'हिजाब में पहचान छुप जाती है, वहीं पगड़ी में किसीकी पहचान नहीं छुपती। इसलिए हिजाब का पगड़ी से तुलना करना सही नहीं है।'
Chandauli District के Mughalsarai Assembly में इस बार आखिरी चरण में 7 मार्च को वोट जाले जाएंगे. 2017 में BJP से Sadhna Singh जीती थीं. इस बार BJP ने Ramesh Jaiswal को टिकट है. यहां यादव और मुस्लिम वोटरों की संख्या अधिक है. क्षत्रिय और ब्राह्मण वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं. विधायक का दावा है कि विकास के दम पर यहां BJP फिर से जीतेगी. मुगलसराय की जनता क्या चाहती है? 2022 में किसके सिर सजेगा ताज? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम मुगलसराय विधानसभा पहुंचकर यहां के लोगों से चर्चा की.
Lucknow Cantt Assembly Seat BJP का गढ़ मानी जाती है. 2017 में BJP से Rita Bahuguna Joshi जीतीं थी. 2022 में BJP से Brijesh Pathak उम्मीदवार हैं. यहां चौथे चरण में 23 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. इस सीट पर ब्राह्ण वोटरों की संख्या अधिक है. लखनऊ कैंट शहरी इलाके की विधानसभा सीट है. Congress ने Dilpreet Singh को दिया टिकट है. SP ने Raju Gandhi को चुनाव मैदान में उतारा है. लखनऊ कैंट की जनता के मन में क्या है? इस बार लखनऊ कैंट में किसकी जीत पक्की है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम लखनऊ कैंट विधानसभा पहुंचकर वहां के लोगों से चर्चा की. यहां की जनता किसको जीताना चाहती है आप भी सुनिए.
Karnataka में हुए Hijab Controversy को लेकर आम जनता क्या सोचती है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम अलीगढ़ आम लोगों के बीच पहुंची थी. बातचीत के दौरान अलीगढ़ की आम जनता ने कहा कि शिक्षण संस्थानों में कोई भी धार्मिक कपड़े पहनकर जाना ठीक नहीं है। शिक्षण संस्थानों में ड्रेस कोड होना चाहिए. वहीं हिजाब और सिखों की पगड़ी की तुलना के बारे में जब टीम ने सवाल किया तो लोगों का कहना था कि हिजाब में पहचान छुप जाती है, जिससे आतंकी हमले भी होने की आशंका रहती है. वहीं पगड़ी में किसीकी पहचान नहीं छुपती. इसलिए हिजाब का पगड़ी से तुलना करना सही नहीं है.
Prayagraj के Pratappur Assembly में 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. यहां ब्राह्मण और यादव वोटरों की संख्या अधिक है. यहां कुल 4 लाख है वोटरों की संख्या. इस सीट पर BSP का दबदबा है. 2017 में BSP के Mujtaba Siddiqui जीते थे. अब सिद्दकी SP में शामिल हो चुके हैं. यहां मोदी लहर में भी BJP को हार मिली थी. क्या इस बार जीत का स्वाद चखेगी BJP? प्रतापपुर की जनता क्या सोचती है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम यहां पहुंचकर लोगों से बात की.
Prayagraj के Bara Assembly में 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. यह एक सुरक्षित सीट है. यहां दलित वोटरों की संख्या अधिक है. यहां पहले Congress का दबदबा रहता था. 2017 में BJP से Ajay Kumar जीते थे. अजय कुमार ने क्षेत्र में विकास का दावा किया है. विधायक का कहना है कि ‘जनता काम देखती है’. ‘काम के दम पर दोबारा सत्ता में आएगी BJP’. विधायक के दावे में कितना दम है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम बारा पहुंची थी. यहां की जनता ने विधायक के बारे में क्या कहा आप भी सुनिए.
Prayagraj के Handia Assembly में 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. 2017 में BSP के Hakim Lal Bind जीते थे. अब SP में शामिल हो गए हैं हाकिम लाल बिंद. हंडिया में पिछड़े वोटरों की संख्या अधिक है. यादव, ब्राह्मण वोटरों की भी अच्छी तादाद है. इस विधानसभा क्षेत्र में करीब 2 लाख है वोटरों की संख्या. विधायक ने क्षेत्र में तेजी से विकास का दावा किया है. वहीं विधायक ने सरकार पर सहयोग नहीं करने का आरोप भी लगाया है. यहां 1996 से अब तक कमल नहीं खिल पाया है. क्या इस बार यहां कि जनता BJP का कमल खिलाने वाली है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम हंडिया विधासभा पहुंचकर लोगों से बात की.
