आरबीआई 'जानबूझकर कर्ज न चुकाने वालों' की पहचान उन लोगों के रूप में करता है, जो बैंक का बकाया चुकाने की क्षमता रखते हैं, लेकिन बैंक का पैसा नहीं चुकाते।
सीबीआई ने हाल में पश्चिम एशियाई देशों और यूरोपीय देशों को बासमती चावल का निर्यात करने वाली कंपनी और उसके निदेशकों नरेश कुमार, सुरेश कुमार और संगीता के खिलाफ एसबीआई की शिकायत पर मामला दर्ज किया था।
आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि यदि विलफुल डिफॉल्टर्स द्वारा सार्वजनिक धन का गबन नहीं किया गया होता तो हम सामाजिक क्षेत्रों में लगभग दोगुना राशि खर्च कर सकते थे।
एसबीआई फार्मास्युटिकल्स, जेम्स, ज्वेलरी और पावर सेक्टर की 10 बड़ी कंपनियों और उनके शीर्ष अधिकारियों के नामों का खुलासा करते हुए उन्हें विलफुल डिफॉल्टर (जानबूझकर कर्ज ना चुकाने वाला) के रूप में घोषित किया है।
बकाया जु्लाई तक गिरकर 15,175 करोड़ रुपए रह गया। यह इससे पिछले महीने की तुलना में 1.8 प्रतिशत कम है
देश में 9,130 विलफुल डिफॉल्टर्स हैं, इन पर बैंकों का 91,155 करोड़ रुपए का कर्ज बकाया है। माल्या को 8,040 करोड़ रुपए का लोन UPA सरकार ने दिया।
जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाले अब शेयर मार्केट से पैसा नहीं जुटा सकेंगे, साथ ही दूसरी लिस्टेड कंपनियों के निदेशक मंडल में भी कोई पद नहीं संभाल सकेंगे।
संकट में घिरे शराब कारोबारी विजय माल्या ने किंगफिशर एयरलाइंस पर बकाया 9,431 करोड़ रुपए के कर्ज के मामले में अपना बचाव किया और कहा दबाव में दी थी गारंटी।
सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) के टॉप-50 डिफॉल्टर्स पर दिसंबर 2015 तक के उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक कुल 1.21 लाख करोड़ रुपया बकाया है।
अंग्रेजी अखबार ‘फाइनेंशियल टाइम्स’ को लंदन में दिए इंटरव्यू में माल्या ने कहा कि मेरा पासपोर्ट लेकर या मुझे गिरफ्तार करके बैंकों को पैसा नहीं मिलने वाला है।
विजय माल्या के लोन सैटलमेंट प्रपोजल को बैंकों ने ठुकरा दिया है। अब बैंक बकाया कर्ज वसूलने के लिए माल्या पर बेहतर ऑफर के लिए दबाव बनाएंगे।
बैंकों को भारी भरकम कर्ज नहीं लौटाने को लेकर सीआईआई ने कहा कि विलफुल डिफॉल्टरों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की जरूरत है और कर्ज की वसूली होनी चाहिए।
शराब कारोबारी विजय माल्या की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। हैदराबाद कोर्ट ने सोमवार को माल्या के खिलाफ चार और गैर-जमानती वारंट जारी किए गए हैं।
कोर्ट ने एसबीआई के उस निर्णय के खिलाफ याचिका पर सुनवाई करने से इनकार कर दिया जिसमें उन्हें माल्या को विलफुल डिफॉल्टर घोषित किया है।
एसबीआई ने कर्ज नहीं चुकाने को लेकर यूबी ग्रुप के कर्ताधर्ता विजय माल्या के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल का रुख किया है।
पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने लगभग 900 कंपनियों की एक लिस्ट जारी की है जिसे उसने विलफुल डिफॉल्टर (जानबूझकर कर्ज नहीं चुकाने वाली) श्रेणी में रखा है।
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