देश के पहलवानों के इस ऐलान के बाद दुनिया के महानतम बॉक्सर मोहम्मद अली से जुड़ा वो किस्सा भी याद किया जा रहा है, जब विरोध जताने के लिए उन्होंने अपना ओलंपिक गोल्ड मेडल नदी में फेंक दिया था।
WFI अध्यक्ष बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर धरना दे रहे देश भर के पहलवानों ने अपने मेडल को गंगा में बहाने का ऐलान किया है। इसे लेकर हरिद्वार पुलिस प्रशासन ने कहा कि वो हरिद्वार आ रहे पहलवानों को नहीं रोकेगा और ना ही उन्हें मेडल नदी में बहाने से रोकेगा।
रविवार सुबह दो ओलंपिक पदक विजेता सहित कई पहलवानों को महिलाओं की 'महापंचायत' के लिए नए संसद भवन की ओर बढ़ने की कोशिश के दौरान हिरासत में लिया गया था। इसके बाद पुलिस ने जंतर-मंतर को भी खाली करा दिया।
जंतर-मंतर पर पुलिस अधिकारियों ने पहलवानों के चारपाई, गद्दे, कूलर, पंखे और तिरपाल की छत सहित अन्य सामानों को हटाकर विरोध स्थल को साफ करना शुरू कर दिया।
नए संसद भवन की ओर बढ़ रहे पहलवानों को पुलिस ने रोका है और कई पहलवानों और उनके समर्थकों को हिरासत में लिया है।
इस चेतावनी में केंद्र सरकार को लेकर कहा गया था कि अगर 21 मई तक सरकार कोई कार्रवाई नहीं करती है तो खापों की महापंचायत बुलाई जाएगी और आगे की रणनीति निर्धारित कर उस हिसाब से काम किया जाएगा।
पहलवानों का कहना है कि बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ का नारा लगाने वाली ये महिला सांसद हमारे दुख में शामिल होकर हमारा साथ दे। बता दें कि पहलवानों ने 16 मई को देशभर के सभी जिला मुख्यालयों पर 1 दिन के सत्याग्रह की भी मांग की है।
महिला डीसीपी के सुपरविजन में 10 लोगों की टीम की SIT बनाई गई है। बृजभूषण शरण सिंह ने अपनी सफाई में कुछ वीडियो सबूत और मोबाइल डाटा जमा करने की बात कही है जो जल्द वो दिल्ली पुलिस को सौपेंगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक बृजभूषण सिंह के खिलाफ कार्रवाई न होने के विरोध में बजरंग पुनिया, विनेश फोगाट, साक्षी मलिक समेत कई पहलवान काली पट्टी बांधे दिखे। कुछ ने बांह पर तो कुछ सिर पर काली पट्टी बांधकर बृजभूषण सिंह की गरिफ्तारी की मांग की।
महिला पहलवानों की याचिका पर आज दिल्ली की राउज़ एवेन्यु कोर्ट में सुनवाई हुई। इस दौरान अदालत ने दिल्ली पुलिस से मामले में स्टेटस रिपोर्ट मांगी है। कोर्ट इस मामले की अगली सुनवाई 12 मई को करेगी।
खेड़ा बख्ता की सरपंच पूनम और अन्य महिलाओं ने कहा कि वे विनेश को अकेला नहीं छोड़ेंगी। इन महिलाओं ने एक सुर में कहा कि जब विनेश जंतर-मंतर पर खिलाड़ियों के साथ न्याय के लिए अकेली बैठ सकती हैं, तो वे भी अपने बच्चों के साथ जंतर-मंतर पर पहुंचेंगी और उनका साथ देंगी।
उन्होंने फेसबुक लाइव के माध्यम से कहा कि दो-तीन महीने बाद जब जांच की रिपोर्ट सामने आएगी तो ऐसा न हो जाए कि आपको पछताना पड़े। इसलिए मैं हाथ जोड़कर एक बात कहता हूं कि जब जांच पूरा होगी तो मैं खुद आपके खाप पंचायत में आऊंगा।
प्रेस को संबोधित करते हुए टिकैत ने कहा कि आज की पंचायत में फैसला लिया गया है कि हमारी खाप के लोग रोज यहां आएंगे। अगर 15 दिन में सरकार नहीं मानी तो 21 मई को फिर मीटिंग किया जाएगा।
दिल्ली पुलिस ने भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न मामले में 7 महिला पहलवानों के बयान के दर्ज किया है। शुक्रवार को अधिकारियों द्वारा यह जानकारी साझा की गई है।
बृजभूषण शरण सिंह पर देश की चैंपियन बेटियों ने अबतक का सबसे बड़ा आरोप लगाया है तो अब बड़ी लड़ाई की तैयारी भी कर रही है। सुप्रीम कोर्ट की अपील के बावजूद पहलवानों का आंदोलन जारी है।
उन्होंने भाजपा को लेकर कहा कि देश के खिलाड़ियों के प्रति ऐसा बर्ताव शर्मनाक है। बेटी बचाओ बस एक ढोंग है। असल में भाजपा भारत की बेटियों पर अत्याचार करने से भी पीछे नहीं हटती है।
पुलिस के साथ हुए विवाद पर बोलते हुए विनेश फोगाट कैमरे के साथ रो पड़ी। इस दौरान उन्होंने कहा कि जब हमने देश के लिए मेडल जीते थे तब कबी नहीं सोचा था कि एक दिन हमें ये भी दिन देखना होगा।
बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट ने 3 मई की रात में उनके साथ हुई कथित मारपीट के बाद अमित शाह को लेटर लिखा। उन्होंने लिखा है कि अंतरराष्ट्रीय पहलवानों पर इस तरह से हमला करना और अपमानित करना खिलाड़ियों का मनोबल तोड़ने और देश की छवि को खराब करने वाला है।
बृजभूषण सिंह ने कहा, आप हटाइए अपनी दुकान, कैमरा बंद करिए पहले, कैमरा बंद करिए...बंद करिए...जाइए, रुक जाओ यार, इनको नोट करो, इनको दोबारा मत आने देना, जजमेंट करने लगते हैं।
बृजभूषण सिंह ने कहा कि अगर मेरी पार्टी मुझसे इस्तीफा मांगती है, तो मैं इस्तीफा दे दूंगा, लेकिन मुझे ये भी नहीं मालूम कि मेरे ऊपर आरोप क्या है? बृजभूषण ने कहा कि इस आंदोलन में टुकड़े-टुकड़े गैंग, शाहीन बाग, किसान आंदोलन में सक्रिय ताकतें शामिल हैं।
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