Uttar Pradesh की आखिरी विधानसभा दुद्धी सीट पर सियासी हलचल जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. यहां के मतदाताओं ने आगामी चुनाव और मौजूदा सरकार के कामकाज को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए. बता दें कि 2017 में BJP गठबंधन Apna Dal (S) ने यहां जीत दर्ज की थी. चुनाव में अपना दल के Hariram ने इस सीट पर BSP के कद्दावर नेता Vijay Singh Gaur को पराजित किया था. इस बार चुनाव में यहां किस दल का नेता विजयी होगा इसका फैसला तो 10 मार्च को चुनाव परिणाम घोषित होने पर ही चल पाएगा.
Obra Assembly Seat Sonbhadra District के अंतर्गत आती है. 2017 में इस सीट पर BJP के Sanjeev Kumar ने SP के Ravi Gaur को 44 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हरा दिया था. ओबरा एक आदिवासी बाहुल्य सीट है. जहां करीब 75 हजार अनुसूचित जनजाति के मतदाता हैं. इस बार ओबरा विधानसभा सीट पर 7 मार्च को वोटिंग होगी. बीते पांच सालों में ओबरा विधानसभा क्षेत्र में कितना विकास हुआ इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ओबरा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां इलाके की जनता ने क्षेत्र में हुए सड़क,पानी जैसे बुनियादी सुविधाओं को लेकर कैमरे पर जो कुछ कहा आप भी सुनें.
Ghazipur District का Mohammadabad Assembly Constituency Uttar Pradesh की एक अहम सीट है. 2017 में BJP ने इस सीट पर कब्जा किया था. बीजेपी की Alka Rai ने BSP के Sibgatullah Ansari को 32 हजार से अधिक वोटों के अंतर से मात देकर जीत हासिल की थी. भाजपा ने इस बार भी इस सीट से अलका राय को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है. भाजपा 2022 में भी इस सीट को अपने कब्जे में रखने की कोशिश करेगी. वहीं अन्य सियासी दल भाजपा को इस सीट से हराने की पूरी कोशिश करेंगे. ऐसे में मोहम्मदाबाद का वोटर क्या सोचता है. ये जानना बेहद आवश्यक हो जाता है. इसलिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मोहम्मदाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां इलाके की जनता ने आगामी चुनाव को मौजूदा सरकार को लेकर क्या कुछ कहा आप भी सुने.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर प्रदेश में चुनावी पारा अपने चरम पर है. इस बार यूपी में सात चरणों में मतदान कराए जा रहे हैं. प्रदेश में चार चरणों के मतदान पूरे हो चुके हैं. प्रदेश में अल्पसंख्यक समुदाय के लोग चुनाव में किसे वोट कर रहे हैं. वोटिंग के समय उनके जहन में कौन से मुद्दें रहें. इन तमाम सवालों के जवाब खोजने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम Firozabad के मुस्लिम मतदाताओं के बीच पहुंचा. जहां के अल्पसंख्क समुदाय ने हमारे साथ चुनाव और मौजूदा सरकार को लेकर अपने विचार साझा किए.
Uttar Pradesh के Ghazipur Assembly Seat पर इस बार 7 मार्च को वोटिंग होगी. बीते 3 दशक से कोई भी दल यहां लगातार दोबार नहीं जीत पाया है. केवल Pabbar Ram मात्र ऐसे विधायक हैं जो दोबार लगातार यहां से विधायक निर्वाचित हुए थे. हांलाकि 2017 के Assembly Election में BJP इस सीट पर कब्जा करने में कामयाब रही थी. भाजपा की संगीता बलवंत यहां से मौजूदा विधायक है. भाजपा ने 2022 के लिए एक बार फिर से उनपर भरोसा जताया है. गाजीपुर विधानसभा सीट पर चुनाव से पहले किस दल को लेकर हवा बह रही है. इसी का पता लगाने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम गाजीपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. आप भी देखिए क्षेत्र की जनता ने चुनाव को लेकर जो कुछ कहा.
