इससे पान किसानों को बड़ी राहत मिलेगी. चुनाव के इस माहौल में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम महोबा के पान किसानों के बीच पहुंचा. जहां पान किसानों इंडिया टीवी की टीम के साथ अपनी समस्याएं और सरकार के कदम को लेकर हमारे साथ अपने विचार साझा किए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सरगर्मी अपने चरम पर पहुंच चुकी है. ऐसा ही कुछ माहौल उत्तर प्रदेश के Badaun Sadar Assembly seat पर भी देखने को मिल रहा है. 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP के Mahesh Chandra Gupta ने SP के Abid Raza Khan को हराकर इस सीट पर कब्जा किया था. 2022 के चुनाव में भाजपा अपनी जीत के सिलसिले को कायम रख पाती है या नहीं. इसका फैसला 10 मार्च को हो हो पाएगा. इस बार बदायूं विधानसभा सीट पर 14 फरवरी को वोटिंग होगी. वोटिंग के समय जनता किन मुद्दों को लेकर मतदान करेगी? बीते पांच सालों में क्षेत्र में कितना विकास कार्य हुए? ऐसे तमाम सवालों को लेकर इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम बदायूं विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Powayan Assembly Shahjahanpur District के अंतर्गत आती है। इस सीट पर Congress का वर्चस्व रहा है. Modi लहर में 2017 में यहां BJP की जीत हुई थी. यहां की जनता ने Chet Ram को जीताकर विधानसभा भेजा था. यह विधानभा पूरी तरह से कृषि प्रधान है. यहां बड़ी संख्या में सिख मतदाता रहते हैं. इस क्षेत्र को मिनी पंजाब भी कहा जाता है. यहां 14 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. इस बार पुवायां की जनता को किस पार्टी का उम्मीदवार पसंद आ रहा है जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम पुवायां विधानसभा पहुंची थी. बातचीत के दौरान यहां दो तरह के मतदाता दिखे. एक वोटरों का ग्रुप ऐसा था जो मौजूदा सरकार और विधायक से संतुष्ट नज़र आया, वहीं दूसरा वोटर ऐसा मिला जो सरकार के काम से नाराज़ नज़र आया.
Uttar Pradesh की 403 Assembly Seats में से एक Sitapur District की Biswan Assembly Seat है. जिसके बारे में ऐसा कहा जाता है कि जिस दल के उम्मीदवार को इस सीट पर जीत मिलती है. उसी दल की सूबे में सरकार भी बनती है. ऐसे में हर कोई दल बिसवां विधानसभा सीट पर जीत हासिल करने के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक देता है. 2017 के Assembly Election में BJP ने Mahendra Singh Yadav को चुनावी मैदान में उतारा था. महेंद्र सिंह ने यहां 10 हजार से भी अधिक वोट के अंतर से जीत हासिल की थी. सूबे में भी भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार बनी थी. इस बार बिसवां सीट पर किस दल का कब्जा होता है. इसके बारे में 10 मार्च को ही पता चल पाएगा. 2022 में बिसवा विधानसभा सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी. सियासी पारा अपने चरम पर पहुंच चुका है. इसी चुनावी समर के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम बिसवां विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Shahjahanpur का Hanuman Dham पिकनिक स्पॉट के साथ-साथ एक धार्मिक स्थल के रूप में देशभर में प्रसिद्ध हो चुका है. खन्नौत नदी के बीचों-बीच टापू पर 104 फिट की बनी हनुमान मूर्ति श्रद्धालुओं को खूब पसंद आती है. इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai). की टीम हनुमान धाम पहुंची. टीम ने वीराट बजरंगी का दर्शन किया और यहां के इतिहास और इस धाम के विकास के लिए क्या योजनाएं हैं सबकी जानकारी ली.
