Ramnagar Assembly Seat Uttar Pradesh के Barabanki District के अंतर्गत आती है. इस सीट को सूबे की हॉट सीटों में शामिल किया जाता है. रामनगर विधानसभा सीट के बारे में प्रचलित है कि जिसको इस सीट से एक बार जीत मिली वह दोबारा यहां जीत हासिल नहीं कर पाया. 2017 के Assembly Election में BJP ने कब्जा किया था. भाजपा प्रत्याशी Sharad Awasthi ने चुनाव में SP के Arvind Singh Gop को 22 हजार से भी अधिक वोटों से हराकर जीत हासिल की थी. इस विधानसभा क्षेत्र में करीब तीन लाख मतदाता हैं. जिनमें मुस्लिम और दलित वोटरों की संख्या सबसे अधिक है. इस बार रामनगर विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को मतदान होगा. चुनाव को लेकर सियासी दलों के बारे में जनता की राय जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम रामनगर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Kasganj के Amanpur Assembly में तीसरे चरण में 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. 2017 में BJP से Devendra Pratap Rajput जीते थे. इससे पहले 2012 में BSP से Mamtesh Shakya चुनाव जीते थे. 2008 में परिसीमन के बाद यह सीट अस्तित्व में आई. यहां अब तक सिर्फ दो बार ही चुनाव हो पाए हैं. अमांपुर आरक्षित सीट के अंतर्गत आती है. यहां लोधी राजपूत वोटरों की संख्या अधिक है. मुस्लिम-शाक्य वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं. BJP ने इस बार Hariom Verma को टिकट दिया है. इस बार BJP फिर से अपना कब्जा बरकरार रखने में सफल होगी? या BSP वापसी करेगी? या जनता किसी और पार्टी के उम्मीदवार को जीताएगी? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम अमांपुर विधानसभा पहुंची. बातचीत के दौरान यहां कि कुछ जनता BJP को समर्थन करती दिखी तो कुछ सपा, BSP और Congress को समर्थन करते दिखी. आप भी सुनिए यहां कि जनता के मन में क्या है?
Zaidpur Assembly Seat Uttar Pradesh के Barabanki District के अंतर्गत आती है. 2011 में परिसीमन के बाद से यह सुरक्षित विधानसभा सीट बन गयी. कभी यहां पर Congress का दबदबा हुआ करता था. लेकिन 2017 के Assembly Election में BJP के Upendra Rawat ने कांग्रेस के Tanuj Punia को 28 हजार से भी अधिक वोटों से हराया. लेकिन 2019 में उपेंद्र रावत सांसद चुने गए. जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव हुआ जिसमें SP के Gaurav Rawat ने भाजपा उम्मीदवार को हराकर ये सीट अपने कब्जे में कर ली. जैदपुर विधानसभा क्षेत्र की आबादी 4 लाख के करीब है. जिसमें सबसे अधिक 25 फीसदी आदाबी मुस्लिम समुदाय की है. इस बार जैदपुर विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को मतदान होगा. सियासी दलों ने यहां जीत के लिए अपनी कमर कस ली है. 2022 में जैदपुर सीट पर किस दल का उम्मीदवार जीतेगा? क्षेत्र की जनता का मूड इस बार किस तरफ है? इन सवालों के जवाब की तलाश में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम जैदपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Banda District की Tindwari Assembly में चौथे चरण में 23 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. यहां निषाद, ठाकुर, दलित वोटरों की संख्या अधिक है. यहां के लोगों का प्रमुख व्यवसाय कृषि है. रोजगार के लिए लोगों को यहां से शहर पलायन करना पड़ता है. 2017 में यहां से BJP के Brijesh Prajapati चुनाव जीते थे. बृजेश प्रजापति 2017 से पहले चार बार रहे तिंदवारी विधायक BSP नेता Bisambar Prasad को मात दी थी. इस बार BJP ने बृजेश प्रजापति का टिकट काटते हुए Ramkesh Nishad को चुनावी मैदान में उतारा है. तिंदवारी की जनता इस बार किसको विधानसभा भेजने के मूड में है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम तिंदवारी विधानसभा पहुंचकर यहां के लोगों से बात की. इस दौरान जहां किसानों ने अपनी परेशानी बताई. वहीं कुछ लोगों का कहना था कि कुछ समस्याएं तो हैं, लेकिन इस सरकार में देश सुरक्षित है. हम सुरक्षित हैं.