अब्बास अंसारी ने कहा- ‘’BJP जब हारने लगी तो उसने मुझपर मुकदमें करवाए।‘’ मऊ सीट से मुख्तार चुनाव क्यों नहीं लड़ रहे हैं? इस सवाल के जवाब में अब्बास न कहा कि ‘’जो सत्ता में बैठे लोग हैं वो चाहते हैं कि मेरे पिता की हत्या हो जाए। मुझमें और मेरे पिता में कोई फर्क नहीं है।''
Sarojini Nagar Assembly Seat Uttar Pradesh के Lucknow District के अंतर्गत आती है. इस सीट पर ग्रामीण मतदाताओं की संख्या अधिक है. वहीं इस विधानसभा क्षेत्र में करीब पांच लाख वोटर हैं. जिनमें दलित मतदाताओं की तादाद सबसे अधिक है. वहीं चुनाव में ठाकुर, ब्राह्मण जाति के मतदाता भी अहम भूमिका निभाते हैं. 2017 में इस सीट पर पहली बार BJP का कमल खिला था. भाजपा की Swati Singh फिलहाल इस सीट से मौजूदा विधायक हैं. स्वाति सिंह बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष Dayashankar Singh की पत्नी हैं. फिलहाल भाजपा ने 2022 विधानसभा चुनाव के लिए स्वाति सिंह को टिकट नहीं दिया है. पार्टी ने उनकी जगह पूर्व IPS Rajeshwar Singh को चुनाव में उतारा है. वहीं सपा ने भाजपा प्रत्याशी के मुकाबले में Abhishek Mishra को टिकट दिया है. इस बार सरोजनी नगर विधानसभा सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी. वोटिंग से पहले इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने सरोजनी नगर विधानसभा क्षेत्र में जाकर वोटरों का मिजाज जानने की कोशिश की.
Soraon Assembly Seat संगम नगरी Prayagraj District के अंतर्गत आती है. ये एक सुरक्षित सीट है. सोरांव विधानसभा क्षेत्र में कुल करीब सवा तीन लाख मतदाता हैं. जिनमें सबसे अधिक तादाद पासी मतदाताओं की है. वहीं क्षेत्र में यादव, ब्राह्मण, मौर्य मतादाता भी अच्छी खासी तादाद में हैं. 2017 के Assembly Election में BJP और Apna Dal (S) गठबंधन की ओर से Jamuna Prasad ने चुनाव लड़ा और विजयी हुए थे. उन्होंने चुनाव में BSP की Geeta Pasi 17 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था. भाजपा और अपना दल (एस) गठबंधन ने 2022 चुनाव के लिए जमुना प्रसाद को एक बार फिर से अपना प्रत्याशी घोषित किया है. इस बार सोरांव विधानसभा सीट पर 27 फरवरी को वोटिंग होगी. वोटिंग से पहले चुनावी पारा अपने चरम पर है. क्षेत्र में चुनावी तापमान को नापने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने सोरांव विधानसभा क्षेत्र पहुंचकर इलाके की जनता से बात की.
Bakshi Ka Talab Assembly Seat Uttar Pradesh के Lucknow District के अंतर्गत आती है. ये विधानसभा क्षेत्र अपनी ऐतिहासिक इमारतों के लिए प्रसिद्ध है. क्षेत्र में पौने चार लाख के करीब मतदाता हैं. जिनमें अन्य पिछड़ा वर्ग के मतदाता अच्छी तादाद में हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में BJP के Avinash Trivedi यहां से जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. लेकिन भाजपा ने इस बार मौजूदा विधायक का टिकट काट दिया है. उनकी जगह Yogesh Shukla को पार्टी ने उम्मीदवार बनाया है. वहीं SP ने Gomti Yadav को टिकट देकर चुनावी मैदान में उतारा है. इस बार इस विधानसभा सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी. 10 मार्च को चुनाव के नतीजे घोषित किए जाएंगे. वोटिंग से पहले बख्शी का तालाब विधानसभा क्षेत्र में चुनावी माहौल का जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने वहां पहुंचकर क्षेत्र की जनता से बात की.
