अमेरिकी राष्ट्रपति के इस कदम से अब 90 दिनों के अंदर अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की फाइलों में इस बारे में दर्ज जानकारियां सामने आ जाएंगी। इस कवायद से जो खुफिया जानकारी उजागर की जाएगी उसमें वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी और कोरोना वायरस रोग की उत्पत्ति के बीच संभावित लिंक से जुटी जानकारी भी होगी।
अमेरिकी रिपब्लिकन पार्टी की राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार निक्की हेली ने चीन को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि चीन की लैब से कोरोना फैला जिससे पूरी दुनिया परेशान रही। इस वजह से तो चीन को एक पैसा नहीं देना चाहिए।
अमेरिका ने नया खुलासा कर यह बता दिया है कि चीन की वुहान लैब में ही कोरोना का वायरस बना था। हालांकि चीन हमेशा इन आरोपों को खारिज करता रहा है। लेकिन अमेरिकी जांच एजेंसियों ने कई सबूत दिए हैं, जिनसे पूरा शक कुटील चीन की ओर ही जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर्नाटक दौरे के दौरान कलबुर्गी मे ढोल बजाया। पहले भी कई ऐसे मौके आ चुके हैं, जब पीएम मोदी पारंपरिक वाद्ययंत्र बजाने से खुद को नहीं रोक पाए। फिर चाहे वो चीन का वुहान हो, या भारत के पूर्वोत्तर का राज्य मणिपुर। जानिए किन किन मौकों पर पीएम मोदी ने ढोल बजाकर उत्साह का इजहार किया।
कोरोना ने चीन की हालत खराब कर दी है। वहां हालात ये हैं कि न अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए जगह है, न श्मशान में। इसी बीच चीन का हेनान प्रांत दूसरा 'वुहान' बन गया है। यहां भी कोरोना से हालात बुरे हैं। यहां की 90 फीसदी आबादी को कोरोनो हो गया है।
चीन सरकार की सख्त कोविड पाबंदियों के खिलाफ विरोध तेज हो गया है और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की 'सख्त जीरो कोविड पॉलिसी' के खिलाफ लोग सड़कों पर उतर आए हैं।
China: चीन में कोरोना को लेकर अभी भी सख्ती बरती जा रही है। जहां भी कोरोना के नए मामले सामने आ रहे हैं, वहां सरकार सख्त लॉकडाउन लगा दे रही है। वुहान में भी ज्यादा संक्रमण वाले इलाकों की इमारतों को सील किया गया है। साथ ही लाखों लोगों को घरों में नजरबंद किया गया है।
Covid Update in China: दुनिया के लगभग सभी देशों में कोरोना के हालात को संभालते हुए भले ही शहरों से भले ही लॉकडाउन बहुत पहले ही हटा लिया गया हो, लेकिन चीन कोरोना के मामलों को लेकर अब भी बेहद गंभीर है।
China Coronavirus: हुआनान बाजार महामारी का केंद्र था। वहां इसका उत्पत्ति के बाद से, सार्स-कोव-2 वायरस तेजी से 2020 की शुरुआत में वुहान के अन्य स्थानों और फिर दुनिया के बाकी हिस्सों में फैल गया। हुआनन बाजार फुटबॉल के दो मैदानों के आकार का एक इनडोर स्थान है। इसका नाम ‘सीफूड’ है ।
इस मार्केट को कोरोना वायरस महामारी का केंद्र माना जाता है। ये रिसर्च मंगलवार को जरनल साइंस में प्रकाशित की गई है। इस रिसर्च में दुनियाभर के वैज्ञानिकों ने मैपिंग टूल और सोशल मीडिया रिपोर्ट्स का इस्तेमाल किया है।
वुहान में 31 दिसंबर 2019 को कोरोना वायरस से संक्रमण का पहला मामला सामने आया था। भारत में कोविड-19 का पहला मामला 30 जनवरी 2020 को सामने आया था जब वुहान विश्वविद्यालय में मेडिकल की तीसरी वर्ष की छात्रा कोविड-19 से संक्रमित पाई गई थी।
बता दें कि वुहान शहर वह जगह है जहां कोरोना वायरस पहली बार 2019 में सामने आया था जो महामारी में बदल गया।
चीन के शहर वुहान में कोविड-19 के प्रसार को नियंत्रित करने के साल भर बाद फिर से महामारी के सिर उठाने पर अधिकारियों ने वहां 1.1 करोड़ लोगों की जांच के लिए मंगलवार को एक अभियान शुरू किया।
कोरोना संक्रमण ने पूरी दुनिया में तहलका मचा हुआ है। चीन के वुहान शहर से पूरी दुनिया में फैले इस वायरस ने हर देश में बड़ी संख्या में लोगों की जान ली है।
चीन में कोरोना के मामलों में तेजी लौट आई है। यहां कोविड-19 के डेल्टा वेरिएंट के मामलों में अचानक वृद्धि देखी जा रही है। चीन की राजधानी बीजिंग सहित 15 शहर संक्रमण के मामलों से जूझ रहे हैं। सरकारी मीडिया ने इसे दिसंबर 2019 में वुहान में वायरस के प्रकोप के बाद सबसे व्यापक घरेलू रोग संचार करार दिया है।
दुनिया में कोविड महामारी के आने के 2 साल पहले से ही चीन के वुहान प्रांत के बाजारों में हजारों जंगली जानवर बेचे गए थे। इन जानवरों में ऐसे रोगाणु (पैथजन) होने की संभावना होती है।
पिछले साल जनवरी-फरवरी महीने में कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए चीन के वुहान में 2 अस्पताल बनाए गए थे।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप समेत कई लोग भी यह आशंका जता चुके हैं कि वायरस चीन की किसी प्रयोगशाला से फैला है
चीन के वुहान से पैदा हुए कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया की नाक में दम कर रखा है। तमाम देशों की अर्थव्यवस्था तबाह होने के कगार पर पहुंच गई है, तो कहीं लाखों की संख्या में लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं।
इससे पहले डब्ल्यूएचओ की टीम ने कोरोना वायरस संक्रमण के चमगादड़ से अन्य जानवरों के जरिये मनुष्यों में फैलने की आशंका जताई थी। समाचार एजेंसी एपी को मिली जांच टीम की मसौदा रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। हालांकि जांच रिपोर्ट में उम्मीद के अनुसार कई सवालों के जवाब नहीं मिले।
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