कोरोना वायरस के epicentre चीन के वुहान शहर में अब जंगली जानवरों को खाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
चीन में कोरोना वायरस के 33 नये मामले सामने आए, जिनमें 31 बिना लक्षण वाले मामले हैं। इनमें से ज्यादातर मामले वुहान शहर में सामने आए हैं, जो कोविड-19 महामारी का केंद्र रहा है।
चीन में कोरोना वायरस संक्रमण के 25 नए मामले सामने आए हैं स्वास्थ्य अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इनमें से 14 मामले वुहान में हैं जिनमें मरीजों में संक्रमण के लक्षण नहीं दिखे हैं।
मध्य हुबेई प्रांत और इसकी राजधानी वुहान में शुक्रवार तक कोविड-19 के बिना लक्षण वाले 439 मामले सामने आ चुके हैं।
कोरोना महामारी पर चीन अब तक दावा करता आया है कि यहां सिर्फ 84,029 मामलों की पुष्टि हुई जबकि 4,633 मौतें हुई लेकिन अब एक ताजा खुलासा हुआ है जिसमें कहा गया है कि चीन में 84 हजार नहीं बल्कि 6.4 लाख लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दुनियाभर में कोरोना वायरस के फैलने के मद्देनजर चीन से सारे रिश्ते तोड़ने की धमकी दी। जानलेवा संक्रमण ने दुनियाभर में तकरीबन तीन लाख लोगों की जान ले ली है जिनमें 80,000 से ज्यादा अमेरिकी शामिल हैं।
एससीओ के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने कोरोना वायरस संक्रमण के खतरनाक प्रसार पर गंभीर चिंता जाहिर की है। एससीओ के सदस्य देशों के विदेश मंत्रियों ने कहा कि कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में संयुक्त राष्ट्र के तहत समन्वित और समावेशी बहुपक्षीय कोशिशें करने की जरूरत है।
चीन में कोविड-19 के 15 नए मामले सामने आए हैं जिनमें से आठ ऐसे हैं जिनमें संक्रमण के कोई लक्षण नहीं हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी बड़ी महामारी में थोड़े-बहुत केस सामने आना सामान्य बात है लेकिन चीन के लोगों को भरोसा नहीं हो पा रहा है।
चीन में कोरोना वायरस संक्रमण का केन्द्र रहे वुहान शहर में 30 दिन से ज्यादा समय के बाद कोविड-19 के नए मामले सामने आने पर सत्ताधारी कम्युनिस्ट पार्टी ने एक स्थानीय अधिकारी को खराब प्रबंधन के आरोप में बर्खास्त कर दिया गया है।
आयोग ने बताया कि शुक्रवार तक विदेश से कोरोना वायरस संक्रमण लेकर आने वाला एक मामला और बिना लक्षण वाले 15 नए मामले घरेलू स्तर संक्रमण के सामने आए हैं।
चीन के हूबेई प्रांत के वुहान से वापस लौटी एक नर्स ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नाम एक खुला पत्र लिखा है।
चीन ने अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ को यह चुनौती दी कि वुहान की एक प्रयोगशाल से कोरोना वायरस का उद्भव साबित करने के लिए ढेर सबूत होने का वह जो दावा कर रहे हैं तो वह सबूत उन्हें दिखाएं।
उन्होंने कहा कि हमें केवल इसी संकट पर काम करने के लिए सूचना की आवश्यकता नहीं है, बल्कि हमें इस जोखिम को कम करने और यह सुनिश्चित करने के लिए सूचना तक पहुंच की आवश्यकता है
चीन के वुहान शहर से शुरु हुई कोरोना वायरस महामारी ने दुनिया भर में कहर मचा रखा है। ऐसे में अधिकांश देश चीन पर ही उंगली उठा रहे हैं लेकिन चीन इस वायरस के फैलने में अपनी भूमिका को नकारता रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के आपात कार्यक्रमों के प्रमुख माइकल रेयान ने सोमवार को कहा कि कोरोना वायरस के चीन के शहर वुहान की एक प्रयोगशाला में उत्पन्न होने की आशंका के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ के आरोप के संबंध में अमेरिकी सरकार ने उन्हें कोई सबूत मुहैया नहीं कराए हैं।
अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने कहा है कि उनकी सरकार के पास इस बात के अहम सबूत हैं कि कोरोनवायरस की उत्पत्ति चीन के शहर वुहान में स्थित एक प्रयोगशाला में हुई थी, जहां पिछले दिसंबर में महामारी सबसे पहले सामने आई थी।
कोरोना वायरस पर डब्ल्यूएचओ की भूमिका को लेकर ट्रंप प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है और फिलहाल अमेरिका की तरफ से इसे दी जाने वाली वित्तीय सहायता को रोक दिया गया है।
चीन, जहां घातक कोरोना वायरस सबसे पहले पिछले साल दिसंबर में उभरा था, वहां कोविड-19 का बस एक नया मामला सामने आया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने शनिवार को बताया कि मृतक संख्या 4,633 ही बनी हुई है और कोविड-19 से किसी के मरने का नया मामला सामने नहीं आया है।
ट्रंप से एक पत्रकार ने जब पूछा कि क्या वो समझते हैं कि चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ विरोलॉजी का कोरोना वायरस से कोई संबंध है। इस पर ट्रंप ने कहा कि हां वो ऐसा ही सोचते हैं और ऐसा सोचने के लिए उनके पास कुछ सबूत भी हैं।
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