Palia Kalan Assembly Seat Uttar Pradesh के Lakhimpur Kheri District के अंतर्गत आती है. पलिया मुख्यत गन्ना उत्पादन के लिए जाना जाता है. पलिया विधानसभा क्षेत्र में हर-जाति वर्ग के लोग रहते हैं. क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या करीब साढ़े तीन लाख है. 2017 के Assembly election में BJP के Harvinder Kumar Sahni ने भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ा और विजयी हुए थे. साहनी 2017 विधानसभा चुनाव से पहले ही BSP छोड़ भाजपा में शामिल हुए थे. इससे पहले भी साल 2012 के चुनाव में वे इस सीट से विधायक चुने गए थे. पलिया में इस बार 23 फरवरी को वोटिंग होगी. 2022 में भाजपा बचा इस सीट को बचा पाएगी या नहीं. यह तो भविष्य के गर्त में छिपा हुआ है. सियासी दलों ने इस विधानसभा सीट पर जीत के लिए कमर कस ली है. इसी चुनावी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम पलिया विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Gopamau Assembly Seat Hardoi district के अंर्तगत आरक्षित सीट है. गोपामऊ गोमती नदी के तट पर बसा हुआ है. यहां करीब तीन लाख से अधिक वोटर हैं. जो चुनाव में उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करते हैं. यहां अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. 2017 में Shyam Prakash ने BJP की टिकट पर चुनाव लड़ा और जीत हासिल की थी. उन्होंने चुनाव में SP की Rajeshwari को 31 हजार से अधिक वोटों के अंतर से हराया था. इस बार गोपामऊ विधानसभा सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी. पूरा प्रदेश इस समय चुनावी रंग में रंग चुका है. सियासी दल वोटरों को लुभाने में लगे हुए हैं. लेकिन वोटर चुनाव में किस पर अपना भरोसा जताता है. इसका फैसला 10 मार्च को नतीजे घोषित होने पर ही चलेगा. इसी चुनावी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने गोपामऊ विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचकर यहां को वोटरों का मन टटोलने की कोशिश की.
Malihabad Assembly Seat Lucknow District के अंतर्गत आती है. ये एक सुरक्षित सीट है. मलिहाबाद अपने आम के बागान के लिए काफी प्रसिद्ध है. मलिहाबाद विधानसभा क्षेत्र में लगभग पौने चार लाख मतदाता हैं. जिनमें अनुसूचित जाति और जनजाति के वोटरों की संख्या सबसे अधिक है. 2017 के चुनाव में BJP ने यहां पहली बार जीत हासिल की थी. बीजेपी की jaya devi इस सीट से मौजूदा विधायक हैं. इससे पहले इस सीट पर लंबे समय तक Congress और SP का दबदबा रहा है. भाजपा ने 2022 के चुनाव में एक बार फिर से अपनी सीटिंग विधायक पर ही भरोसा जताया है. भाजपा ने जया देवी को फिर से टिकट देकर चुनाव में उतारा है. वहीं सपा ने जया देवी के विरुद्ध Surendra Kumar को अपना उम्मीदवार घोषित किया है. इस बार मलिहाबाद सीट पर 23 फरवरी को वोटिंग होगी. इलाके की जनता मतदान केंद्र पर किन मुद्दों को लेकर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेगी. इसका जायजा लेने के लिए इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम ने मलिहाबाद विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच जाकर मौजूदा हालात के बारे में जानने की कोशिश की.
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव (Uttar Pradesh Assembly Election 2022) को लेकर पूरे प्रदेश में सरगर्मी बढ़ गई है. सियासी दल वोटरों को लुभाने में लग चुके हैं. ऐसे में प्रदेश का युवा वर्ग चुनाव को लेकर क्या सोचता है? युवा किन मुद्दों को ध्यान में रखकर चुनाव में वोटिंग करेगा. ऐसे तमाम सवालो के जवाब की तलाश में इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम Azamgarh के Shibli College में युवा छात्रों के बीच पहुंचा. जहां युवा पीढ़ी ने वर्तमान और पिछली सरकारों के शासनकाल में हुए कार्यों को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
फूलपुर विधायक प्रवीण कुमार सिंह एरन का दावा उनके कार्यकाल में तेजी से हुआ विकास। विपक्ष बोला- झूठ बोलते हैं विधयाक। अब जनता क्या कहती है? आप भी सुनिए
Azamgarh के Mubarakpur को दुनिया भर में रेशमी नगर के नाम से जाना जाता है. क्योंकि यहां पर बनने वाली रेशमी साड़ी लोगों को खूब पसंद आती है. सरकार भी इस कारोबार को बढ़ावा देने के लिए पूरी मदद करती है. सरकार ने रेशमी साड़ी को ODOP उत्पाद में शामिल किया है. इस कारोबार से जुड़े लोगों को सरकार से जो मदद मिलती है, इससे इनकी जिंदगी कितनी बदली है? हर दिन कितना कमा लेते हैं बुनकर? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम रेशमी नगर यानी मुबारकपुर पहुंची थी. बातचीत के दौरान लोगों ने जहां सरकार को मदद के लिए धन्यवाद कहा, वहीं कुछ परेशानियां भी बताई. एक बुनकर ने बताया कि एक साड़ी बनाने के उन्हें मात्र 20 रुपये ही मिलते हैं.
