महाराष्ट्र को जो 1595 करोड़ रुपये का लोन मिला है, उसका इस्तेमाल राज्य की अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाने के लिए और पिछड़े इलाकों में विकास कार्य के लिए किया जाएगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने एक बयान में कहा कि राज्य जल्द ही विश्व बैंक की सहायता से एक वैश्विक कृत्रिम मेधा (AI) सेंटर बनेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब को फल और सब्जियों के निर्यात केंद्र के रूप में विकसित करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि मेहनती किसानों और उपजाऊ भूमि के कारण पंजाब की कृषि उत्पादकता दुनिया में सबसे अधिक है। सरकार फसली विविधता अपनाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए भी प्रयासरत है।
कई देश उन कर्जों से जूझ रहे हैं जो उन्होंने कोविड-19 महामारी से निपटने को लेकर लिए थे। आईएमएफ के मुताबिक, इस साल दुनिया भर में सरकारी कर्ज 1,00,000 अरब डॉलर से ऊपर पहुंच जाएगा।
विश्व बैंक ने कहा कि दक्षिण एशिया क्षेत्र के बड़े हिस्से के लिए जिम्मेदार भारत की वृद्धि दर वित्त वर्ष 2024-25 में 7 प्रतिशत पर मजबूत रहने की उम्मीद है। सेवाएं मजबूत बनी रहेंगी। कृषि में अपेक्षित सुधार के कारण ग्रामीण निजी खपत में सुधार होगा।
रिपोर्ट कहती है, ‘‘भारत दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेजी से बढ़ने वाला देश बना रहेगा लेकिन इसके विस्तार की रफ्तार धीमी होने की संभावना है।
पाकिस्तान की आर्थिक हालत खस्ताहाल है। महंगाई चरम पर है और लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। फिलहाल अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष पाकिस्तान की मदद के लिए तैयार नजर आ रहा है।
आईएमएफ ने उम्मीद जताई थी कि वर्ष 2024 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 3.2 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। इसके अलावा वर्ष 2025 में भी यही वृद्धि दर रहने का अनुमान जताया गया है।
पाकिस्तान अपने आर्थिक लक्ष्यों को प्राप्त करने में नाकाम साबित हो रहा है। पाकिस्तान की आर्थिक स्थिति बिगड़ती जा रही है। विश्व बैंक ने भी आर्थिक मोर्चे पर पाकिस्तान को चेताया है।
World Bank on Indian Economy: वर्ल्ड बैंक ने भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर को अपने ताजा अनुमान में बढ़ाया है। 2024 के लिए जारी हुए नए अनुमान में 1.2 प्रतिशत का इजाफा किया गया है।
पाकिस्तान को कर्ज देने वाले बहुपक्षीय संस्थानों में विश्व बैंक 30.6 करोड़ डॉलर के साथ सबसे आगे रहा जबकि चीन 50.9 करोड़ डॉलर के साथ अग्रणी द्विपक्षीय ऋणदाता बनकर उभरा।
गंभीर आर्थिक चुनौतियों से जूझ रहे श्रीलंका को अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष से मिले ऋण के जरिये उबरने की उम्मीद है। श्रीलंका की सरकार ने आईएमएफ की दूसरी किस्त का इस्तेमाल अपने बहुपक्षीय कर्जदाताओं का कर्ज देने में करने का फैसला किया है। श्रीलंका इससे धीरे-धीरे आर्थिक हालात को पटरी पर लाने का प्रयास करेगा।
वित्त वर्ष 2023-24 में भारत की जीडीपी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है। अगले कुछ साल इस वृद्धि दर को आसानी से बनाए रख सकते हैं।'' भारत की जीडीपी वृदि दर 2022-23 में 7.2 फीसदी रही थी, जो 2021-22 के 9.1 फीसदी से कम है। हालांकि, कच्चे तेल में उछाल से भारत का चालू खाता घाटा बढ़ा है। देश का विदेशी मुद्रा भंडार लगभग 1
पाकिस्तान गहरे आर्थिक संकट से जूझ रहा है, जिसका असर उसके नागरिकों पर पड़ रहा है। लोग दाने दाने को मोहताज हैं और अब तो वर्ल्ड बैंक ने भी पाकिस्तान को चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि इस मुद्दे पर फौरन कदम उठाने की जरूरत है।
G20 की अध्यक्षता कर रहे भारत पर दुनिया भरोसे की नजरों से देख रही है। दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका ने तो भारत पर अपना अटूट विश्वास जाहिर किया है। अमेरिका को भारत से उम्मीद है कि वह बतौर जी-20 अध्यक्ष अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक जैसी वैश्विक संस्थाओं को भी नया कलेवर दे सकता है।
चीन गरीब देशों को कर्ज के जाल में फंसाने की कुत्सित मानसिकता रखता है। विश्व बैंक के अध्यक्ष डेविड मलपास ने कहा है कि वह अफ्रीका की विकासशील अर्थव्यवस्थाओं को चीन द्वारा दिए जा रहे कुछ ऋणों को लेकर चिंतित हैं। हालांकि चीन इस बात को नकारता है।
बंगा ने विश्व अर्थव्यवस्था के परिदृश्य पर कहा कि अगले साल की शुरुआत में सुस्ती को लेकर अधिक जोखिम दिख रहा है। हालांकि भारतीय अर्थव्यवस्था को अपनी घरेलू खपत के दम पर राहत मिल सकती है।
Ajay Banga: भारत के दौरे पर आए विश्व बैंक के अध्यक्ष अजय बंगा ने गुजरात के गांधीनगर में गरीबी को लेकर अपना नजरिया पेश किया है और दुनिया को सोचने पर विवश कर दिया है।
विश्व बैंक के नव-नियुक्त अध्यक्ष अजय बंगा ने कहा, गरीबी को कम करने और अमीर बढ़ाने का एकमात्र तरीका रोजगार है। वृद्धि दर धीमी होने का मतलब है कि रोजगार सृजन भी मुश्किल होगा।
बंगा विश्व बैंक की अध्यक्षता करने वाले पहले भारतीय-अमेरिकी हैं। वह डेविड मालपास के स्थान पर आए हैं, जिन्होंने फरवरी में इस्तीफा देने का फैसला लिया था।
संपादक की पसंद