Uttar Pradesh का Agra अपने खूबसूरत Taj Mahal के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है. हर साल लाखों की तादाद में पर्यटक ताज का दीदार करने के लिए यहां आते हैं. आगरा अपनी राजनीतिक पृष्ठभूमि के लिए भी काफी प्रसिद्ध है. यहां हर जाति वर्ग के लोग रहते हैं. आबादी का एक बड़ा हिस्सा मुस्लिम समाज से ताल्लुक रखता है. ऐसे में इस चुनावी माहौल में यह जानना आवश्यक हो जाता है कि आगरा का मुसलमान वोटर प्रदेश सरकार के कार्यों को लेकर क्या सोचता है. चुनाव के इसी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम आगरा के मुसलमान मतदाताओं के बीच पहुंचा. जहां उन्होंने भाजपा सरकार के कार्यों समेत अन्य विषयों पर अपनी राय हमारे साथ साझा की.
भगवान राम की जन्मभूमि Ayodhya का सांस्कृतिक महत्व किसी से छिपा हुआ नहीं है. अब यहां एक विशाल Ram मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. लेकिन पूरा Uttar Pradesh इस समय चुनावी समर में गोते लगा रहा है. ऐसे में अयोध्या का संत समाज चुनाव को लेकर क्या सोचता है? चुनाव में संत समाज की भूमिका कितनी अहम हो चुकी है. Modi और Yogi की जोड़ी से कितना खुश है अयोध्या का संत समाज. ऐसे ही तमाम सवालों के जवाब की तलाश में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम अयोध्या के संत समाज के बीच पहुंचा. जहां अयोध्या के संतों ने राजनीति को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh का Mau बाहुबली Mukhtar Ansari के नाम से जाना जाता है. वह यहां से पांच बार विधायक भी निर्वाचित हुए हैं. उनपर कई आपराधिक मुकदमें दर्ज हैं. जिसके कारण इन दिनों मुख्तार जेल में बंद हैं. ऐसे में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की मुख्तार अंसारी के गढ़ में मऊ में पहुंचा और यह जानने की कोशिश की क्षेत्र में मुख्तार की कितनी पकड़ है. हांलाकि इस बार मुख्तार ने चुनाव लड़ने से इंकार कर दिया है. उनकी जगह उनका बेटा Abbas चुनावी मैदान में अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ाने की कोशिश में है. चुनाव से पहले मुख्तार के गढ़ में वहां की जनता ने उन्हें लेकर जो कुछ भी कहा आप भी देखें.
चुनार Assembly Seat Mirzapur District के अंतर्गत आती है. वर्तमान में BJP के Anurag Singh यहां से विधायक हैं. अनुराग सिंह भाजपा के कद्दावर नेता Om Prakash Singh के बेटे हैं. चुनार विधानसभा सीट पर इस बार 7 मार्च को वोटिंग होगी. सियासी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए अपनी कमर कस ली है. सभी दल वोटरों को यहां लुभाने में जुट चुके हैं. लेकिन इस बार वोटर किसे यहां से जीताकर विधानसभा पहुंचाएगा इसका पता को 10 मार्च के दिन परिणाम घोषित होने पर ही चल पाएगा. चुनाव से पहले इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम चुनार सदर विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचा. जहां पहुंचकर हमने यहां वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की. आप भी देखिए चुनार की जनता ने क्या कुछ कहा?
Mau Sadar Assembly Seat बाहुबली Mukhtar Ansari का गढ़ रही है. मुख्तार का इस सीट पर साल 2002 से कब्जा है. मऊ विधानसभा सीट पर मुस्लिम मतदाताओं की संख्या अच्छी खासी है. 2017 में मुख्तार अंसारी ने इस सीट पर जीत हासिल की थी. इन दिनों मुख्तार जेल के भीतर बंद हैं. उन्होंने 2022 Assembly Election में नहीं लड़ने का फैसला किया है. उनकी जगह इस बार उनके बेटे Abbas Ansari चुनावी मैदान में उतर रहे हैं. वहीं BJP ने इस सीट से Ashok singh को अपना प्रत्याशी बनाया है. इस बार मऊ सदर सीट पर 7 मार्च को वोटिंग होगी. चुनाव को लेकर क्षेत्र में सरगर्मियां बढ़ चुकी है. चुनाव के इसी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मऊ सदर विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचा. जहां पहुंचकर वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की.