Hathras Gang Rape Case का जब भी ज़िक्र होता है, एक डर जैसा माहौल हो जाता है. यह मामला भले ही कोर्ट में हो, पीड़ित परिवार को भले ही सुरक्षा मिली हो, बावजूद इसके यह परिवार अब भी डरा-डरा सा रहता है. इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम हाथरस में पीड़िता के घर पहुंची थी. पीड़िता के परिजनों से जब INDIA TV की रिपोर्टर ने पूछा कि क्या अब भी डर लगता है? तो पीड़िता के भाई और घर वालों ने कहा कि- ‘अभी तो हम पुलिस की सुरक्षा में हैं, लेकिन डर अभी भी लगता है. वो काली रात हम कभी नहीं भूल सकते.’
karhal Seat से सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री Akhilesh Yadav ताल ठोक रहे हैं. वहीं अखिलेश यादव के खिलाफ करहल में BJP ने Union Minister Professor SP Singh Baghel को मैदान में उतारा है. वैसे करहल सीट को SP का गढ़ माना जाता है. 2007 से ही सपा उम्मीदवार लगातार यहां से चुनाव जीतते आ रहे है. इस बार सपा के मुखिया स्वयं यहां से उम्मीदवार हैं. पिछले तीन बार से सपा को जीताती आ रही करहल की जनता इस बार सपा को और बड़ी जीत दिलाने के मूड में है या BJP के एसपी सिंह बघेल सपा सुप्रीमो को मात देने में कामयाब होगें? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम Karhal Assembly के Dilipur Village पहुंची थी. बातचीत के दौरान कुछ जनता सपा को समर्थन करते दिखी, तो कुछ BJP का समर्थन करते दिखी. साथ ही जनता ने क्षेत्र की कुछ समस्याएं भी गिनाई.
Kanpur के Maharajpur Assembly में तीसरे चरण में 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. यहां पिछले एक दशक से BJP का राज कायम है. यूपी सरकार में मंत्री Satish Mahana इस सीट से विधायक हैं. इस बार भी BJP ने सतीश महाना को टिकट दिया है. 2017 में मोदी लहर ऐसी चली कि महाराजपुर में सपा की जमानत जब्त हो गई थी. इस विधानसभा क्षेत्र में OBC और जनरल वोटरों की संख्या अधिक है. इस बार यहां कि जनता क्या करने वाली है? सतीश महाना को तीसरी जीत दिलाने के मूड में है या इस बार हवा बदला हुआ है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम महाराजपुर विधानसभा पहुंचकर यहां के लोगों से बात की. इस दौरान यहां की ज्यादातर जनता सतीश महाना का समर्थन करती दिखी. वहीं कुछ SP, BSP और Congress को भी समर्थन देते दिखे.
Uttar Pradesh की Prayagraj North Assembly Seat पर कभी Congress का वर्चस्व हुआ करता था. कांग्रेस ने 1957 से लेकर 80 तक लगातार यहां जीत हासिल की थी. प्रयागराज उत्तर विधानसभा सीट पर ब्राह्मण वोटरों की बाहुलता है. 2017 के Assembly Election में प्रयागराज उत्तर सीट से BJP की टिकट पर Harsh Vardhan Vajpayee विधायक चुने गए थे. वहीं कांग्रेस के Anugrah Narayan Singh दूसरे स्थान पर रहे थे. प्रदेश में चुनावी सरगर्मी अपने चरम पर है. सियासी दलों ने प्रदेश में जीत के लिए चुनावी दांव लगाना शुरू कर दिया है. प्रयागराज उत्तर सीट पर इस बार वोटिंग 27 फरवरी को होगी. कांग्रेस ने चुनावी माहौल को भांपते हुए अनुग्रह नारायण को इस सीट से अपना प्रत्याशी घोषित किया है. वहीं भाजपा ने इस सीट पर अपनी जीत को बरकरार रखने के उद्देश्य से हर्षवर्धन बाजपेई को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. 2022 में किस दल का उम्मीदवार यहां जीत हासिल करेगा इसका फैसला 10 मार्च को होगा. इसी चुनावी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम प्रयागराज विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
बस्ती में चुनावी चर्चा तो खूब हो रही है, लेकिन आधी आबादी की बात यहां कोई नहीं कर रहा। साल 1985 के बाद से, यहां से किसी भी महिला को विधानसभा पहुंचने का मौका नहीं मिला है।
चुनाव प्रचार करने करहल पहुंचे BJP कैंडिडेट एसपी सिंह बघेल पर हमले के बाद BJP के नेता कहा रहे हैं- 'यह हमला बता रहा है करहल में सपा हार रही है।’
karhal seat को SP का गढ़ माना जाता है. 2007 से ही सपा उम्मीदवार लगातार यहां से चुनाव जीतते आ रहे है. इस बार सपा के मुखिया स्वयं यहां से उम्मीदवार हैं. पिछले तीन बार से सपा को जीताती आ रही करहल की जनता इस बार सपा को और बड़ी जीत दिलाने के मूड में है या BJP के SP Singh Baghel सपा सुप्रीमो को मात देने में कामयाब होगें? जानने के लिए 'इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ की टीम Karhal Assembly के Dilipur Village पहुंची थी. बातचीत के दौरान कुछ जनता सपा को समर्थन करते दिखी, तो कुछ BJP का समर्थन करते दिखी. साथ ही जनता ने क्षेत्र की कुछ समस्याएं भी गिनाई.
