डुमरियागंज विधानसभा सीट से 2017 में बीजेपी के राघवेंद्र प्रताप सिंह बसपा उम्मीदवार सैय्यदा खातून से मात्र 171 वोट से जीते थे। इस बार भी बीजेपी के टिकट पर राघवेंद्र प्रताप चुनाव लड़ रहे हैं। सांप्रदायिक टिप्पणी की वजह से राघवेंद्र प्रताप इस वक्त सुर्खियों में आ गये हैं।
Gorakhpur के Sahajanwa Assembly की जनता बदलाव में भरोसा करती है. यहां का वोटर हर पार्टी को आजमाता रहा है. जनता ने सियासी दलों से लेकर निर्दल तक हर किसी को मौका दिया है. सहजनवा में रावत परिवार का दबदबा रहा है. सपा से टिकट कटने पर Yashpal Rawat 2007 के चुनाव में बतौर निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे और जीते थे. 2012 में भी यशपाल रावत निर्दलीय चुनाव लड़े लेकिन जीत नहीं पाए. 2017 के Assembly Election में जनादेश BJP के पक्ष में रहा. बीजेपी के टिकट से चुनाव जीतकर Sheetal Pandey विधानसभा पहुंची थी. इस बार यहां 3 मार्च को वोटिंग है. सभी दलों से कुल 13 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं. अब यहां की जनता किसको विजय पताका थमाने वाली है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम सहजनवा जनता का मन टटोलने पहुंची थी. बातचीत के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Siddharthnagar की Shohratgarh Assembly Seat कभी Congress का गढ़ हुआ करती थी. 2002 और 2007 के चुनाव में भी इस सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार जीते थे. 2017 में BJP की गठबंधन सहयोगी Apna Dal के Amar Singh यहां से विजयी रहे. इस क्षेत्र में 3 लाख के करीब मतदाता हैं. यहां अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाताओं की बहुलता है. शोहरतगढ़ सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में ब्राहम्ण, राजपूत के साथ कुर्मी वोटर भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं. दलित वोटरों की भी अच्छी तादाद हैं. सीटिंग विधायक अमर सिंह का दावा है कि उनेक कार्यकाल में यहां चहुंमुखी विकास हुआ है. अब यहां कि जनता को इस क्षेत्र में कितना विकास दिखता है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम शोहरतगढ़ विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Siddharthnagar के Dumariaganj Assembly seat से 2017 में BJP के Raghavendra Pratap Singh चुनाव जीते थे. 2017 में कांटे की टक्कर थी. BSP उम्मीदवार Sayyida Khatoon से राघवेंद्र प्रताप सिंह मात्र 171 वोट से जीते थे. इस बार भी बीजेपी के टिकट पर राघवेंद्र प्रताप चुनाव लड़ रहे हैं. सांप्रदायिक टिप्पणी की वजह से राघवेंद्र प्रताप इस वक्त सुर्खियों में आ गये हैं. चुनाव आयोग इसका संज्ञान भी ले चुका है. हालांकि बीजेपी उम्मीदवार विरोधियों पर साजिश का आरोप लगा रहै हैं. वहीं यहां की राजनीतिक पृष्ठभूमि की बात करें तो 1967 में यह सीट अस्तित्व में आई थी. इस विधानसभा में कुल करीब चार लाख मतदाता हैं. सामान्य वर्ग के साथ एससी-एसटी वर्ग के मतदाता भी इस विधानसभा सीट का चुनाव परिणाम निर्धारित करने में निर्णायक भूमिका निभाते हैं. 