दिल्ली में पिछले दिनों यमुना के जलस्तर में हुई रिकॉर्ड वृद्धि की वजह से शहर के कई इलाके बाढ़ की चपेट में आ गए थे।
Yamuna Water Level: देश में बाढ़ बढ़ गई...शहर शहर नदियां चढ़ गईं....गंगा और यमुना का गुस्सा मथुरा-आगरा, प्रयागराज और काशी को झेलना पड़ रहा है. लेकिन सबसे बड़ा संकट आगरा की निशानी ताजमहल पर मंडरा रहा है. आगरा में जैसा हाहाकार यमुना की लहरें मचा रही हैं
यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। आज सुबह यमुना नदी का जलस्तर 497.20 फीट तक पहुंच गया है। ताजमहल के पीछे बने ताजव्यू प्वाइंट पर भी यमुना नदी का पानी पहुंच गया है जिसके बाद इस आम पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है।
यमुना का जलस्तर आज सुबह से फिर बढ़ने लगा है...यमुना का वाटर लेवल इस समय 205.70 मीटर तक पहुंच गया है
यहां यमुना नदी डेंजर अलर्ट से ऊपर पहुंच गई हैं.. जिसके चलते आगरा के रिहायशी इलाके डूब गए हैं.. मंदिरों में पानी भर गया है.
दिल्ली के लिए बड़ी राहत... 5 दिन बाद यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे पहुंचा. दिल्ली में पुराने यमुना पुल से ट्रेन सेवाएं फिर से बहाल...यमुना के बढ़े जलस्तर की वजह से एहतियातन रोकी गई थी. दिल्ली सरकार का ऐलान, बाढ़ पीड़ित परिवारों को 10 हज़ार रुपये की मिलेगी आर्थिक मदद.
दिल्ली के लिए बड़ी राहत... 5 दिन बाद यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे पहुंचा. दिल्ली में पुराने यमुना पुल से ट्रेन सेवाएं फिर से बहाल...यमुना के बढ़े जलस्तर की वजह से एहतियातन रोकी गई थी. दिल्ली सरकार का ऐलान, बाढ़ पीड़ित परिवारों को 10 हज़ार रुपये की मिलेगी आर्थिक मदद.
यमुना नदी के बढ़े जलस्तर और पिछले दिनों हुई भयानक बारिश की वजह से दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए। हालांकि अब यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से नीचे आ गया है।
Delhi Yamuna Flood: क्या ज्यादा बारिश की वजह से दिल्ली में बाढ़ आई या यमुना नदी साफ नहीं थी इसलिए बाढ़ आई. दिल्ली में पानी क्या जानबूझकर छोड़ा गया. इन सवालों पर पिछले तीन दिनों से लगातार राजनीति हो रही है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आईटीओ पर बने यमुना नदी के बैराज के गेटों को लेकर कहा कि इस पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी NTPC के पास है।
दिल्ली वाले मुसीबत में है...लेकिन केजरीवाल के मंत्री अपनी सियासत चमकाने से बाज नहीं आ रहे हैं..दिल्ली के मंत्री से लेकर आप के तमाम नेता पिछले दो दिन से दिल्ली में सैलाब के लिए बीजेपी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं...
दिल्ली का ‘लोहे के पुल’ के नाम से मशहूर यह पुल डेढ़ सदी से अधिक समय में इतनी बार बाढ़ का गवाह बना है कि इसे यमुना नदी में पानी के खतरे के स्तर को मापने का संदर्भ बिंदु भी माना जाने लगा है।
दिल्ली में यमुना का जलस्तर इस वक्त डेंजर लेवल से करीब ढाई मीटर ऊपर है और दिल्ली के पॉश इलाके से लेकर यमुना खादर तक पानी ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
दिल्ली में बाढ़ आने के बाद आखिरकार केजरीवाल सरकार को सेना की मदद लेनी ही पड़ी। सेना के इंजीनियरों की मदद से आईटीओ बैराज के जाम पड़ चुके गेट को खोला गया है।
आप सांसद संजय सिंह ने कहा कि आज दिल्ली के अंदर बिना बारिश के जो बाढ़ आई है, यह एक प्रायोजित की हुई आपदा है। यह प्राकृतिक आपदा नहीं है। इस बात को हम पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकते हैं।
दिल्ली में यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के कारण तीन जल शोधन संयंत्रों (वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) बंद हो गए हैं, जिसके बाद राजधानी के कई सारे इलाकों में पीने के पानी की किल्लत होने वाली है।
दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से अभी भी काफी ऊपर बह रहा है। जलमग्न हो चुके इलाकों से लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ की 16 टीमें दिन रात लगी हुई हैं। तो वहीं दिल्ली में 3 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट ठप हो गए हैं।
दिल्ली आईटीओ के मेन रोड पर बाढ़ का पानी भर चुका है। आईटीओ चौराहे पर स्थित सरकारी दफ्तरों में यमुना का पानी घुस गया है।
दिल्ली में यमुना खतरे के निशान से काफी उपर बह रही है। इस पर फ्रांस के दौरे पर गए पीएम नरेंद्र मोदी ने चिंता जताई है। उन्होंने फ्रांस से दिल्ली के एलजी को फोन लगाया और यमुना में बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली। इस दौरान हरसंभव उपाय करने के निर्देश दिए।
यमुना नदी से सटे पूर्वी दिल्ली में बोट क्लब, पांडव नगर, गांधीनगर के कई भागों और भजनपुरा में भी पानी भर गया। अधिकारियों का कहना है कि इसके बाद भी वहां के लोग अपने घरों से निकलने या दूसरी जगह जाने को अनिच्छुक हैं।
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