चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कहा है कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भारत और पाकिस्तान के शामिल होने से सहयोग के लिए इसकी क्षमता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदें बढ़ी हैं।
चीन में भारत के राजदूत गौतम बंबावले ने कहा है कि पिछले महीने के वुहान सम्मेलन के बाद सामरिक और अति महत्वपूर्ण मुद्दों पर भारत और चीन के नेतृत्व के बीच समझ बेहतर हुई है...
अमेरिका और चीन ने व्यापार में चल रहे तनाव को खत्म करने के लिए कदम उठाया है। दोनों देशों ने इसको लेकर एक समझौता किया है। इसके तहत चीन अब अमेरिका से आयात बढ़ाएगा। अमेरिकी वस्तुओं का आयात बढ़ाकर चीन 375 अरब डालर के अमेरिका के व्यापार घाटे को कम करने पर ध्यान देगा।
डोनाल्ड ट्रंप ने किम जोंग उन को चेतावनी दी है कि उनका हाल भी गद्दाफी जैसा हो सकता है...
भारतीय राजनयिक गौतम बंबावले ने बुधवार को बीजिंग में कहा कि एक-दूसरे के हितों व आकांक्षाओं को लेकर संवेदनशील होना ही भारत-चीन संबंधों के आगे बढ़ने का प्रमुख आधार है...
फोर्ब्स ने कहा कि मोदी दुनिया के दूसरे सबसे अधिक आबादी वाले देश में बेहद लोकप्रिय बने हुए हैं। इसमें मनी लॉन्ड्रिंग और भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए मोदी सरकार के नवंबर 2016 के नोटबंदी के फैसले का हवाला दिया गया है...
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दुनिया की 10 सबसे ताकतवर हस्तियों में शुमार किया गया है। मशहूर पत्रिका फोर्ब्स ने यह सूची जारी की। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को हटाकार पहले पायदान पर जगह बनाने में सफल रहे।
वुहान में अनौपचारिक शिखर बैठक के दौरान भारत और चीन के बीच हुई दोस्ती को आगे बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिंगफिंग इस वर्ष तीन बार और मुलाकात कर सकते हैं।
भारत और चीन की सेनाएं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच वुहान में अनौपचारिक बैठक के बाद अपने मुख्यालयों के बीच हॉटलाइन स्थापित करने के लंबित पड़े प्रस्ताव पर कथित तौर पर सहमत हो गई हैं।
भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सीमा विवाद को लेकर डोकलाम जैसे सैन्य गतिरोध की स्थिति पैदा होने से रोकने के लिए अपनी-अपनी सेनाओं को रणनीतिक दिशानिर्देश जारी करेंगे।
वर्ष 2014 में सत्ता में आने के बाद यह मोदी की चीन की चौथी यात्रा है। उन्हें 9-10 जून को किंग्दाओ शहर में एससीओ सम्मेलन में भाग लेने के लिए फिर चीन आना है। चीन के उप विदेश मंत्री कोंग शुआनयोउ और भारत में चीन के राजदूत लुओ झाओहुई तथा अन्य अधिकारियों ने मोदी को विदा किया।
मोदी और शी के बीच हुई ‘दिल से दिल की बात’ के समापन पर गोखले ने यह जानकारी दी। दोनों नेताओं के बीच हुई अनौपचारिक शिखर वार्ता को विश्वास फिर से कायम करने और संबंध सुधारने की भारत एवं चीन की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। पिछले साल डोकलाम में दोनों देशों के बीच करीब 73 दिनों तक कायम रहे गतिरोध ने दोनों देशों के रिश्तों में खटास पैदा कर दी थी।
इस दौरान पीएम मोदी और शी जिनपिंग के बीच सीमा, सुरक्षा और आतंकवाद समेत कई मुद्दों पर चर्चा हुई। विदेश मंत्रालय के मुताबिक भारत-चीन सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए दोनों देशों में सहमति बनी है। साथ ही आतंकवाद पर साथ मिलकर लड़ने का फैसला किया है। शी जिनपिंग ने पीएम मोदी के सम्मान में लंच रखा है। लंच के दौरान भी दोनों के बीच बातचीत होगी।
पीएम मोदी के सुर में सुर मिलाते हुए जिनपिंग ने भी माना कि चीन और भारत दुनिया के लिए ग्रोथ इंजन हैं क्योंकि यहां दुनिया की 40 फीसदी आबादी बसती है। मोदी ने भी बताया कि भारत और चीन के साथ होने का क्या मतलब है और दुनिया पर इसका क्या असर पड़ सकता है। मोदी ने ये समझाने की भी कोशिश की कि दोनो देशों में शांति जरूरी है, दोस्ती जरूरी है। इससे ना सिर्फ दोनो देशों का भला होगा बल्कि पूरी दुनिया बदल जाएगी।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोग गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं कि राष्ट्रपति शी ने राजधानी से बाहर आकर दो बार उनकी अगवानी की। प्रधानमंत्री ने कहा,‘ शायद मैं ऐसा पहला भारतीय प्रधानमंत्री हूं, जिसकी अगवानी के लिए आप दो बार राजधानी (बीजिंग) से बाहर आए।’’
चीन ने दावा किया है कि वो प्रधानमंत्री मोदी का ऐसा स्वागत करेगा कि भारत हैरान रह जाएगा। वैसे ये पहली बार होगा जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग किसी राष्ट्राध्यक्ष से मुलाकात के लिए दो दिन तक राजधानी बीजिंग से बाहर रहेंगे।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच दो दिवसीय अप्रत्याशित शिखर वार्तांओं का दौर शुक्रवार से शुरू होगा। इस दौरान कार्यक्रमों में दोनों प्रमुख नेताओं की अनौपचारिक सीधी बातचीत होगी।
अमेरिका के शीर्ष विशेषज्ञों का मानना है कि वुहान में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग के बीच होने वाली अनौपचारिक मुलाकात भारत - चीन संबंधों के मुद्दे पर एक “ सार्थक ” संवाद करने के लिए दोनों नेताओं को एक अवसर उपलब्ध कराएगी।
भारतीय प्रधानमंत्री और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच 27 अप्रैल अनौपचारिया बैठक होने वाली है। बैटक की तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग बैठक में हिस्सा लेने के लिए वुहान पहुंच गए हैं।
सुषमा और चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने रविवार को घोषणा की थी कि मोदी और शी 27-28 अप्रैल को द्विपक्षीय संबंधों में सुधार के लिए वुहान में बातचीत करेंगे...
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