2022 में यहां की जनता फिर से राघेंद्र प्रताप को विधानसभा भेजती है या कोई और उम्मीदवार यहां की जनता के मन में बसा है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम डुमरियागंज विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Deoria District की Rudrapur Assembly Seat यूं तो पिछड़े क्षेत्रों में शुमार है. यहां अन्य समस्याओं के साथ-साथ बाढ़ सबसे बड़ी समस्या है. लेकिन यह विधासभा सीट हाई प्रोफाइल सीट क रूप में जानी जाती है. कभी कांग्रेस के लिए यह सीट उसका गढ़ हुआ करती थी, BJP भी यहां से तीन बार चुनाव जीत चुकी है. यहां निषाद मतदाता बहुसंख्यक हैं. 2017 में भाजपा की टिकट पर Jai Prakash Nishad चुनाव जीते थे. 1991 से लगातार चुनाव लड़ रहे जय प्रकाश को लगातार दो बार जीत हासिल नहीं हुई. क्या इस बार यह रिकॉर्ड टूटने वाला है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम रुद्रपुर विधानसभा में जनता का मूड समझने पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Gorakhpur District की Chillupar Assembly Seat पर बाहुबली नेता Harishankar Tiwari ने 1985 से 2002 तक लगातार 6 बार जीत दर्ज की थी. वहीं 2017 में उनके बेटे Vinay Shankar Tiwari BSP की टिकट पर यहां से चुनाव जीते. इस चुनाव में विनय शंकर तिवारी SP के टिकट पर मैदान में हैं. जिनका मुकाबला BJP के Rajesh Tripathi से है. अब देखना होगा जनता किसको 2022 में चिल्लूपार का सिकंदर बनाती है? जनता का मन टटोलने इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम चिल्लूपार विधानसभा पहुंची थी. आप भी सुनिए. जनता ने क्या कहा?
पल्लवी पटेल के खिलाफ उनकी बहन अनुप्रिया पटेल भी केशव प्रसाद को जिताने के लिए सिराथू सीट पर प्रचार कर चुकी हैं।
पर्यटन के दृष्टिकोण से श्रावस्ती बेहद महत्वपूर्ण है, लेकिन आवागमन के संसाधनों की भारी कमी के चलते यहां लोगों की आमद कम ही हो पाती है।
Jaunpur के Zafarabad Assembly Seat पर 2017 के चुनाव में 25 साल बाद BJP को सफलता मिली. इसके पहले 1991 में BJP के Umanath ने जीत दर्ज करके विधानसभा में अपनी जगह बनाई थी. 1993 में SP, BSP गठबंधन से उम्मीदवार Shriram Yadav ने परचम लहराया. 1996, 2002, 2007 में लगातार BSP के Jagdish Narayan ने अपना कब्जा बनाए रखा था. 2012 में इस सीट को सपा के Sachindra Nath Tripathi ने BSP से हासिल की थी. 2017 के Assembly Election में यह सीट BJP की झोली में चली गई. इस चुनावी महासमर में यहां कांटे की टक्कर है. आखिरी चरण में 7 मार्च को यहां चुनाव है. इस कांटे की टक्कर में जनता किसका साथ निभाने वाली है जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जफराबाद विधानसभा विधानसभा पहुंची थी. जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए
Kaushambi के Sirathu Tehsil स्थित ‘कड़ा धाम शीतला माता’ का मंदिर प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है. 51 शक्तिपीठों में से एक मां शीतलाधाम में हर साल आषाढ़, सावन के महीने में सप्तमी-अष्टमी के दिन विशेष मेला लगता है. इस दौरान मां के दर्शन के लिए लोग देश के कोने-कोने से यहां आते हैं. मां शीतला देवी को पुत्र देने वाली देवी भी कहा जाता है. चुनावी माहौल में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ‘कड़ा धाम शीतला माता’ मंदिर पहुंची थी. बातचीत के दौरान शीतला धाम में मौजूद भक्तों ने केशव मौर्य के नारे लगाए और कहा कि- ‘ जो राम को लाए हैं सिराथू के लोग उनको लाएंगे.’
