संसद का यह शीतकालीन सत्र 7 दिसंबर से शुरू होकर 29 दिसंबर तक चलेगा। इस दौरान दोनों सदनों में 17 बैठकें की जाएंगी। इसके साथ ही शीतकालीन सत्र मौजूदा पुराने भवन में ही आयोजित किया जाएगा।
राहुल गांधी सहित कांग्रेस के तमाम बड़े नेता इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा में व्यस्त हैं और इसी दौरान संसद का शीतकालीन सत्र भी शुरू हो रहा है। अब ऐसे में कांग्रेस के सामने यह एक बड़ी चुनौती है कि इसे कैसे मैनेज किया जाए।
दिल्ली में आज न्यूनतम और अधिकतम तापमान क्रमश: 8 डिग्री सेल्सियस और 27 डिग्री सेल्सियस रह सकता है। इसके साथ ही धुंध छाई रहेगी। वहीं, दिल्ली में AQI बेहद खराब श्रेणी में है। CPCB के आंकड़ों के मुताबिक, शहर में AQI 300 के पार है।
आज शनिवार को अधिसूचना जारी होने से पहले ही कल शुक्रवार को संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने ट्वीट किया था, ‘‘संसद का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से 29 दिसंबर तक चलेगा। 23 दिनों के इस सत्र में 17 बैठकें होंगी।’’
संसद का शीतकालीन सत्र सात दिसंबर से शुरू होगा। केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री प्रल्हाद जोशी ने इसकी जानकारी दी।
यह सत्र एक बार फिर सरकार और विपक्ष के बीच टकराव का गवाह बना। शीतकालीन सत्र में हंगामे की शुरुआत 12 विपक्षी सांसदों के निलंबन के बाद हुआ। इन सांसदों को मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में भारी हंगामा करने के आरोप में निलंबित किया गया।
विपक्ष ने संसद के दोनों सदन में सरकार को लखीमपुर खीरी हिंसा, किसानों के मुद्दे और 12 सदस्यों के निलंबन को लेकर जमकर घेरा है। विपक्ष केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे की मांग पर अड़ा हुआ है।
समाजवादी पार्टी के विधायको ने सदन के बाहर महंगाई, गन्ना मूल्यों का भुगतान, और शिक्षक भर्ती जैसे तमाम मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया।
सत्र के दौरान विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सुखदेव राजभर और प्रमुख रक्षा अध्यक्ष बिपिन रावत के निधन पर शोक प्रकट किया जाएगा
बीजेपी के सांसदों ने विपक्षी सांसदों के हंगामे के खिलाफ आज संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया।
राज्यसभा से निलंबित सांसद रोजाना संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन जारी रखते हुए धरना देंगे।
मनसुख मांडविया ने मंगलवार को संसद में कहा कि अभी तक देश में कोरोना वायरस के नये स्वरूप ओमिक्रॉन का कोई मामला सामने नहीं आया है और सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है
WHO ने ओमक्रॉन वैरिएंट को पूरी दुनिया के लिए हाई रिस्क बताया है, पूरी दुनिया में इसके बड़ी तेज़ी से फैलने का ख़तरा है। ये वैरिएंट ऐसा है, जिससे कमज़ोर हो रही कोरोना की महामारी एक बार फिर से ख़तरनाक रूप ले सकती है। हमारे देश को इससे कितना खतरा है जानने के लिए देखिए आज की बार रजत शर्मा के साथ
विपक्षी पार्टियों ने संयुक्त बयान में 12 सांसदों के निलंबन के फैसले की निंदा की और इसे अलोकतांत्रिक निलंबन करार दिया है। विपक्षी पार्टियों ने 12 सांसदों के निलंबन के फैसले पर कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे के दफ्तर में एलओपी पर मंगलवार (30 नवंबर) को बैठक बुलाई है।
मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में भारी हंगामा करने वाले 12 सांसदों को मौजूदा शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया है। निलंबित होने वाले सांसदों में शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी तथा अनिल देसाई का नाम शामिल हैं। कांग्रेस से फूलो देवी नेतम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजामनी पटेल, सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह का नाम है।
निलंबित होने वाले सांसदों में शिवसेना से प्रियंका चतुर्वेदी तथा अनिल देसाई का नाम शामिल हैं। कांग्रेस से फूलो देवी नेतम, छाया वर्मा, रिपुन बोरा, राजामनी पटेल, सैयद नासिर हुसैन और अखिलेश प्रसाद सिंह का नाम है।
लोकसभा और उसके बाद राज्यसभा दोनों ही सदनों में तीनों कृषि कानून वापसी बिल ध्वनिमत से पास हुआ। कृषि कानून वापसी बिल को पहले लोकसभा में 12 बजे पेश किया गया, जिसे बिना चर्चा के चार मिनट के भीतर पास कर दिया गया।
कृषि कानून वापसी विधेयक संसद से पास हो गया है, लोकसभा के बाद राज्यसभा से भी इस विधेयक को मंजूरी मिल गई है और अब यह मंजूरी के लिए राष्ट्रपति के पास जाएगा। लोकसभा से पास होने के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने विधेयक को दोपहर 2 बजे राज्यसभा में पेश किया था और थोड़ी चर्चा के बाद राज्यसभा ने भी इसे पास कर दिया।
लोकसभा से विधेयक पास होने के बाद इसे राज्यसभा भेजा जाएगा और वहां से पास होने पर राष्ट्रपति की मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। राष्ट्रपति की मंजूरी के बाद तीनों कृषि कानूनों को रद्द माना जाएगा।
राकेश टिकैत ने कहा कि MSP गारंटी कानून पर सरकार आनाकानी कर रही है अगर सरकार ने उनकी सभी मांग नहीं मानी तो फिर से ट्रैक्टर मार्च निकाला जाएगा।
संपादक की पसंद