पीएम मोदी ने कहा, “हमने मतभेदों को विवेकपूर्ण ढंग से सुलझाने और उन्हें विवाद का रूप नहीं लेने देने का निर्णय किया है। हमने तय किया है कि हम एक-दूसरे की चिंताओं के प्रति संवेदनशील रहेंगे।”
विजय गोखले ने कहा कि दोनों नेताओं ने अपनी-अपनी राष्ट्रीय दूरदृष्टि को लेकर विस्तृत वार्ता की। उन्होंन बताया, “राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा कि वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ सभी मुद्दों पर काम करने की उम्मीद करते हैं।”
पीएम मोदी ने ‘शोर मंदिर’ परिसर में एक निजी रात्रिभोज में शी की मेजबानी की। मंदिर को रोशनी और फूलों से सजाया गया था। दोनों पक्षों से आठ-आठ प्रतिनिधियों को भी इस भोज के लिए आमंत्रित किया गया था।
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कांग्रेस ने पहले देश को बेचा। जब देश की सत्ता उसके हाथ से चली गई, तो इसके नेताओं ने अपनी पार्टी के टिकट बेचने शुरू कर दिए।
मामल्लापुरम में पीएम नरेंद्र मोदी ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ठेठ तमिलनाडु के लिबास में नजर आए।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई के पलानीस्वामी, राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित तथा तमिलनाडु विधानसभा के अध्यक्ष पी धनपाल ने चीनी राष्ट्रपति का स्वागत किया। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ दूसरी अनौपचारिक शिखर वार्ता के लिए करीब 24 घंटे की भारत यात्रा पर आये हैं।
देश की राजधानी दिल्ली में पहली बार तीन दिवसीय भारतीय अंतरराष्ट्रीय सहकारिता व्यापार मेला (आईआईसीटीएफ) 2019 का आयोजन किया जा रहा है।
भारत-चीन शिखर वार्ता से पहले मामल्लापुरम के अति प्राचीन स्मारकों को सजाया-संवारा जा रहा है। पूर्वी तटीय सड़क से मामल्लापुरम में प्रवेश पर दोनों नेताओं के स्वागत के लिए एक भव्य तोरण द्वार बनाया गया है।
पिछले कई वर्षों में पीएम नरेंद्र मोदी और शी कई बार मिल चुके हैं और पिछले साल चीन के शहर वुहान में पहले अनौपचारिक शिखर सम्मेलन में दोनों ने निजी संबंध विकसित किए जिससे दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध को सामान्य करने में मदद मिली थी।
चीन ने कहा कि ताइवान उसका हिस्सा है और यह उसकी ‘एक चीन’ नीति के तहत आता है। ताइवान की आजादी की वकालत करने वाली साई के 2016 में सत्ता में आने के बाद से चीन ने ताइवान को लेकर अपना रूख सख्त कर दिया है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने जापान के ओसाका में चल रहे जी20 शिखर सम्मेलन से इतर चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ द्विपक्षीय मुलाकात की। इस मुलाकात में दोनों के बीच अटकी पड़ी व्यापार वार्ता फिर शुरू करने पर सहमति बनी।
किर्गिज़स्तान के बिश्केक में एससीओ समिट के दौरान आज चीन के राष्ट्रपति शी-जिनपिंग और पीएम मोदी के बीच बातचीत हुई जिसमें पाकिस्तान का मुद्दा प्रमुख रहा।
वर्तमान में चीन-रूस संबंध इतिहास में सबसे अच्छे काल से गुजर रहा है। मौजूदा मंच के दौरान चीन और रूस के बीच सहयोग विषय से जुड़ी कई गतिविधियां आयोजित की जाएंगी। जिनमें दूसरा चीन-रूस ऊर्जा वाणिज्य मंच, यूरोप-एशिया साझेदारी संबंध और 'बेल्ट एंड रोड' पहल संगोष्ठी, चीन-रूस औद्योगिक वाणिज्यिक संवाद सम्मेलन आदि शामिल हैं।
एससीओ शिखर सम्मेलन किर्गिस्तान की राजधानी में 13-14 जून को होना है। एससीओ चीन की अगुवाई वाला आठ सदस्यीय सुरक्षा समूह है, जिसमें भारत और पाकिस्तान को 2017 में शामिल किया गया। आम चुनावों में भाजपा की प्रचंड जीत के बाद मोदी के फिर से प्रधानमंत्री बनने के बाद यह शी के साथ उनकी पहली मुलाकात होगी। शी ने आम चुनावों में जीत के लिए प्रधानमंत्री मोदी को ‘‘हार्दिक बधाई’’ दी थी।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से डरे हुए हैं और चीन के खिलाफ उनके मुंह से एक शब्द नहीं निकलता है।
चीन में मार्च में होने वाली दो प्रमुख राजनीतिक हलचलों का आगाज हो चुका है। दुनिया की नजरें इन दो सत्रों पर लगी हुई हैं। पांच मार्च की सुबह पेइचिंग के ऐतिहासिक जन वृहद भवन में 13वीं एनपीसी का दूसरे पूर्ण अधिवेशन शुरू हो गया।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दुनिया की सबसे बड़ी अपनी सेना के प्रशिक्षण के लिये चीन का पहला आदेश जारी किया है।
एशिया प्रशांत क्षेत्र के 21 देशों के नेता यहां एक सम्मेलन में रविवार को अपने मतभेदों को दूर करने में नाकाम रहे। क्षेत्र में अपना-अपना प्रभाव बढ़ाने की कोशिश कर रहे अमेरिका और चीन के बीच जुबानी जंग का प्रभाव सम्मेलन पर पड़ता हुआ स्पष्ट रूप से नजर आया।
अमेरिकी मीडिया में आई खबरों के अनुसार ट्रंप प्रशासन चीन से आने वाले सामानों पर 200 बिलियन डॉलर से अधिक का टैरिफ लादने की तैयारी में है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गरूवार को चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मिले और दोनों नेताओं ने हाल में हुई बैठकों से मिली ‘‘रफ्तार’’ को बनाए रखने की जरूरत पर जोर दिया।
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