Jalaun के Kalpi में 2017 से BJP का कब्जा है. इस सीट पर SP को कभी जीत नहीं मिल पाई. ठाकुर बाहुल्य विधानसभा से 2017 में BJP के Narendra Pal Singh जीतकर विधानसभा पहुंचे थे. इस बार कालपी की जनता फिर से BJP को जीताएगी या फिर इस बार समीकरण बदलेगा? कालपी में कई ऐतिहासिक धरोहर हैं. कई बार इसे पर्यटन स्थल बनाने की मांग उठी. यह महाभारत के रचयिता वेदव्यास की नगरी भी है. कालपी की जनता की कितनी मांगे अभी तक पूरी हुई हैं और कितनी बाकी हैं? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम यहां पहुंचकर लोगों से बात की.
कन्नौज वैसे तो SP का गढ़ माना जाता रहा है, लेकिन 2017 में मोदी लहर में BJP ने इसे गलत साबित कर दिया. कन्नौज की तीन विधानसभा सीटों में से सपा के हाथ बस एक ही लगी बाकी दो पर BJP ने कब्जा कर लिया. सदर सीट जहां पिछले 20 साल से सपा काबिज है, और अन्य दो सीटें जहां 2017 से BJP राज कर रही है, यहां पर विकास हुआ है यहा कुछ कसर बाकी है? क्या कहता कन्नौज का वोटर? 'इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम आपको सुना रही है.
Moradabad के जामा मस्जिद से मुसलमानों ने सरकार पर कई आरोप लगाए. इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है की टीम चुनाव के मद्देनजर यहां के मुद्दों को जनाने के लिए पहुंची थी, इस दौरान जामा मस्जिद से मुस्लमानों ने कहा कि-‘जौहर यूनिवर्सिटी बंद करवाने के पीछे सरकार की गलत मंशा है’, ‘पलायन का आरोप मुसलमानों पर क्यों लगाया जा रहा है?’, ‘BJP डिवीजन पॉलिसी अपनाती है’
पश्चिमी Uttar Pradesh का शहर Moradabad कभी पीतल नगरी के तौर पर जाना जाता था. देश के साथ-साथ यहां बने पीतल उत्पादों की विदेशों में भी काफी मांग थी. मुरादाबाद के पीतल कारीगर (Peetal Karobar) बर्तनों से लेकर पूजा पाठ तक के सामान बनाने में महारात रखते थे. लेकिन बीते कुछ सालों में पीतल की मांग में गिरावट और मंद अर्थव्यवस्था के कारण आज यह उद्योग अपनी पुरानी पहचान खोता जा रहा है. इस उद्योग से जुड़े कारोबारियों (Businessman) का कहना है कि बीते कुछ सालों में सरकार ने आयात-निर्यात करों को काफी बढ़ा दिया है. जिसके कारण इस उद्योग से जुड़े लोगों को काम करने में काफी समस्या का सामना करना पड़ रहा है. हालात ये हो गए हैं कि आज इस उद्योग से जुड़े कारीगर अपनी अगली पीढ़ी को इस काम से दूर रखना चाहते हैं. इस बार चुनाव में पीतल कारोबार (Peetal Karobar) से जुड़े लोगों के मन में क्या चल रहा है. इसी के बारे में जानने के लिए 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम मुरादाबाद के पीतल कारोबारियों के बीच पहुंचा. जहां इस उद्योग से जुड़े लोगों ने अपनी राय हमारे साथ साझा की.
