अमेरिका और चीन के बीच जारी तनाव में उस समय एक नया मोड़ आ गया जब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भावी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ लगाने के बयान पर जवाब दे दिया।
चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा है कि चीन भारत के साथ मिलकर संवाद और सहयोग बढ़ाने और रणनीतिक आपसी विश्वास को मजबूत करने के लिए तैयार है।
पेरू में चल रहे एशिया-प्रशांत आर्थिक सहयोग वार्षिक शिखर सम्मेलन से इतर चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच अहम द्विपक्षीय वार्ता हुई। इस बीच दोनों देशों ने अपने मतभेद भुलाकर आगे बढ़ने का संकेत दिया।
दो दिन पहले रूस के कज़ान में ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत हुई थी और दोनों नेताओं ने 62 साल पुराने सीमा विवाद के हल के लिए अपने अपने देश के विशेष प्रतिनिधियों को जल्द मुलाक़ात करके बातचीत करने को कहा था।
1.पीएम मोदी देर रात रूस के कजान से वापस दिल्ली लौटे... 16वें BRICS समिट में दिया वैश्विक शांति का संदेश 2. रूस के कज़ान में PM मोदी और चीनी राष्ट्रपति जिनपिंग की द्विपक्षीय मुलाक़ात...पांच साल बाद वन टू वन मिले दोनों नेता...
पीएम मोदी-जिनपिंग की वार्ता से दो पड़ोसी देशों और दुनिया के दो सबसे बड़े राष्ट्रों के रूप में भारत-चीन के बीच स्थिर, पूर्वानुमानित और सौहार्दपूर्ण द्विपक्षीय संबंधों का क्षेत्रीय एवं वैश्विक शांति व समृद्धि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। विदेश मंत्रालय ने कहा-यह बहुध्रुवीय एशिया और बहुध्रुवीय विश्व में भी योगदान देगा।
नरेंद्र मोदी इस वक्त कज़ान में 16वें ब्रिक्स समिट में हिस्सा लेने के बाद चीनी राष्ट्रपति के साथ वन टू वन डायलॉग करने वाले हैं...ब्रिक्स समिट शुरू होने से ठीक पहले भारत और चीन के बीच LAC विवाद को लेकर एक अहम समझौता हुआ..
कजान में 16वें ब्रिक्स समिट के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच मुलाकात होगी। भारत और चीन के बीच लंबे समय से चल रहे सैन्य गतिरोध के बीच मोदी और जिनपिंग की यह मुलाकात काफी अहम मानी जा रही है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने BRICS नेताओं के लिए आयोजित डिनर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का जोरदार स्वागत किया और दोनों नेताओं ने बेहद गर्मजोशी से हाथ मिलाया।
भारत और चीन के बीच सीमा विवाद सुलझाने के लिए जो समझौता हुआ है... उसके कई इम्पॉर्टेंट डीटेल सामने आए हैं... भारत और चीन की सेनाएं अब डेपसांग प्लेंस और डेमचोक के इलाक़ों में अपनी अपनी सीमा के भीतर गश्त लगा सकेंगी... लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल पर पैट्रोलिंग को लेकर जो समझौता हुआ है...
BRICS Summit: रूस में हो रहे ब्रिक्स सम्मेलन में बुधवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच द्विपक्षीय बैठक होने वाली है। भारत के विदेश सचिव ने इस बारे में जानकारी दी है।
किस देश के खिलाफ जंग की तैयारी में जुटा है चीन, जो अपनी क्षमताओं पर बढ़ाने पर फोकस कर रहा है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अचानक अपनी पीएलए की मिसाइल और रॉकेट ब्रिग्रेड का निरीक्षण करके क्षमताओं को बढ़ाने का आदेश दिया है।
चीन ने प्रशांत महासागर में ICBM यानी अंतरमहाद्वीपीय मिसाइल का परीक्षण किया है। चीन बुधवार को इस परीक्षण की जानकारी दी है।
चीन में राष्ट्रीय सुरक्षा के लेकर एक नई किताब जारी की है। इस किताब में कहा गया है कि छात्रों को पश्चिमी संस्कृति के प्रति सतर्क रहना चाहिए और इंटरनेट का उपयोग करते समय सावधान रहना चाहिए।
चीन ने ताइवान के द्वीप के पास मिसाइल परीक्षण करके उसकी चिंताओं को बढ़ा दिया है। ऐसा माना जा रहा है कि ताइवान पर कब्जे की प्लानिंग के तहत यह सब किया जा रहा है। इस रणनीतिक की आशंका को भांपकर ताइवान की सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं और इलाके में वायुसेना की तैनाती कर दी गई है।
पीएम मोदी रूस की यात्रा पर ऐसे समय में गए हैं जब जब पूरी दुनिया एक बार फिर से दो धड़ों में बंटती नजर आ रही है। दुनिया भर की नजरें पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात पर हैं। इस मुलाकात से चीन को भी एख बड़ा संदेश गया है।
चीन के पूर्व रक्षामंत्री रहे ली शांगफू बड़ी मुसीबत में पड़ गए हैं। भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरने के बाद शांगफू पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने बड़ी कार्रवाई कर दी है। उन्हें कम्युनिस्ट पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। साथ ही उनके खिलाफ अभियोजन की कार्यवाही भी आरंभ कर दी गई है।
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन का चीन में भव्य स्वागत हुआ है। जिनपिंग ने राजकीय यात्रा पर आए रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का शानदार स्वागत किया। इस दौरान पुतिन ने शी जिनपिंग को 'मेरे प्रिय मित्र' कहकर संबोधित किया।
बीजिंग में एंटनी ब्लिंकन ने जवाब देते हुए कहा कि बाइडन प्रशासन विवाद के मुद्दों पर भी अमेरिकी-चीन वार्ता को प्राथमिकता देता है। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष में कुछ प्रगति हुई है लेकिन संकेत दिया कि बातचीत कठिन बनी रहेगी।
एक विदेशी मीडिया को दिए पीएम मोदी के साक्षात्कार को लेकर चीन ने फिर अपनी प्रतिक्रिया दी है। चीन के विदेश मंत्रालय का कहना है कि भारत-चीन ने सीमा विवादों को हल करने के लिए काफी सकारात्मक प्रगति की है। चीन ने भारत के साथ संबंध सुधरने की उम्मीद जताई है।
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