जाने माने Bollywood Singer Jubin Nautiyal अपने पिता के लिए गलियों की खाक छान रहे हैं। वो Uttarakhand के Chakrata Assembly में अपने पिता Ramsharan Nautiyal के लिए प्रचार में जुटे हैं। वह यहां BJP की टिकट से चुनाव लड़ रहे हैं। जुबिन ने Lakha Mandal में पिता के लिए प्रचार किया। इसके बाद लोग अब सवाल करने लगे हैं कि प्रचार करते-करते उनका दिल क्या अब बीजेपी के लिए धड़केने लगेगा। फिल्मों के गाने हों, अल्बम हो या फिर लाइव कंसर्ट और परफॉर्मेंस, इन दिनों जुबिन नौटियाल का नाम कई जगह दिखाई पड़ता है और उनकी आवाज़ कई जगह सुनाई देती है। शुरुआती दौर में एक्स फैक्टर रियल्टी शो में नज़र आने वाले जुबिन में तब से अब तक काफ़ी फर्क आया है, जो उनके गायन के अलावा शख्सियत में भी साफ़ नज़र आता है।
Karnataka में Hijab Controversy मामले मे सुप्रीम कोर्ट में एक और याचिका दाखिल हुई। यूथ Congress के अध्यक्ष Biwi Srinivas ने हिजाब विवाद मामले में SC में अर्ज़ी दाखिल की। श्रीनिवास ने याचिका में धर्म के पालन के अधिकार का मुद्दा उठाया। धर्म के पालन के अधिकार को संविधान में मौलिक अधिकार बताया।
Uttar Pradesh के Chitrakoot District के अंतर्गत Karwi Assembly Seat आती है. चित्रकूट जिला मंदाकिनी नदी के किनारे बसा हुआ है. ऐसा माना जाता है कि भगवान राम ने पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अपने वनवास के 14 वर्षों में से 11 वर्ष का चित्रकूट में ही बिताए थे. इसके अलावा चित्रकूट डकैतों के कारण भी काफू मशहूर हुआ करता था. चित्रकूट की कर्वी विधानसभा सीट पर 2017 में BJP ने कब्जा किया. भाजपा के Chandrika Prasad Upadhyay यहां से जीतकर विधायक बने. भाजपा ने 2022 के लिए भी चंद्रिका प्रसाद पर ही दांव लगाया है. लेकिन चुनाव में इस बार भाजपा और SP में से किसका पलड़ा भारी रहता है. यह तो 10 मार्च को ही पता चल पाएगा. सियासी दलों ने कर्वी विधानसभा सीट पर जीत के लिए कमर कस ली है. इस बार कर्वी विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को मतदान होगा. इसी चुनावी समर के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम कर्वी विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी Assembly Election और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Bareilly को Nath Nagri भी कहा जाता है. इसकी वजह है कि इस शहर के हर तरफ भगवान शिव के मंदिर हैं. जब भी इस शहर पर विपत्ति आती है ये मंदिर उसकी रक्षा करते हैं. हर चुनाव में सरकार चुनने के लिए नाथ नगरी के साधु-संतों का भी बड़ा योगदान होता है. नाथ नगरी के संतों के मन में क्या है? जानने के लिए इंडिया टीवी ’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’. की टीम नाथ नगरी पहुंचकर साधु-संतों का मन टटोली.
Uttar Pradesh Election की रणभेरी बज चुकी है. सियासी दल वोटरों को अपने पक्ष में करने में जुट चुके हैं. Gonda Assembly Seat पर कभी Congress का बोलबाला हुआ करता था. लेकिन साल दर साल इस सीट पर कांग्रेस की पकड़ कमजोर पड़ती गई. 2017 के Assembly Election में BJP के Prateek Bhushan Singh इस सीट से विजयी हुए. उन्होंने BSP के Mohd Jalil Khan को हराकर इस सीट पर कब्जा किया था. पिछले चुनाव में सपा यहां तीसरे नंबर की पार्टी रही थी. लेकिन बीते पांच सालों में प्रदेश में सियासी समीकरण बदल चुके हैं. इन बनते-बिगड़ते चुनावी गणित में किस दल का उम्मीदवार गोंडा सीट पर जीत हासिल करेगा. इसका फैसला 10 मार्च को ही होगा. क्षेत्र की जनता 27 फरवरी को मतदान के जरिए उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेगी. सभी दलों ने यहां जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. गोंडा की जनता इस बार किन मुद्दों को लेकर मतदान केंद्र जाकर वोटिंग करेगी? गोंडा में बीते पांच सालों में कितना विकास हुआ इस तमाम सवालों के जवाब ढूंढने के लिए इंडिया टीवी' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम गोंडा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
बरेली का सुरमा अपनी खास पहचान रखता है. बरेली का सुरमा विदेशों में भी जाना जाता है. बरेली के सुरमा व्यापारियों का कहना है कि यहां के सुरमा में सोना-चांदी भी पड़ती है. यह सुरमा आंखों को मोतियाबिंद का सही इलाज है. इतना कारिगर होने के बाद भी बरेली का सुरमा क्या बंद होने के कगार पर है? सुरमा व्यापारी नहीं चला पा रहे अपनी रोजी-रोटी? ऐसे में लोकल फॉर वोकल का सपना कैसे पूरा होगा? सरकार से क्या चाहता है सुरमा व्यापारी? जानने के लिए देखिए इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’.
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