उत्तर प्रदेश के जालौन जिले (District Jalaun) के अंतर्गत आने वाली उरई विधानसभा (orai Assembly Seat) क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़ी सीट है. 2012 में परिसीमन के बाद से यह सीट आरक्षित हो गई. 2012 में आरक्षित होने के बाद यहां SP के दयाशंकर वर्मा (Daya Shankar Verma) ने जीत दर्ज की. लेकिन 2017 के विधानसभा चुनाव पर भी प्रचंड मोदी लहर का असर देखने को मिला. BJP के गौरी शंकर (Gauri Shankar) ने चुनाव में इस सीट पर कमल खिलाया. उरई में इस बार किस पार्टी का उम्मीदवार जीत हासिल करता है. यह तो चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद पता चल जाएगा. सभी सियासी दल इस सीट से जिताउ उम्मीदवार की तलाश में जुट गए हैं. SP ने इसी चुनावी रणनीति के तहत इस सीट पर 2022 विधानसभा चुनाव के लिए घोषित उम्मीदवार का टिकट काट दिया. सपा ने पहले इस सीट पर पूर्व विधायक दयाशंकर वर्मा (Daya Shankar Verma) को उम्मीदवार घोषित किया था. लेकिन बाद में पार्टी ने इस सीट से 2017 के रनर महेंद्र कठेरिया (Mahendra Katheriya) के नाम की घोषणा कर दी. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है (Ye Public Hai Sab Jaanti Hai)' की टीम की उरई क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh की हाई प्रोफाइल और चर्चित सीटों में शुमार जसवंतनगर विधानसभा सीट समाजवादी पार्टी का गढ़ मानी जाती है. 2017 में शिवपाल यादव सपा की टिकट पर इस सीट से जीते थे. लेकिन बाद में उन्होंने SP को छोड़कर अपनी स्वयं की पार्टी बना ली. 2022 में Shivpal Yadav की पार्टी SP के साथ मिलकर चुनाव लड़ेगी. इस विधानसभा सीट के बारे में कहा जाता है कि पिछड़ा वर्ग का समाज जिस ओर जाता है. चुनाव में उसी की जीत होती है. इस बार जसवंतनगर विधानसभा सीट पर 20 फरवरी को वोटिंग होगी . 10 मार्च को पता चलेगा की चुनाव में चाचा-भतीजे की जोड़ी BJP को यहां जीत दर्ज करने में कामयाब हो पाती है या नहीं. सभी सियासी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए अपनी कमर कल ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी ' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम की जसवंतनगर क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
Uttar Pradesh के Agra की एत्मादपुर विधानसभा सीट पर इस त्रिकोणीय मुकाबला नजर आ रहा है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 के पहले नेताओं के बीच भगदड़ मची हुई है. सभी दल जीत के लिए जोड़-तोड़ की राजनीति में जुट गए हैं. 2017 के विधानसभा चुनाव में आगरा की एत्मादपुर सीट पर पहली बार BJP का कमल खिला था. BJP के रामप्रताप सिंह चौहान ने इस सीट पर 47 हजार (47,000) से भी अधिक मतों के अंतर से जीत दर्ज की थी. इससे पहले इस सीट पर BSP सबसे अधिक 3 बार जीत दर्ज कर चुकी है. वहीं SP और Congress ने भी एक-एक बार इस सीट पर कब्जा किया है. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 का बिगुल बज चुका है. ऐसे में सभी दल एत्मादपुर विधानसभा सीट पर सियासी दलों के नेता लगातार जनता से जनंसपर्क कर अपना वर्चस्व बना रहे हैं. एत्मादपुर विधानसभा क्षेत्र में क्षत्रिय और एससी (SC) समाज का वोटर सबसे बड़ी संख्या में हैं. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी (India TV)' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है ' की टीम की एत्मादपुर क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
UP Election 2022 : लोकसभा (Lok Sabha) में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव (Budget Thanksgiving Session ) पर अपनी बात रखते हुए बुधवार को राहल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा था, ‘केंद्र सरकार की गलत नीतियों की वजह से भारत इस समय हर तरफ से विरोधियों से घिरा हुआ है. भारत का रणनीतिक लक्ष्य चीन (China) और पाकिस्तान (Pakistan) को अलग रखना होना चाहिए था, लेकिन आपने दोनों देशों को साथ मिला दिया है. यह भारत के लिए एक गंभीर खतरा है.’ राहुल गांधी ने कहा, ‘आज भारत पूरी तरह से अलग-थलग और घिरा हुआ है. हम श्रीलंका, नेपाल, बर्मा, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन से घिरे हुए हैं. हमारे विरोधी हमारी स्थिति को समझते हैं.’
