अमेरिकी मैगजीन के मुताबिक चीन की सेना की यह साजिश बुरी तरह से फेल रही है और भारत ने चीन को मुंहतोड़ जवाब दिया है। चीन को भारत की ओर से इस तरह के जवाब की उम्मीद नहीं थी।
‘जापानी आक्रामकता के खिलाफ प्रतिरोध युद्ध’ की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर गुरुवार को शी ने कहा कि चीनी लोग किसी व्यक्ति या ताकत द्वारा उन्हें CPC से अलग करने के प्रयास को मंजूर नहीं करेंगे।
चीन ने मंगलवार को पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि वह दिग्गज राजनेता थे। ड्रैगन ने दिवंगत नेता को याद करते हुए कहा कि उनका जाना भारत-चीन की मित्रता के लिए बड़ी क्षति है।
शिया ने कहा कि जिनपिंग के नेतृत्व में कम्युनिस्ट पार्टी अब एक ऐसी ताकत नहीं रह गई है जो चीन का विकास कर सके। उन्होंने तो यह तक कहा कि अब यह पार्टी चीन के विकास की राह में रोड़ा बन गई है।
सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने गुरुवार को कहा कि पिछले अभियान का मकसद अधिकारियों के महंगे भोज पर रोक लगाना था।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शनिवार को कहा कि वह नेपाल के साथ संबंधों को लगातार आगे बढ़ाना चाहते हैं। नेपाल में सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी में जारी अंदरूनी कलह के बीच उनका यह बयान आया है।
उइगर मुस्लिमों के अधिकारों का हनन करने वाला चीन अब देश के ईसाई समुदाय का शोषण करने पर उतर आया है। चीन के कई प्रांतों में कथित तौर पर ईसाई समुदाय के लोगों को आदेश दिया गया है कि वे अपने घरों में लगी जीसस क्राइस्ट की तस्वीरें, मूर्तियां और क्रॉस फौरन हटाएं और इनकी जगह कम्युनिस्ट पार्टी के नेताओं की फोटो लगाएं।
अमेरिका और चीन में विभिन्न मुद्दों पर वाक् युद्ध के बीच अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत की उनकी कोई योजना नहीं है।
यांग जिलानी के दावे पर अभी तक चीन के सरकारी अख़बार ग्लोबल टाइम्स ने भी कुछ नहीं लिखा है लेकिन गलवान घाटी में चीनी सेना को भयंकर नुकसान हुआ है ये तो तय है।
जिनपिंग सरकार ने गलवान में 40 से ज्यादा सैनिकों की मौत को छिपाया जिससे पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के पूर्व दिग्गजों और मौजूदा जवानों के बीच इस कदर नाराजगी बढ़ती जा रही है कि वो कभी भी सरकार के खिलाफ सशस्त्र विद्रोह कर सकते हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में दोबारा जीतने के लिए जी-20 शिखर सम्मेलन में चीन के अपने समकक्ष शी चिनफिंग से मदद मांगी थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनियाभर में कोरोना वायरस के फैलने के मद्देनजर चीन से सारे रिश्ते तोड़ने की धमकी दी। जानलेवा संक्रमण ने दुनियाभर में तकरीबन तीन लाख लोगों की जान ले ली है जिनमें 80,000 से ज्यादा अमेरिकी शामिल हैं।
कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए के पास इस बात के पक्के सबूत हैं कि चीन के डराने-धमकाने की वजह से ही डब्लूएचओ ने वक़्त रहते दुनिया के देशों के लिए कोरोना वायरस की चेतावनी जारी नहीं की थी।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन्हें शिकायत मिली है लेकिन वह इस मामले में आगे कार्रवाई करने से पहले कानूनी सलाह लेंगे।
कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से चर्चा की। डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि अमेरिका और चीन मिलकर इस वायरस को खत्म करने की ओर काम करेंगे।
डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस प्रकोप पर जानकारी साझा करने के बजाए उसे ‘रहस्य की तरफ छिपा कर रखने’ के लिए चीन की एक बार फिर आलोचना की है।
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग कोरोना वायरस का प्रकोप सामने आने के बाद मंगलवार को अपनी पहली यात्रा पर वायरस प्रभावित वुहान शहर पहुंचे।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने रविवार को कहा कि कोरोना वायरस देश के साम्यवाद अपनाने के बाद से सबसे बड़ा स्वास्थ्य आपातकाल है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बृहस्पतिवार को बताया कि केरल में कोरोना वायरस के एक मामले की पुष्टि होने की खबर है। मरीज चीन के वुहान विश्वविद्यालय का छात्र है।
चीन में घातक कोरोना वायरस का कहर इस कदर बढ़ता जा रहा है कि इससे कई और लोगों के मारे जाने की पुष्टि हुई है, जिसके साथ ही इससे मरने वालों की संख्या बढ़कर 170 हो गई है और 1000 से अधिक नए मामले सामने आए।
संपादक की पसंद