Kaushambi District की Sirathu Assembly Seat राज्य की सबसे चर्चित सीटों में से एक है. इस सीट की चर्चा इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि यहां से BJP ने UP के उप-मुख्यमंत्री Keshav Prasad Maurya को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, दूसरी तरफ SP-Apna Dal गठबंधन की ओर से Pallavi Patel को टिकट दिया गया है. केशव प्रसाद मौर्य के सामने सपा गठबंधन प्रत्याशी की राह आसान नहीं होगी. BJP संगठन की मोर्चेबंदी को तोड़ पाना उनके लिए बड़ी चुनौती है. पल्लवी पटेल बेरोजगारी के मुद्दे को उठा रही हैं. वह खुद को कौशांबी की बहू कहकर लोगों के दिल में पैठ बनाने की कोशिश में जुटी हैं. अब जनता क्या सोचती है? जनता को बहू चाहिए या बेटा? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम सिराथू विधानसभा पहुंची थी. चर्चा के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
आपने अंगुलिमाल डाकू का नाम तो सुना ही होगा. जी हां, वही डाकू जो अपने घर-परिवार के पालन-पोषण के लिए जंगलों के बीच गुफ़ा में छुपा रहता था और मौका मिलते ही राह चलते लोगों को लूट लेता था. यही नहीं लूटपाट के बाद ऊंगलियां काटकर माला भी पहन लेता था. इसी क्रम में एक दिन उसकी मुलाकात भगवान बुद्ध से हो गई. और भगवान बुद्ध ने अंगुलिमाल डाकू को नास्तिक से आस्तिक बना दिया. जिस जगह यह चमत्कार हुआ उस जगह को Shrawasti के नाम से जाना जाता है. यह स्थान भगवान बुद्ध को काफी पसंद था. यह वही इलाका है जहां गौतम बुद्ध अपने जीवन काल का सबसे ज्यादा समय बिताए थे. बौद्धस्थली श्रावस्ती में हर वक्त भक्तों की भीड़ लगी रहती है. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम श्रावस्ती उस जगह पहुंची थी, जहां 2600 साल पुराना ‘बोधिवृक्ष’ मौजूद है. क्यों खास है श्रावस्ती? जानने के लिए देखिए हमारी रिपोर्ट.
जखनियाँ सीट से विधायक त्रिवेणी राम का दावा है कि उनके कार्यकाल में इस क्षेत्र में बहुत विकास हुआ है। अब विधायक के दावे में कितनी सच्चाई है? यहां की जनता से आप भी सुनिए।
गाजीपुर ज़िले के जंगीपुर विधानसभा में आखिरी चरण में 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे। 2017 में कमल की लहर में भी यहां साइकिल ही दौड़ी थी। यह सीट 2012 में अस्तित्व में आई थी, तब से लेकर 2017 तक यहां सपा का कब्जा रहा है। 2022 का चुनाव परिणाम क्या होगा?
Jakhanian Assembly Seat Ghazipur District के अंतर्गत आती है. यहां 1967 से 2017 तक BJP का खाता नहीं खुला. 2017 में SBSP पार्टी के Triveni Ram विधायक बने थे. 2017 में BJP और सुभासपा के बीच गठबंधन था. यहां SP-BSP की जीत हार होती रही है. इस क्षेत्र में दलित वोटरों की संख्या सबसे अधिक है. दूसरे नंबर पर यावद वोटर हैं. राजभर और चौहान वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं. जखनियाँ विधानसभा की गिनती पिछड़े इलाके में होती है. 2022 में विधायक चुनने के लिए लिए यहां 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. इस बार यहां की जनता किसके सिर जीत का ताज सजाने वाली है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जखनियाँ विधानसभा पहुंची थी. बातचीत के दौरान जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Mirzapur की Marihan Assembly में 2017 में BJP का परचम लहराया था. 2017 में जीत अपने नाम कर चुके Ramashankar Patel को BJP ने इस बार भी चुनाव मैदान में उतारा है. 2012 में इस सीट पर Congress का कब्जा था. यहां करीब साढ़े तीन लाख है वोटरों की संख्या. पटेल वोटरों की संख्या यहां सबसे अधिक है. आदिवासी करीब 40 हज़ार. 30 हज़ार के करीब दलित मतदाता है. बाकी अन्य वोटर हैं. 10 मार्च को यहां की जनता किस पार्टी की झोली में जीत डालने का मूड बना रही है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मिर्जापुर की मड़िहान विधानसभा पहुंची थी. यहां की जनता के मन में क्या चल रहा है? आप भी सुनिए
Ghazipur District के Jangipur Assembly में आखिरी चरण में 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे. 2017 में कमल की लहर में भी यहां साइकिल ही दौड़ी थी. यह सीट 2012 में अस्तित्व में आई थी. तब से लेकर 2017 तक यहां SP का कब्जा रहा है. कृषि प्रधान इस विधानसभा में करीब सवा तीन लाख वोटरों की संख्या है. 2022 का चुनाव परिणाम क्या होगा? जंगीपुर की जनता के मुद्दे क्या हैं? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जंगीपुर पहुंची थी. यहां की जनता ने क्या कहा? आप भी सुनिए.