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान हो चुका है. इस बार प्रदेश में सात चरणों में मतदान होगा. वहीं 10 मार्च को परिणाम घोषित किए जाएंगे. सियासी दल वोटरों को अपने पक्ष में करने के लिए रणनीति बनाने में लग चुके हैं. ऐसे में प्रदेश की रामपुर विधानसभा में इस बार कैसा है चुनावी माहौल? इसका जायजा लेने के लिए 'इंडिया टीवी' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम रामपुर के बुद्धिजीवी वर्ग के बीच पहुंचा. जहां क्षेत्र के पढ़े-लिखे मुस्लिम मतदाताओं ने उनके विधायक और क्षेत्र में उनके द्वारा कराए गए विकास कार्यों के बारे में हमारे साथ अपने विचार साझा किए.
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर सभी दलों ने अपनी-अपनी कमर कल ली है. सियासी दल अपने-अपने पक्ष में माहौल बनाने में जुट चुके हैं. ऐसे में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मभूमि गोरखपुर इस चुनाव में सबसे हॉट सीट बन गई है. ऐसे में इस इलाके में बीते पांच सालों में कितना विकास हुआ इसका जायजा लेने के लिए 'इंडिया टीवी ' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम गोरखपुर पहुंची. जहां क्षेत्र की जनता से हर मुद्दे पर बातचीत की गई. स्थानीय जनता ने बताया कि बीते पांच सालों योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद से इलाके में कितना बदलाव हुआ है.
Rampur की Suar Assembly Seat पर SP का दबदबा है. 2017 में Abdullah Azam यहां से जीते थे, लेकिन फर्जी जन्म प्रमाण पत्र विवाद में Allahabad HC ने उनकी सदस्यता रद्द कर दी थी. इस बार फिर से सपा ने इस सीट से अब्दुल्ला को चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं NDA गठबंधन की तरफ से ‘अपना दल’ के प्रत्याशी हैदर अली उनको टक्कर देने के लिए तैयार हैं. अब ऐसे में किसका पलड़ा भारी है? 10 मार्च को किसका परचम लहरने वाला है? जनता का मन टटोलने के लिए इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है की टीम स्वार विधानसभा पहुंची और वहां के लोगों से बात की.
Maharajganj के Pharenda में पिछले तीन बार से बजरंगी की बयार बह रही है. यहां 2017 में BJP ने तीसरी बार कब्जा जमाया. यहां से Bajrang Bahadur Singh उर्फ बजरंगी विधायक बने.1993 से पहले फरेंदा वामपंथी राजनीति का केंद्र रहा. लेकिन राम मंदिर आंदोलन में यह सीट भगवा हो गई. इस बार फरेंदा का वोटर क्या चाहता है? फरेंदा वासियों का बजरंगी कितना रखते हैं खयाल? जानने के लिए इंडिया टीवी’ का खास शो ‘ये पब्लिक है सब जानती है की टीम फरेंदा विधानसभा पहुंची और वहां के लोगों से बात की.
जो राम को लाए हैं, हम उनको लाएंगे भजन आजकल देशभर में खूब छाया हुआ है, खासकर Uttar Pradesh में। इसने UP Chunav की राजनीति में गर्माहट ला दी है। इस भजन को गायक कन्हैया मित्तल ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एकाएक लिखा था। और इसी बीच कन्हैया मित्तल ने बीजेपी के लिए एक New Election Song भारत की गली गली में कमल खिलाना है, जय भाजपा..तय भाजपा रिलीज़ किया (Gali Gali Me Kamal Khilana Hai)। आज हम बात करेंगे Singer कन्हैया मित्तल से।
UP Election 2022 में लगतार सभी राजनीतिक पार्टियां एक दुसरे पर जोरदार हमला बोल रही है। जयंत चौधरी ने कहा “अमित शाह जी मीठी-मीठी बातें करके मुझे खुश करना चाहते हैं, वो आपका कोई प्यार-लगाव नहीं - 'मुझे नहीं बनना हेमा मालिनी”. वहीँ मेरठ शहर विधायक रफ़ीक अंसारी और सपा प्रत्याशी के बिगड़े बोल। रफीक ने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछले पाँच साल “हिंदूगर्दी” मचायी है।
Kannauj में पिछले 20 साल से SP का राज है. मोदी लहर में भी सपा ने यहां जीत दर्ज की थी. यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है. 2017 में सपा के Anil दोहरे जीते थे. इस बार कन्नौज सदर में क्या हैं चुनावी मुद्दे? क्या सपा ने विकास की गंगा बहा दी है इसीलिए हर बार यहां से चुनाव जीत जाती है, या कोई और मामला है? यही जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम कन्नौज सदर पहुंची और कन्नौज वासियों के विचार जाने.
