अमित मिश्रा ने टेरर फंडिंग के दोषी यासीन मलिक का समर्थन करने वाले पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी की बोलती बंद कर दी है।
NIA ने सुनवाई के दौरान कोर्ट को बताया कि घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन के लिए आरोपी जिम्मेदार है। केंद्रीय जांच एजेंसी ने मलिक के लिए मौत की सजा के लिए भी तर्क दिया। दूसरी ओर, कोर्ट द्वारा नियुक्त न्याय मित्र ने मामले में न्यूनतम सजा के रूप में आजीवन कारावास की मांग की। मामले में अपराधों की सजा का इंतजार कर रहा मलिक को कड़ी सुरक्षा के बीच पटियाला हाउस कोर्ट के विशेष एनआईए न्यायाधीश के समक्ष पेश किया गया।
Yasin Malik: 1988 में जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट यानी जेकेएलएफ से जुड़ने के कुछ दिनों बाद ही यासीन मलिक पाकिस्तान चला गया। यहां ट्रेनिंग लेने के बाद 1989 में वह वापस भारत आया।
कश्मीर के टेरर फंडिंग मामलों के दोषी यासीन मलिक के समर्थन में पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर ने ट्वीट करते हुए भारत के खिलाफ एक बार फिर से जहर उगला है।
Yasin Malik :जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख यासीन मलिक ने टेरर फंडिंग एक मामले में अपना गुनाह कबूल कर लिया था।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की विशेष अदालत ने कश्मीरी अलगाववादी नेता यासीन मलिक को दोषी करार दिया है। सजा पर 25 मई को बहस होगी।
टाडा कोर्ट ने जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के अध्यक्ष यासीन मलिक और छह अन्य के खिलाफ भारतीय वायु सेना के अधिकारी रवि खन्ना सहित 1990 में तीन अन्य लोगों की हत्या के मामले में आरोप तय कर दिए है।
टेरर फंडिंग केस में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने चार्जशीट फाइल कर दी है। एनआईए की चार्जशीट में अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी, शब्बीर शाह और यासीन मलिक का नाम है।
टेरर फंडिंग मामले में पटियाला हाउस कोर्ट ने यासीन मलिक की न्यायिक हिरासत 23 अक्टूबर तक बढ़ा दी है। इस मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने 2017 टेरर फंडिंग मामले में सप्लिमेंट्री चार्जशीट दाखिल की है।
जेल में बंद आतंकवादी से अलगाववादी नेता बने यासीन मलिक के खिलाफ पहली अक्तूबर को जम्मू की टाडा (TADA) कोर्ट में सुनवाई होगी
कश्मीर में तनावपूर्ण माहौल के बीच अलगाववादी नेता यासीन मलिक की तबियत बिगड़ने की खबर अचानक आग की तरह फैल गई।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों और अलगाववादी समूहों को धन मुहैया कराने के मामले में बुधवार को JKLF प्रमुख यासीन मलिक को गिरफ्तार कर है
जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के प्रमुख यासीन मलिक को मंगलवार को दिल्ली की तिहाड़ जेल लाया गया है।
केंद्र ने यासीन मलिक के नेतृत्व वाले जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) को शुक्रवार को आतंकवाद विरोधी कानून के तहत प्रतिबंधित कर दिया।
पीएसए के तहत उन्हें दो साल तक हिरासत में रखा जा सकता है। जेकेएलएफ से जुड़े सूत्रों ने गुरुवार को यह कहा।
जम्मू कश्मीर में पिछली रात दो बड़े घटनाक्रम सामने आए हैं। जम्मू कश्मीर में अलगाववादियों पर व्यापक कार्रवाई के संकेतों के बीच शुक्रवार रात जेकेएलएफ प्रमुख यासीन मलिक को हिरासत में ले लिया गया।
अधिकारियों ने बताया कि मीरवाईज को इसलिए हिरासत में लिया गया क्योंकि उन्होंने नजरबंदी के आदेश का उल्लंघन कर बादामी बाग स्थित सेना के चिनार कोर मुख्यालय तक मार्च निकालने की कोशिश की
मुफ्ती ने राज्य में विधायक बचाओ अभियान चलाया है और अब वह अपने रुठे हुए विधायकों को मनाने की कोशिश कर रही है ताकि पार्टी को टूट से बचाया जा सके। दरअसल इमराज रजा अंसारी, आबिद अंसारी, मोहम्मद अब्बास वानी और जावेद वेग ने बगावती तेवर अख्तियार कर रखे हैं।
जम्मू-कश्मीर में महबूबा सरकार के जाने और राज्यपाल शासन लागू होने के साथ ही अब अलगाववादियों पर ऐक्शन में तेजी आ गई है...
जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (JKLF) के अध्यक्ष मुहम्मद यासीन मलिक को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया
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