Bahraich की Balha Assembly Seat पर BJP का दबदबा है. भाजपा लगातार तीन चुनाव से यहां कमल खिलाने में सफल रही है. 2017 में भाजपा के अक्षयवर Lal Gaur इस सीट से विधायक बने. 2019 में पार्टी ने उन्हें लोकसभा प्रत्याशी बनाया और वह सांसद बन गए. उपचुनाव में फिर से ये सीट भाजपा की झोली में जा गिरी. इस बार भाजपा की Saroj Sonkar चुनाव जीतकर विधायक बनी. इस बार बलहा सीट पर 27 मार्च को वोटिंग होगी. चुनाव से पहले इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम बलहा विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. और यह जानने की कोशिश कि आखिर क्यों कोई अन्य दल इस सीट पर भाजपा को पराजित नहीं कर पाता. आप भी सुनिए कि इलाके की जनता ने प्रदेश सरकार और विधायक को लेकर क्या कुछ कहा.
जंग-ए-आजादी के सुनहरें पन्नों में दर्ज Madhuban Assembly Constituency. 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के क्रांतिकारियों ने मधुबन में तिरंगा लहराकर अपनी आजादी का एलान किया था. तब से लेकर अबतक कई राजनीतिक समीकरण बदल चुके हैं. 2017 में ही Dara Singh Chauhan ने BJP की टिकट पर मधुबन सीट से चुनाव लड़ा और विजयी हुए. लेकिन इस बार ठीक चुनाव से पहले वे SP में शामिल हो गए. सपा ने इस बार उन्हें यहां की बजाय Ghosi से टिकट देकर चुनाव में उतारा है. वहीं भाजपा ने इस बार Ram Vilas Chauhan को अपना प्रत्याशी घोषित किया है. इस बार मधुबन विधानसभा क्षेत्र में किस ओर बह रही है चुनावी बयार इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मधुबन विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां स्थानीय जनता ने आगमी चुनाव और विधायक को लेकर जो कुछ कहा आप भी सुनिए.
अयोध्या में जहां एक तरफ भव्य राम मंदिर निर्माण का कार्य जोरशोर से चालू है. वहीं अयोध्या में सौंर्दयकरण के लिए यहां सड़कों और गलियों का चौड़ीकरण कराया जा रहा है. जिसके कारण यहां मौजूद करीब 700 दुकानों को नुकसान पहुंचा है. जिससे यहां के स्थानीय दुकानदार काफी नाराज चल रहे हैं. स्थानीय दुकानदारों के मुताबिक वे सभी अयोध्या में राम मंदिर निर्माण कराए जाने से बेहद प्रसन्न हैं. लेकिन साथ में उनका कहना है कि सरकार को उनके बारे में भी सोचने की आवश्यकता है. इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने अयोध्या पहुंचकर यहां के स्थानीय दुकानदारों से उनकी परेशानियों का सबब जानने की कोशिश की. आप भी सुनिए कि अयोध्या के दुकानदार यहां सड़कों के चौड़ीकरण किए जाने से कितने परेशान हैं.
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