Charkhari में 2017 में BJP के Brij Bhushan Rajput जीतकर विधानसभा पहुंचे. विधायक का दावा है कि पिछले पांच सालों में क्षेत्र में विकास की गंगा बही है. इस दावे में कितनी सच्चाई है? जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम चरखारी विधानसभा पहुंचकर वहां के लोगों से बात की.
उत्तर प्रदेश में चुनाव प्रचार जोरों पर है। प्रत्याशी अपने समर्थन में घर—घर जाकर कोरोना नियमों के तहत लोगों से अपने पक्ष में वोट डालने की अपील कर रहे हैं। इसी क्रम में मुरादाबाद की देहात विधानसभा सीट की बात करें तो यह सीट सपा का गढ़ रही है। यहां अब तक 16 बार चुनाव हो चुके हैं इनमें 12 बार मुस्लिम विधायकों ने सीट पर कब्जा जमाया है।
Rampur में Azam Khan बादशाह हैं. योगी राज में भी आजम खां की बादशाहत कायम रही. हालांकि 2019 में सांसद बनने के लिए उन्होंने यह सीट छोड़ दी. इस सीट से उप-चुनाव में SP ने आजम की पत्नी को Tanzeem Fatima को उतारा और वह जीत कर विधानसभा पहुंची. इस बार सपा ने आजम खां को फिर से यहां से प्रत्याशी बनाया है. जब से यूपी में BJP की सरकार बनी है, तब से आजम खां पर बहुत गंभीर आरोप लगे हैं. यहां तक की जेल की हवा भी खानी पड़ी है. ऐसे में क्या अब भी आजम प्रेमी हैं रामपुर के लोग? यह जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है (ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम रामपुर पहुंचकर लोगों से बात की.
Gorakhpur Sadar Assembly seat इस वक्त सबसे ज्यादा चर्चा में है. क्योंकि यहां से BJP ने Chief Minister Yogi Adityanath को चुनावी मैदान में उतारा है. बीते 33 सालों से यहां भगवा लहरा रहा है. अब इस बार यहां की जनता सीएम योगी को कितनी बड़ी जीत देती? या किसी और पार्टी को मौक देना चाहती है? ये जानने के लिए इंडिया टीवी (India TV)’ का खास शो (Show) ‘ये पब्लिक है सब जानती है ( ye Public Hai Sab Jaanti Hai) की टीम गोरखपुर सदर पहुंची और लोगों से चर्चा की.
Uttar Pradesh के Badaun District की Gunnaur Assembly Constituency पर कभी SP का ही सिक्का चलता था. आलम यह था कि प्रदेश और देश में किसी भी पार्टी की हवा क्यों ना हो गुन्नौर में केवल सपा का उम्मीदवार ही विजयी होता था. सपा के संस्थापक Mulayam Singh Yadav भी चुनाव लड़कर विधायक बन चुके हैं. लेकिन 2017 के Assembly Elections में प्रचंड मोदी लहर के दौरान BJP सपा के इस अभेद्य किले में सेंध लगाने में कामयाब रही. 2017 के विधानसभा चुनाव में अजीत कुमार ने सपा के Ram Khiladi Singh को 11386 मतों से हराकर यहां भाजपा का कमल खिलाया. इस बार गुन्नौर में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग 14 फरवरी को होगी. चुनाव में जनता तय करेगी कि उसे किस पार्टी के उम्मीदवार को विजयी बनाना है. सभी दलों ने इस सीट पर जीत के लिए कमर कस ली है. इसी चुनावी समर के बीच 'इंडिया टीवी' का खास कार्यक्रम 'ये पब्लिक है सब जानती है' की टीम की गुन्नौर क्षेत्र की जनता के बीच पहुंचा. जहां लोगों ने आगामी चुनाव को लेकर अपने विचार हमारे साथ साझा किए.
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