Prayagraj की Phoolpur assembly seat के लिए पांचवे चरण में 27 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. इस सीट पर 2017 में BJP से प्रवीण कुमार सिंह जीते थे. इससे पहले 2007 और 2012 में SP का इस सीट पर कब्जा था. यह सीट VIP सीट के तौर पर मानी जाती है. यहां 1952-1962 तक देश के पहले प्रधानमंत्री Pandit jawaharlal nehru का कब्जा रहा. 1967 में जवाहरलाल की बहन Vijay Lakshmi Pandit यहां से जीतीं थी. Ram Manohar Lohia भी इस सीट से 1962 में चुनाव लड़ चुके हैं. हालांकि राममनोहर लोहिया को यहां हार का सामना करना पड़ा था. यहां तीन लाख से अधिक मतदाता हैं. सबसे अधिक यहां OBC मतदाता हैं. ब्राह्मण-राजपूत वोटर भी निर्णायक भूमिका में हैं. पिछली बार यहां की जनता ने BJP कैंडिडेट को विधानसभा पहुंचाया था. इस बार किस पार्टी के उम्मीदवार को यहां की जनता जीताना चाहती है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम फूलपुर विधानसभा पहुंचकर यहां के लोगों का मन टटोली.
Kasganj Assembly में तीसरे चरण में 20 फरवरी को वोट डाले जाएंगे. 2017 में यहां से BJP के Devendra Singh Rajput जीते थे. इस बार भी BJP ने देवेंद्र सिंह राजपूत पर भरोसा जताते हुए चुनाव मैदान में उतारा है. यह क्षेत्र जनसंघ और BJP का गढ़ माना जाता है. यहां 4 लाख के करीब वोटरों की संख्या है. यह सीट लोधी बाहुल्य मानी जाती है. यहां दूसरे नंबर पर यादव मतदाता हैं. वैश्य मतदाता भी निर्णायक भूमिका में हैं. कासगंज को मंदिरों का शहर कहा जाता है. मंदिरों का शहर कासगंज इस बार किस पार्टी के ललाट पर लगाएगा जीत का तिलक? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है’ (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम कासगंज पहुंचकर यहां के लोगों से बात की. आप भी सुनिए, क्या कहती है कासंगज की जनता?
Purvanchal का Azamgarh अपनी राजनीतिक पहचान के लिए देशभर में विख्यात है. इस जनपद को Nawab Azamshah द्वारा बसाया गया था. इसलिए इसका नाम आजमगढ़ पड़ा. SP प्रमुख Akhilesh Yadav यहां से सांसद हैं. Azamgarh Assembly Constituency में सपा नेता और पूर्व मंत्री Durga Prasad Yadav का दबदबा है. वह इस सीट से लगातार 8 बार विधायक चुने जा चुके हैं. कांग्रेस को इस सीट पर अभी तक मात्र दो बार जीत हासिल हो पाई है. वहीं BJP का अभी तक खाता खुलना बाकी है.आजमगढ़ विधानसभा क्षेत्र में कुल 3.75 लाख मतदाता हैं. जिनमें सबसे अधिक संख्या यादव वोटरों की है. उसके बाद अनुसूचित जाति और मुस्लिम मतदाता अच्छी तादाद में हैं. इस बार आजमगढ़ विधानसभा सीट पर मतदान 7 मार्च को होगा. क्या 2022 में सपा के गढ़ में सेंधमारी कर पाएगी भाजपा? इसी चुनावी माहौल के बीच इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम आजमगढ़ सदर विधानसभा क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र की जनता ने आगामी विधानसभा चुनाव और इलाके की समस्याओं को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
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