पीएम मोदी ने जनसभा में कहा कि पंजाब के किसानों को नई सोच और विजन वाली सरकार चाहिए। किसान को बेहतर फसल, कम लागत और बेहतर कीमत की जरूरत है। इसके लिए हमारी सरकार बीज से बाजार तक नई व्यवस्था बना रही है।
Basti Sadar में छठे चरण में 3 मार्च को वोट डाले जाएंगे. यहां करीब चार लाख वोटर रहते हैं. इस सीट पर बदलाव की परंपरा रही है. 2017 में यहां BJP ने अपना खाता खोला था. बस्ती की जनता ने Dayaram Choudhary को विधानसभा भेजा था. इससे पहले यहां Congress-BSP का कब्जा रहा है. ब्राह्मण और मुस्लिम वोटरों की संख्या अधिक है. ठाकुर, यादव, कुर्मी वोटरों की भी अच्छी तादाद है. पांच सालों यहां इतना कितना हुआ बदलाव? क्या इस बार टूटेगी बदलाव क परंपरा? फिर से BJP या कोई और? जनता का मूड समझने के लिए 'इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ की टीम बस्ती सदर पहुंचकर लोगों से बात की. इस दौरान यहां कुछ जनता ऐसी मिली जिनको विकास ही विकास दिखता है, तो कुछ ने कहा कि क्षेत्र में भ्रष्टाचार ज्यादा है. सड़कों में गड्ढे हैं.
Karnataka का Hijab Controversy कई दिनों से देश भर में छाया हुआ है. इस मामले पर हर पार्टी के नेता प्रतिक्रिया दे रहे हैं. मामला कोर्ट से लेकर TV डिबेट तक खूब सुर्खियां बटोर रहा है. वहीं अब इस मामले में यूपी के Aligarh University की छात्राओं ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज करा दी है. दरअसल Uttar Pradesh में विधानसभा का चुनाव हो रहा है. इस चुनाव में जनता का मूड समझने 'इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ की टीम हर विधानसभा पहुंचकर लोगों से चर्चा कर रही है. इसी सिलसिले में टीम अलीगढ़ यूनिवर्सिटी पहुंची जहां हिजाब का मुद्दा छाया हुआ था. छात्राओं ने कहा कि ‘’हिजाब के नाम पर देश में राजनीति हो रही है. हिंदू-मुस्लिम को बांटने की कोशिश हो रही. हिजाब बहुत पहले से पहना जा रहा है. यह मुद्दा पहले क्यों नहीं उठा? सिख पगड़ी क्यों पहनते हैं? स्कूल में सरस्वती पूजा, गायत्री मंत्र क्यों होता है?’
