बीते साल पहली बार रिपोर्ट्स सामने आई थीं कि चीन राजनीतिक कैदियों और सरकार के खिलाफ रहने वाले लोगों के शरीर से जबरन अंग निकालकर उन्हें बेच रहा है। इन अंगों की काला बाजारी की जाती है।
BRICS Summit 2022: चीन में भारतीय राजदूत प्रदीप कुमार रावत ने राष्ट्रपति शी चिनफिंग की मेजबानी में बृहस्पतिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन से पहले चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की।
BRICS Summit 2022: विदेश मंत्रालय के मुताबिक चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अलावा 24 जून को मेहमान देशों के साथ वैश्विक विकास पर उच्चस्तरीय संवाद में भी हिस्सा लेंगे।
23 जून 2022 को चीन की राजधानी बीजिंग में 14वां ब्रिक्स शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। यह बैठक वर्चुअल होगी। इस बार ब्रिक्स समिट की मेजबानी की जिम्मेदारी चीन को मिली है। इस सम्मेलन में ब्रिक्स देश- ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका भाग लेंगे।
China Special Military Operation: शी जिनपिंग के नए आदेश से चीनी सेना आसानी से विदेशों में स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन को अंजाम दे सकेगी। इस आदेश से चीनी सेना की ताइवान पर हमले की आशंका और बढ़ गई है। वहीं अमेरिका की टेंशन भी बढ़ी है।
China Building Military Facility in Cambodia: दक्षिण चीन सागर के ठीक पश्चिमी में विशाल नौसैनिक युद्धपोतों को तैनात करने की क्षमता इस इलाके में चीन के प्रभाव बढ़ाने की महत्वाकांक्षा का एक अहम हिस्सा माना जा रहा है।
PM Narendra Modi govt 8 years: केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान इंडिया टीवी संवाद महासम्मेलन के पहले मेहमान रहे। आरिफ मोहम्मद ने कहा कि मोदीजी की सरकार में खास बात हुई वो ये है कि विकसित देशों ने भारत की क्षमता को स्वीकार किया।
अमेरिका का एक प्रतिनिधिमंडल शुक्रवार को अपनी यह चिंता व्यक्त करने के लिए सोलोमन द्वीप समूह पहुंचा कि चीन दक्षिण प्रशांत स्थित इस देश में सैन्य बल भेज सकता है और क्षेत्र को अस्थिर कर सकता है। यह यात्रा चीन और सोलोमन द्वीप समूह द्वारा इसकी पुष्टि किए जाने के कुछ दिनों बाद हुई है कि उन्होंने एक सुरक्षा समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
यूक्रेन पर रूस के हमले के बीच अमेरिकी राष्टपति जो बाइडन और चीन के राष्टपति शी जिनपिंग के बीच बातचीत हुई। इस बातचीत में जिनपिंग ने बाइडन को इस मुद्दे पर अपना रूख स्पष्ट किया है।
बीजिंग। यूक्रेन के साथ बढ़ते तनाव के बीच, चीन ने शुक्रवार को रूस से सहमति जताते हुए नाटो के विस्तार का विरोध किया। वहीं मास्को ने परोक्ष रूप से क्वाड पर आपत्ति जताते हुए एशिया-प्रशांत क्षेत्र में उसके (क्वाड के) संगठन बनाने के बीजिंग के विरोध का समर्थन किया।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने अरुणाचल प्रदेश के निकट स्थित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण तिब्बती सीमावर्ती शहर न्यिंगची का दौरा किया।
शी के बयान ऐसे समय में आये हैं जब छह महीने से अधिक समय से पूर्वी लद्दाख में भारत-चीन के बीच सीमा पर गतिरोध की स्थिति है।
चीन के दुस्साहस के पीछे राष्ट्रपति शी चिनफिंग की, आर्थिक नीतियों के खिलाफ असंतोष को थामने, मजबूत दिखने और अंतराष्ट्रीय स्तर पर कद बढ़ाने की लालसा जैसे पहलू हो सकते हैं ।
सतपाल महाराज ने कहा कि चीन के राष्ट्रपति शी जिंनपिंग को प्राचीन ग्रंथ रामायण भेजकर संदेश देना चाहते हैं कि दशानन रावण की विस्तारवादी सोच के परिणाम स्वरूप ही उसका कैसा हश्र हुआ था।
सैन्य आधुनिकीकरण पर उनका यह बयान ऐसे समय में आया है जब वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन का भारत के साथ तनाव चल रहा है और दक्षिण तथा पूर्वी चीन सागरों में चीन के शक्ति प्रदर्शन समेत अनेक विषयों पर अमेरिका के साथ उसके मतभेद हैं।
चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से शुक्रवार को फोन पर हुई बातचीत में कहा कि दुनिया भर को प्रभावित करने वाली कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से जंग लड़ने के लिए चीन और अमेरिका को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने अमेरिका से आपसी संबंधी सुधरने की अपील की।
प्रधानमंत्री कार्यालय से जारी बयान में बताया गया है कि मोदी छठी बार ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शिरकत कर रहे हैं। पहली बार उन्होंने 2014 में ब्राजील के फोर्टालेजा में शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था।
चीन अगले दो साल के दौरान नेपाल को उसके विकास कार्यक्रमों तथा उसे जमीनी संपर्क मार्ग से जुड़ा देश बनाने के लिये 56 अरब नेपाली रुपये की सहायता देगा।
सत्तारूढ़ नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एनसीपी) के प्रवक्ता नारायण काजी श्रेष्ठ ने बाद में विस्तार से बताया कि प्राथमिक एजेंडा पूर्वी नेपाल में किमाथांका में सीमापार सड़क निर्माण, मुस्टांग में कोराला सीमा पॉइंट और 2015 में आए भूकंप में क्षतिग्रस्त हुए कोडारी और रासुवा राजमार्गो की मरम्मत करना है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने शनिवार को कारोबार, निवेश और सेवा क्षेत्र से जुड़े विषयों पर एक नया तंत्र स्थापित करने पर सहमति व्यक्त की।
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