विश्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष 2019-2020 में भारत के लिए पांच प्रतिशत विकास दर का अनुमान लगाया है।
अमेरिका की सीनेट में रिपब्लिकन पार्टी के तीन सीनेटरों ने चीन को कर्ज देने से विश्वबैंक को रोकने के लिये एक विधेयक पेश किया है। सीनेटरों चक ग्रासली, मार्को रुबियो और टॉम कॉटॉन ने बुधवार को यह विधेयक पेश किया।
मोदी सरकार की मेक इन इंडिया योजना और अन्य सुधारों ने विदेशी निवेशकों को आकर्षित किया है।
भारत में 1990 के बाद से गरीबी के मामले में स्थिति में काफी सुधार हुआ है और इस दौरान उसकी गरीबी दर आधी रह गई। भारत ने पिछले 15 साल में 7 प्रतिशत से अधिक की आर्थिक वृद्धि दर हासिल की है।
वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में सुस्ती के चलते भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है। इसके बावजूद भारतीय अर्थव्यवस्था अब भी व्यापक संभावनाओं के साथ तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बनी हुई है।
आईएमएफ के बाद अब विश्व बैंक ने रविवार को चालू वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारत का ग्रोथ रेट अनुमान घटा दिया है। विश्व बैंक के मुताबिक, भारत की विकास दर 6 फीसदी रह सकती है।
विकासशील देशों का कुल विदेशी ऋण 2018 में पांच प्रतिशत से अधिक बढ़कर 7,800 अरब डॉलर पहुंच गया। इसमें मुख्य बढ़ोतरी चीन का कर्ज बढ़ने से हुई है। विश्वबैंक ने बुधवार को अंतरराष्ट्रीय ऋण सांख्यिकी रिपोर्ट जारी की है।
विश्व बैंक की ईज ऑफ डुइंग बिजनेस की फाइनल लिस्ट 24 अक्टूबर को जारी होगी, इससे पहले ही मोदी सरकार के लिए राहत की खबर है। भारत उन 20 देशों की सूची में शामिल जिसने 'इज ऑफ डूइंग बिजनस' में सबसे अधिक सुधार किया है।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) के कार्यकारी बोर्ड ने बुधवार को क्रिस्टालिना जॉर्जीएवा को संस्था का नया प्रबंध निदेशक तथा कार्यकारी बोर्ड का अध्यक्ष नियुक्त किया। क्रिस्टालिना ने क्रिस्टीन लागार्द का स्थान लिया है।
आईएमएफ ने कहा कि भारत की आर्थिक वृद्धि उम्मीद से ‘‘काफी कमजोर’’ है।
विश्वबैंक के प्रमुख डेविड मालपास नवंबर के पहले हफ्ते में इस्लामाबाद की यात्रा करेंगे। इस दौरान वह पाकिस्तान में संस्थागत सुधार और वृद्धि के लिए वित्तीय मदद बढ़ाने को अंतिम रूप देंगे।
जीडीपी को लेकर विश्व बैंक की रिपोर्ट ऐसे समय में आई है जब चर्चा चल रही है कि 2025 तक भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। यही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच हजार अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है।
क्रिसिल ने वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भारत के जीडीपी ग्रोथ अनुमान को पूर्व के 7.1 प्रतिशत से घटाकर 6.9 प्रतिशत कर दिया है।
इसमें 4.08 अरब डॉलर हर्जाना और 1.87 अरब डॉलर ब्याज है। यह हर्जाना पाकिस्तान को टेथयान कॉपर कंपनी (टीसीसी) को चुकाना होगा। पाकिस्तानी मीडिया में प्रकाशित रपटों में यह जानकारी दी गई है।
देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (SBI) की मैनेजिंग डायरेक्टर अशुला कांत को वर्ल्ड बैंक का मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ फाइनेंशियल ऑफिसर (MD & CFO) नियुक्त किया गया है।
सात करोड़ डॉलर का उपयोग देश के उत्तर पश्चिम में स्थित खैबर- पख्तूनखवा क्षेत्र में पर्यटन सेवाओं के विकास के लिए किया जाएगा। विश्वबैंक के निदेशक मंडल ने बृहस्पतिवार को पाकिस्तान के लिसे इस ऋण को मंजूरी दी।
विदेशी मुद्रा संकट से जूझ रहे पाकिस्तान ने कुल 91.8 करोड़ डॉलर ऋण के लिए विश्व बैंक के साथ मंगलवार को तीन समझौतों पर हस्ताक्षर किए।
भारत दुनिया की सबसे तेजी से वृद्धि करती प्रमुख अर्थव्यवस्था बना रहेगा।
भारत में सामाजिक सहायता कार्यक्रम के प्रंबधन में इलेक्ट्रॉनिक प्लेटफॉर्म अपनाने से खर्च में 17 प्रतिशत की गिरावट आई है, जबकि इस कार्यक्रम के तहत दिए जाने वाले लाभ में कोई कमी नहीं आई है।
वर्ल्ड बैंक की माइग्रेशन एंड डेवलपमेंट ब्रीफ रिपोर्ट के नवीन संस्करण के मुताबिक, भारत के बाद चीन का नंबर आता है।
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