China News: चीन ने घोषणा की है कि वह ताइवान के नजदीक अपने समुद्र तट पर शनिवार को सैन्य अभ्यास कर रहा है। चीन ने यह घोषणा अमेरिकी कांग्रेस (संसद) के निम्न सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी को उनकी संभावित ताइवान यात्रा रद्द करने की चेतावनी देने के बाद की है।
Russia Warns United States: चीन ने अमेरिका को आगाह कर दिया है कि अगर ताइवान के मामले में उसने टांग अड़ाने की कोशिश की तो अंजाम बुरा होगा।
China News: ताइवान को चीन अपना हिस्सा मानता है और अगर कोई देश उसकी इस नीति के खिलाफ जाता है तो वह उसे चेतावनी भी देता है।
Xi Jinping ने शुक्रवार को रानिल विक्रमसिंघे को श्रीलंका के नए राष्ट्रपति के रूप में चुने जाने पर बधाई दी और अपनी क्षमता के अनुसार श्रीलंका को सहायता प्रदान करने की पेशकश की।
China News: इन लोगों का कहना है कि बिल्डर प्रॉपर्टी पर समय से कब्जा नहीं दे रहा है तो फिर हम होम लोन की किस्तें क्यों जमा कराएं। देखा जाए तो ऐसा पहली बार हो रहा है जब राष्ट्रपति शी जिनपिंग को पहली बार मिडिल क्लास के लोगों के विद्रोह का सामना करना पड़ा रहा है।
Islam in China: चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने साथ ही कहा कि धर्मों का विकास एक स्वस्थ तरीके से होने की जरूरत है।
पश्चिमी मीडिया में ऐसी तमाम रिपोर्ट्स आईं, जिनमें दावा किया गया कि कोरोना वायरस को चीन ने ही बनाया था। यहां जिस बाजार से वायरस के फैलने की शुरुआत हुई, वह वुहान लैब के नजदीक है।
जिनपिंग ने कहा कि मानवाधिकार संरक्षण में कोई पूर्णता का दावा नहीं कर सकता है और इस पर भाषण देने की कोई जरूरत नहीं है।
बीते 8 सालों में चीन के साथ भारत के संबंध कभी मधुर और कभी आक्रामक दिखाई दिए हैं। एक तरफ पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को अहमदाबाद में झूला झुलाया, वहीं दूसरी तरफ भारतीय सैनिकों ने गलवान में चीनी सैनिकों को अपने पराक्रम से परिचित करवाया।
सोरोस ने कहा कि दुनिया को इस लड़ाई को जल्द खत्म करने के लिए अपने सभी संसाधन लगा देने चाहिए।
2020 में पहली कोविड 19 की लहर के दौरान शेनझेन में एक जनसभा को संबोधित करते हुए शी जिनपिंग भाषण के दौरान खांसने लगे थे। उनकी खांसी और चेहरे को देख अंदाजा लगाया जा रहा था, कि उनका स्वास्थ्य ठीक नहीं है।
सोशल मीडिया पर फैली इन अफवाहों में दावा किया है-कोरोना मिस-मैनेजमेंट और बढ़ती आर्थिक मंदी के चलते चीनी राष्ट्रपति अपना पद छोड़ सकते हैं।
बायडेन ने कहा, यह शुरुआत से ही उनके उद्देश्य का एक हिस्सा था और मैं जानता हूं कि मैं यह आठ साल से कह रहा हूं।
चीन डॉलर डिप्लोमेसी से एशिया के गरीब देशों को अपने मकड़जाल में फंसा रहा है। इसका ताजा उदाहरण श्रीलंका और पाकिस्तान हैं। वह एशियाई व गरीब अफ्रीकी देशों को के साथ ‘यूज एंड थ्रो’ की नीति अपनाता है। इस नीति की अमेरिका कई बार आलोचना कर चुका है।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच अमेरिकी राष्टपति जो बाइडन और चीन के राष्टपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत हुई। इस बातचीत में जिनपिंग ने बाइडन को इस मुद्दे पर अपना रूख स्पष्ट किया है।
चीन ने रूस-यूक्रेन जंग के बीच एक बार फिर वार्ता करने और मानवीय सहायता के लिए अनुदान को लेकर अपनी अपील दोहराई।
बायडेन ने इस साल 65,000 मील से अधिक राजमार्ग को ठीक करने, जर्जर अवस्था में पहुंच चुके 1500 सेतु की मरम्मत की योजना की घोषणा की।
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने भी शुक्रवार को युद्ध को रोकने के लिये रूसी राष्ट्रपति पुतिन के साथ बातचीत की बात दोहराई है।
पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर आठ दिसंबर को पोस्ट किए गए एक बयान में कहा गया, ‘‘हम 9-10 दिसंबर 2021 को डिजिटल तरीके से आयोजित होने वाले लोकतंत्र पर शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए पाकिस्तान को आमंत्रित करने पर अमेरिका के आभारी हैं।’’
शी जिनपिंग ने कहा कि चीन का उदय ‘इतिहास की अपरिहार्य प्रवृत्ति’ है और इसे रोका नहीं जा सकता।
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