Robertsganj Assembly Seat Uttar Pradesh के Sonbhadra District के अंतर्गत आती है. इस सीट पर कभी किसी एक दल का कब्जा नहीं रहा है. यहां का वोटर अलग-अलग सियासी दलों से विधायक चुनता है. 2017 के Assembly Election में यहां BJP के Bhupesh Choubey ने जीत हासिल की थी. पार्टी ने इस बार भी उन पर ही भरोसा जताया है. भूपेश चौबे भाजपा के भरोसे पर कितना खरा उतरते हैं इसका पता जल्द ही चल जाएगा. अब 2022 को लेकर सियासत में जोड़-तोड़ शुरू हो चुकी है. इस बार राबर्ट्सगंज सीट पर 7 मार्च को वोटिंग होगी. इससे पहले इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने राबर्ट्सगंज विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचा. जहां पहुंचकर वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की.
Karnataka के Udupi से शुरू हुआ Hijab Controversy धीरे-धीरे देशभर में फैलता नजर आ रहा है. हिजाब विवाद को लेकर छात्र-छात्राएं भी इसमें कूद पड़े हैं. देश के अलग-अलग हिस्सों में छात्र इसके समर्थन और विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं. हिजाब विवाद की आग से Uttar Pradesh भी अछूता नहीं है. इस मुद्दे को लेकर कुछ दिन पहले ही AMU के छात्रों ने एक पदयात्रा भी निकाली थी. ऐसे में यह जानना आवश्यक हो जाता है कि आखिर एएमयू का छात्र इस विवाद को लेकर क्या सोचता है? शिक्षण संस्थानों में छात्राओं के हिजाब पहनने पर एएमयू में पढ़ने वाले स्टूडेंटस की सोच क्या है? इसके बारे में जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने एएमयू के छात्रों के बीच पहुंची. जहां यहां पढ़ने वाले छात्रों ने इस विवाद को लेकर अपनी राय हमारे साथ साझा की.
यूपी में तीन फेज के मतदान हो चुके हैं और कल चौथे फेज के लिए भी वोटिंग होगी। लेकिन इससे पहले PM मोदी ने यूपी में BJP के कैंपेन का मोर्चा संभाल लिया है। आज उन्होंने बहराइच में रैली करते हुए विपक्ष पर तीखा हमला किया। क्या मोदी के नेतृत्व में योगी जीत जाएंगे ? देखिए मुक़ाबला मिनाक्षी जोशी के साथ।
Ghosi Assembly Seat Uttar Pradesh के Mau District के अंतर्गत आती है. घोसी विधानसभा क्षेत्र में चार लाख से अधिक मतदाता हैं. जिनमें अनुसूचित जाति के मतदाता सबसे अधिक हैं. 2017 के Assembly Election में BJP की टिकट पर Fagu Chauhan ने चुनाव लड़ा और विजयी हुए. उन्होंने चुनाव में Mukhtar Ansari के बेटे Abbas Ansari को हराया था. लेकिन बाद में पार्टी ने उन्हें राज्यपाल बना दिया. जिसके बाद 2019 में इस सीट पर उपचुनाव हुए. जिसमें भाजपा के ही Vijay Kumar Rajbhar ने जीत हासिल की थी. भाजपा ने इस बार विजय राजभर को चुनाव में अपना प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं SP ने Yogi सरकार में मंत्री रहे Dara Singh Chauhan को टिकट देकर चुनावी रण में उतारा है. इस बार घोसी विधानसभा सीट पर 7 मार्च को वोटिंग होगी. 2022 के विधानसभा चुनाव में क्षेत्र की जनता कि पार्टी के उम्मीदवार पर अपना भरोसा जताएगी. इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने घोसी विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचा. जहां पहुंचकर वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की.
