गोल्ड ने कहा 'मुझे याद है जब मैंने उन्हें (सचिन) आउट करार दिया तो बिली बाउडेन (टीवर अंपायर) ने मेरे कान में कहा- गेंद लेग स्टंप छोड़ रही है। मैं चाहता हूं आप अपना फैसला बदलें।'
श्रीलंका के कप्तान कुमरा संगाकारा ने हाल ही में बताया कि वर्ल्ड कप 2011 में दर्शकों के शोर की वजह से धोनी ने दो बार टॉस करवाया था।
कर्स्टन का कहना है कि विराट कोहली 2011 में संभावित रूप से एक महान खिलाड़ी थे।
विराट कोहली के दूसरे फेवरेट मैच की बात करें तो उन्होंने 2016 वर्ल्ड T20 के क्वॉर्टर फाइनल मुकाबले को अपना दूसरा सबसे पसंदीदा और यादगार मैच करार दिया है।
सुरेश रैना ने सचिन के बारे में बात करते हुए कहा, ''वह बेहद कूल खिलाड़ी हैं। केवल उनकी ही वजह से हम विश्व कप जीत सके थे।''
सचिन के 47वें जन्म दिन पर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर विश्व कप जीतने पर सचिन के विचार साझा किए हैं।
इस वर्ल्ड कप के फाइनल मुकाबले में भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने नाबाद 91 रनों की पारी खेली थी और टीम इंडिया को वह मैच छक्के के साथ जिताया था।
गंभीर और धोनी की साझेदारी में भी आठ बार ही गेंद सीमा रेखा के पार गयी थी लेकिन तब भी उन्होंने 5.54 के रन रेट से रन बनाये थे।
विश्व कप 2011 का फाइनल मुकाबला भारत और श्रीलंका के बीच 2 अप्रैल को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में खेला गया था। इस मुकाबले में भारतीय टीम ने श्रीलंका को 6 विकेट से हराकर खिताबी जीत हासिल की थी।
2 अप्रैल 2011 के दिन भारतीय क्रिकेट टीम ने महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी दूसरी बार विश्व कप का खिताब जीतने का गौरव हासिल किया था।
वर्ल्ड कप 2011 के सेमीफाइनल मैच में भारत ने पाकिस्तान को 29 रनों से मात दी थी। इस मैच में सचिन ने 85 रन बनाए थे।
साल 2011, दिन 2 अप्रैल को भारतीय क्रिकेट के इतिहास में हमेशा सबसे सुनहरें दिन के रूप में जाना जायेगा। क्योंकि इसी दिन भारत ने 28 साल बाद क्रिकेट विश्वकप अपने नाम किया।
फीफा विश्व कप 2022 की आयोजन समिति से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने 1983 और 2011 में क्रिकेट विश्व कप का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम के खिलाड़ियों को कतर में आयोजित होने वाले इस टूर्नामेंट के लिए आमंत्रित किया है।
2007 और 2011 वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में भारत को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले गौतम गंभीर ने कल क्रिकेट को अलविदा कह दिया।
मुंबई में विश्व कप 2011 के फाइनल में यादगार छक्का जड़कर भारत को खिताब दिलाने के ठीक सात साल बाद महेंद्र सिंह धोनी एक बार फिर सभी के आकर्षण का केंद्र बने जब इस मानद लेफ्टिनेंट कर्नल ने सेना की पोशाक में पद्म भूषण पुरस्कार स्वीकार किया।
2011 विश्व कप फ़ाइनल मैच के साथ एक और याद जुड़ी हुई है और वो है तबके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी का गगनचुंबी छक्का. ये एक ऐसा लम्हा था जब मैच देखने वाले भारतीय फ़ैंस की आंखों में ख़ुशी के आंसू आ गए थे.
श्रीलंका क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान अर्जुन राणातुंगा ने 2011 वर्ल्ड कप क्रिकेट के फाइनल मुकाबले के फिक्स होने का आरोप लगाते हुए इसकी जांच की मांग की है। मुंबई में खेले गए फाइनल मैच में भारत ने श्रीलंका को हराकर 28 साल बाद वर्ल्ड कप जीता था।
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