कोरोना वायरस ने दुनियाभर में आतंक मचा रखा है जिससे बचने के लिए कई लोग एंटीबायोटक दवाइयों का इस्तेमाल करने लगे हैं लेकिन शायद आपको पता नहीं है कि अत्यधिक एंटीबायोटिक के इस्तेमाल से आप एक गंभीर बीमारी के शिकार हो सकते हैं।
अमेरिका ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से अपील की है कि वे चीन से कोरोना वायरस महामारी के प्रसार के बारे में पारदर्शिता की मांग करें। अमेरिका का आरोप है कि वुहान शहर में खतरनाक वायरस की उत्पत्ति के संबंध में चीन विश्व स्वास्थ्य संगठन की जांच में बाधा डाल रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा है कि उत्तर कोरिया में कोरोना वायरस का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
कोविड-19 के साप्ताहिक विश्लेषण में WHO ने कहा कि लगातार दूसरे हफ्ते यूरोपीय क्षेत्र में सबसे ज्यादा अनुपात में नए मामले सामने आए हैं।
कोरोना वायरस महामारी के दौरान चीन के इशारे पर काम करने के आरोपों से घिरे विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को नोबेल शांति पुरस्कार नहीं मिला। यह बात चीनी मीडिया को हजम नहीं हो रही है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन में आपातकालीन सेवाओं के प्रमुख ने कहा है कि विश्व भर में प्रत्येक दस में से एक व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस अदानोम गेब्रिएसस ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उस आश्वासन की सराहना की जिसमें उन्होंने कहा कि भारत कोविड-19 से लड़ रहे देशों की मदद के लिए अपनी टीका उत्पादन क्षमता का इस्तेमाल करेगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ब्राजील सरकार द्वारा भेजे गए परस्पर विरोधी संदेशों को राजनीति से प्रेरित करार दिया।
दुनियाभर में 37 कोरोना वैक्सीन क्लिनिकल ट्रायल के अलग-अलग फेज में हैं जबकि 188 वैक्सीन की निगरानी डब्ल्यूएचओ कर रहा है। 188 में 9 अंतिम चरण में हैं।
अमेरिका की तरफ से एक बार फिर से कोरोना महामारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा है कि वह विश्व स्वास्थ्य संगठन को छह करोड़ डॉलर से ज्यादा बकाया राशि का भुगतान नहीं करेगा और बाकी धन वह संयुक्त राष्ट्र में अन्य मदों में देगा।
रूस द्वारा विकसित की गई कोविड-19 वैक्सीन को लेकर भारत और रूस में बातचीत चल रही है। यह जानकारी भारत के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से दी गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उम्मीद जताई है कि कोरोना वायरस संकट अगले दो साल में खत्म हो जाएगा। डब्ल्यूएचओ चीफ टेड्रोस एडहानॉम ने शु्क्रवार को यह बात कही।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने गुजरात में कोरोना वायरस रोकथाम के लिए अधिकारियों द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों की तारीफ की है।
महामारी के शुरुआती दिनों से ही यह दावा किया जा रहा था कि हर्ड इम्यूनिटी के जरिए दुनिया से इस महामारी को खत्म किया जा सकता है, लेकिन विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का ताजा बयान ऐसी किसी भी संभावना पर पानी फेरता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के ताजा आंकड़ों के अनुसार अभी दुनिया में कोरोना वायरस के 140 से अधिक टीकों का अनुसंधान हो रहा है, जिनमें 28 का क्लिनिकल परीक्षण शुरू हो चुका है। इन 28 टीकों में 6 का क्लिनिकल परीक्षण अंतिम चरण में प्रवेश कर चुका है।
रूस के कोविड-19 का टीका विकसित करने पर संदेह को लेकर भारत समेत दुनिया के कई वैज्ञानिकों का कहना है कि समय की कमी को देखते हुए इसका समुचित ढंग से परीक्षण नहीं किया गया है और इसकी प्रभावशीलता साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत नहीं हो सकते हैं।
सिंगापुर में कोविड-19 के टीके के लिए प्रारंभिक स्तर का क्लीनिकल परीक्षण शुरू हो गया है और अगले सप्ताह ट्रायल में शामिल लोगों को पहला टीका दिया जा सकता है।
कर्नाटक में शुक्रवार को कोविड-19 के 6,670 नए मामले सामने आए, जिसके साथ ही राज्य में संक्रमितों की कुल संख्या बढकर 1,64,924 हो गई। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, इस महामारी से 101 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या 2,998 तक पहुंच गई।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लोगों को चेतावनी दी हैं कि कोरोना वायरस पर बदलते मौसम पर कोई असर नहीं पड़ेगा। इसलिए ऐसे समय में खुद का विशेष ध्यान रखें।
कुछ दिन पहले हीं उत्तर कोरिया में भारत के राजदूत अतुल एम गोतसर्वे ने तानाशाह किम जोंग उन को बधाई संदेश दिया था जो अब चर्चा का विषय बन गया है। भारतीय राजदूत के संदेश को न केवल उत्तर कोरिया के सरकारी अखबार में जगह दी गई बल्कि टीवी पर भी उसका प्रसारण किया गया।
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