Farrukhabad Sadar Assembly Seat पर तीसरे चरण में 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. 2017 में इस सीट पर BJP उम्मीदवार Sunil Dutt Dwivedi चुनाव जीते थे. इस बार भी BJP ने सुनील दत्त को इस सीट को बचाने की जिम्मेदारी सौंपी है. सुनील दत्त BJP के कद्दावर नेता रहे Brahm Dutt Dwivedi के बेटे हैं. इस विधानसभा क्षेत्र में मुस्लिम और ब्राह्मण वोटरों की संख्या सबसे अधिक है. अनुसूचित वर्ग के वोटर भी अच्छी तादाद में हैं. यह क्षेत्र Ram Manohar Lohia की कर्मस्थली रहा. कवयित्री Mahadevi Verma की जन्मस्थली भी यहीं है. सुनील दत्त द्विवेदी के हाथों में यहां की जनता फिर से अपना पांच साल का भविष्य सौंपने की तैयारी में है या जनता के मन में कोई और बस चुका है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम फर्रुखाबाद सदर विधानसभा पहुंची और लोगों के मन की बात जानने की कोशिश की. आप भी सुनिए.
Manikpur Assembly Seat Uttar Pradesh के Chitrakoot District के अंतर्गत आती है. कभी यहां ददुआ, ठोकिया जैसे दुर्दांत डकैतों का आतंक हुआ करता था. लेकिन बदलते समय के साथ अब यह क्षेत्र डकैतों से मुक्त हो चुका है. मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र करीब साढ़े तीन लाख मतदाता हैं. जिनमें अनुसूचित जाति और जनजाति के वोटरों की संख्या सबसे अधिक है. 2017 के Assembly Election में BJP के R K Patel मानिकपुर सीट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. 2019 में भाजपा ने उन्हें लोकसभा उम्मीदवार बनाया और वे जीतकर संसद में पहुंच गए. फिर इस सीट पर उपचुनाव में भाजपा के Anand Shukla जीतने में सफल रहे. इस बार मानिकपुर सीट पर 27 फरवरी को वोटिंग होगी. सियासी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए कमर कस ली है. इसी चुनावी समर के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मानिकपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) में गोरखपुर सदर सीट के साथ-साथ Mainpuri की Karhal Assembly Seat भी हॉट सीट बनी हुई है. इन दोनों ही सीटों पर देशभर की नज़र है. Gorakhpur Sadar Assembly seat से जहां खुद सूबे के मुखिया Yogi Adityanath चुनाव मैदान में हैं, तो वहीं करहल सीट से सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री Akhilesh Yadav ताल ठोक रहे हैं. वहीं अखिलेश यादव के खिलाफ करहल में BJP ने केंद्रीय मंत्री Professor SP Singh Baghel को मैदान में उतारा है. वैसे करहल सीट को SP का गढ़ माना जाता है. 2007 से ही सपा उम्मीदवार लगातार यहां से चुनाव जीतते आ रहे है. इस बार सपा के मुखिया स्वयं यहां से उम्मीदवार हैं. पिछले तीन बार से सपा को जीताती आ रही करहल की जनता इस बार सपा को और बड़ी जीत दिलाने के मूड में है या BJP के एसपी सिंह बघेल सपा सुप्रीमो को मात देने में कामयाब होगें? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम करहल विधानसभा पहुंची थी. बातचीत के दौरान कुछ जनता सपा को समर्थन करते दिखी, तो कुछ BJP के साथ खड़ी दिखी. हालांकि अभी हाल ही में चुनाव प्रचार करने करहल पहुंचे BJP कैंडिडेट पर हमले की खबर सामने आई. जिसके बाद BJP के नेताओं ने कहा कि ’यह हमला बता रहा है करहल में सपा हार रही है.’
मिश्रिख सीट पर कांटे की टक्कर। इस विधानसभा में क्या फिर कमल खिला पाएंगे रामकृष्ण भार्गव?
Kasta Assembly Constituency Lakhimpur District के अंतर्गत आती है. यह विधानसभा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. कस्ता विधानसभा सीट पर इस बार चौथे चरण में 23 फरवरी को मतदान होगा. 2017 के Assembly Election में Saurabh Singh ने BJP की टिकट पर इस सीट से चुनाव लड़ा और जीत हासिल की. 2022 के चुनाव के बाद यहां कौन राज करेगा ये तो भविष्य के गर्भ में है. सियासी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए कमर कस ली है. कैसा है कास्ता विधानसभा क्षेत्र का चुनावी माहौल? इसका जायजा लेने के लिए 'इंडिया टीवी' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम कस्ता विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
देश हो या प्रदेश सरकार बनाने में साधु-संतों का भी बड़ा योगदान रहता है। संतो ने एक बार फिर से उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाने को लेकर हुंकार भरी।
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