Ghorawal Assembly Seat Uttar Pradesh के दूसरे सबसे बड़े जिले Sonbhadra के अंतर्गत आती है. घोरावल सीट 2012 में परिसीमन के बाद अस्तित्व में आई और पहली बार यहां मतदान हुआ. जिसमें SP के Ramesh Chandra Dubey ने जीत हासिल की थी. लेकिन 2017 के Assembly election में Anil Maurya ने BJP की टिकट पर यहां से चुनाव लड़ा और जीतकर विधानसभा पहुंचे. घोरावल विधानसभा सीट प्रदेश की महत्वपूर्ण विधानसभा सीटों में से एक है. 2022 में इस सीट का परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होगा, यह तो जनता को ही तय करना है. लेकिन इस बार मुकाबला जरूर दिलचस्प होने वाला है. इस बार घोरावल विधानसभा सीट पर 7 मार्च को वोटिंग होगी. चुनाव से पहले इस विधानसभा सीट सियासी तापमान को परखने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने घोरावल विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचा. जहां पहुंचकर वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की.
सोनभद्र में आखिरी चरण में 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. इससे पहले यहां हर पार्टी के उम्मीदवार खुद को जीताने के लिए जनता के सामने हाथ-पैर जोड़ रहे हैं. लेकिन यहां की समस्याएं क्या हैं और कितनी सामाप्त हुई हैं? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम सोनभद्र पहुंची थी. चर्चा के दौरान यहां के लोगों ने कहा कि ‘हम अभी भी गंदा पानी पीने को मजबूर हैं. हमारी घर की औरतें अभी भी नदी तक जाती हैं पानी लाने के लिए.’
लखनऊ पश्चिम में चौथे चरण में 23 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. 2017 में यहां BJP प्रचंड बहुमत से जीती थी. भाजपा से Suresh Kumar Srivastava विधानसभा पहुंचे थे. हालांकि कोरोना के चलते सुरेश कुमार का निधन हो गया, तब से यह सीट खाली थी. इस बार के चुनाव में भाजपा ने Anjani Srivastava को टिकट दिया है. वहीं SP से अरमान अली तो BSP से kaim raza khan चुनाव मैदान में हैं. इस सीट पर भाजपा का दबदबा रहता है. इस बार यहां की जनता किसको बनाएगी यहां का नेता? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम लखनऊ पश्चिम विधानसभा पहुंचकर लोगों से बात की.
Unnao Assembly Seat पर सबसे ज्यादा SP का कब्जा रहा है. 2017 में मोदी लहर में BJP ने कब्जा कर लिया था. इस बार क्या चाहता है उन्नाव का वोटर? क्या उन्नाव में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं? क्या उन्नाव क्राइम का गढ़ बनता जा रहा है? कांग्रेस ने उन्नाव पीड़िता की मां को टिकट दिया है. क्या उन्नाव पीड़िता की मां बनेंगी विधायक? उन्नाव के लोगों को सरकार पर भरोसा क्यों नहीं? क्या उन्नाव में बेटियों की होती है प्रताड़ना? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम उन्नाव पहुंची थी. चर्चा के दौरान यहां के लोगों ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Uttar Pradesh का Raebareli वैसे को गांधी परिवार की वजह से सियासी गलियारों में मशहूर रहा है. लेकिन यहां गांधी परिवार के अलावा बीते तीन दशकों से Akhilesh Singh की सियासी बादशाहत किसी से छिपी हुई नहीं है. 2017 में उन्होंने अपनी बेटी Aditi Singh को RaeBareli Assembly Seat से विधायक बनाकर अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बना दिया था. इससे पहले अखिलेश सिंह रायबरेली सदर सीट से पांच बार विधायक रह चुके हैं. लेकिन उनके निधन के बाद उनकी बेटी अदिति सिंह ने Congress छोड़ दी. पिछले साल नवंबर में अदिति सिंह BJP में शामिल हो गई. भाजपा ने भी इस बार अदिति सिंह को रायबरेली से पार्टी का प्रत्याशी घोषित किया है. रायबरेली में पिता की विरासत को अदिति कितना आगे ले जाने में कामयाब होती ये समय ही बताएगा. अदिति सिंह ने इस सीट जीत के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है. रायबरेली में अदिति सिंह के काम से कितनी संतुष्ट है क्षेत्र की जनता. इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने रायबरेली विधानसभा क्षेत्र में जनता के बीच पहुंचा. जहां पहुंचकर वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की.
'हिजाब में पहचान छुप जाती है, वहीं पगड़ी में किसीकी पहचान नहीं छुपती। इसलिए हिजाब का पगड़ी से तुलना करना सही नहीं है।'
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