Chaturmas 2022: आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को देवशयनी एकदशी कहते हैं। इस दिन से भगवान विष्णु चार महीने के लिए योग निद्रा में चले जाते हैं। ऐसे में चातुर्मास (Chaturmas) आरंभ हो जाता है।
Jitan Ram Manjhi in Vaishno Devi: कभी खुद को नास्तिक बताने वाले बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को लगता है भगवान में आस्था दिखी है। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री वैष्णो देवी मंदिर में जाकर पूजा अर्चना करते नजर आए हैं।
शिवलिंग सिर्फ एक हिंदू अवधारणा नहीं है। रोमवासियों ने भी भगवान शिव के प्रतीक को पूजा। कई लोगों का मानना है कि शिवलिंग यह दर्शाता है कि शिव अमूर्त है। यह बिना किसी विशेषता और लिंग के सर्वोच्च देवता है।
जम्मू-कश्मीर में माथे पर टीका लगाकर स्कूल पहुंची दो छात्राओं को पीटने के आरोप में शिक्षक निसार अहमद को अगले आदेश तक सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं राजौरी जिला प्रशासन आरोपों का जांच कर रहा है।
पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के काफिले को रोकने की घटना पर पीएम मोदी की लंबी आयु की कामना को लेकर अयोध्या में पूजा—अर्चाना और भंडारे का अयोजन किया गया। इस दौरान अयोध्या में साधु संतों को भंडारा करवाया गया। इस भंडारे ओर पूजन का आयोजन आयोजन राम लला के मुख्य पुजारी आचार्य सतेंद्र दास के आवास पर किया गया।
वास्तु के अनुसार पूजा घर के लिए दिवारों पर हल्के पीले रंग का इस्तेमाल शुभ माना जाता है और फर्श के लिए हल्के पीले या सफेद रंग के पत्थर का चुनाव करना चाहिए।
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा हनुमान को दलित बताये जाने के एक सप्ताह बाद अनुसूचित जाती के लोगों के एक समूह ने मंगलवार को यहां एक हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की
सरकारी गेस्ट हाउस की छत पर साधना करते दिखे शिवराज के मंत्री कंप्यूटर बाबा
सुबह 6 बजकर 41 मिनट पर सूर्योदय के साथ ही नदी और जलाशयों पर श्रद्धालु सूर्य भगवान को अर्घ्य देकर उनकी उपासना करेंगे। सुबह भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ सूर्य उपासना का महापर्व छठ व्रत संपन्न हो जाएगा।
पटना सहित पूरे बिहार में गंगा तट से लेकर विभिन्न नदियों के किनारे और जलाशयों के तटों पर लाखों छठ व्रतधारियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया और भगवान भास्कर की पूजा-अर्चना की।
गृहस्थ जीवन में कामदेव की साधना भी जरूरी है। कामदेव प्रेम और अनंग के देवता है और ये जीवन प्रेम-अनंग के साथ आनंद पूर्वक जीते हुए अपने व्यक्तित्व में ओज, शक्ति बढ़ाने का कार्य करते हैं।
सावन के महीने में भगवान शिव का पूजन करते समय कुछ विशेष मंत्रो जैसे ॐ नमः शिवाय, ॐ पार्वतीपतये नमः, बम बम भोले, हर हर महादेव का जप करना चाहिए।
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