भारत बायोटेक द्वारा तैयार किए कोरोना टीके कोवैक्सिन (Covaxin) को WHO से आपातकालीन उपयोग की जल्द मंजूरी मिल सकती है। इस संबंध में WHO का तकनीकी सलाहकार समूह 26 अक्टूबर को बैठक करेगा।
चीन ने कोरोना वायरस की उत्पति कि फिर से जांच करने को संभावित ‘राजनीतिक जोड़तोड़’ करार दिया।
भारत बायोटेक ने टीके के सुरक्षित होने पर और उसके क्लीनिकल परीक्षण, जोखिम प्रबंधन योजना, अन्य क्रियान्वयन विचारों पर एक प्रजेटेंशन दिया था।
कोवैक्सीन को डब्लूएचओ की मंजूरी मिलने की खबरें पहले भी आई हैं। जुलाई में ही बताया गया था कि कोवैक्सीन को अगले कुछ हफ्तों में हरी झंडी मिलने वाली है। हालांकि, तब ऐसा नहीं हुआ।
कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर से डराना शुरू कर दिया है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की वीकली रिपोर्ट के मुताबिक, बीते सप्ताह दुनियाभर में कोरोना के नए मामलों में बड़ा उछाल देखने को मिला है।
WHO ने आगाह किया है कि कोविड-19 के डेल्टा स्वरूप के साथ जोड़कर देखी जा रही अधिक संक्रामकता से मामले काफी हद तक बढ़ने की और स्वास्थ्य प्रणालियों पर अधिक दबाव डालने की आशंका है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने कहा है कि कोविड-19 का नया वेरिएंट ‘डेल्टा’ विश्वभर में तेजी से फैल रहा है।
डब्ल्यूएचओ चार से छह सप्ताह के भीतर आपातकालीन उपयोग सूची में भारत बायोटेक के कोविड -19 टीका कोवैक्सिन को शामिल करने पर निर्णय ले सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भारत बायोटेक के कोविड-19 रोधी टीके कोवैक्सीन को आपात उपयोग की सूची (ईयूएल) में शामिल करने पर फैसला चार से छह सप्ताह में कर सकता है।
भारत सहित दुनिया भर में तबाही मचाने वाले कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट के बाद अब कोरोना वायरस के लैम्बडा वेरिएंट को सबसे ज्यादा खतरनाक बताया जा रहा है। मलेशिया के स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसे वेरिएंट ऑफ कंसर्न की श्रेणी में डाल दिया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख टेड्रोस अधनोम घेब्रसेयस ने कहा है कि लगभग 100 देशों में अधिक संक्रामक डेल्टा स्वरूप की पहचान की गई है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से कोवैक्सीन को जल्द मंजूरी दिलाने के लिए उनके हस्तक्षेप का आग्रह किया।
उत्तर कोरिया ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) को बताया है कि उसके यहां कोरोना वायरस की महामारी शुरू होने से लेकर अब तक इसके संक्रमण का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
भारत बायोटेक की वैक्सीन Covaxin को फेज 3 ट्रायल में कोरोना वायरस के खिलाफ 77.8 फीसदी असरदार पाया गया है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में चीन की ओर से आक्रामक कूटनीति या ‘दादागीरी’ का इस्तेमाल देखा जा सकता है।
चीन ने तीन साल से 17 साल के बच्चों के लिए चीनी कंपनी सिनोवैक द्वारा निर्मित कोविड-19 रोधी टीके कोरोनावैक के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। सिनोवैक के अध्यक्ष यीन वेईदोंग ने इस बारे में बताया।
कोरोना वायरस के स्ट्रेन या वैरिएंट को किसी देश विशेष से जोड़ने को लेकर उपजे विवाद के बीच डब्ल्यूएचओ ने कोरोना यानी SARS CoV-2 के मुख्य वैरियेंट के नामों को पुकारने और याद रखने के लिए नामकरण कर दिया है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डा.टेड्रोस अधनोम घेब्रेयेसस 28 मई को जारी एक विज्ञप्ति में कहते हैं कि धूम्रपान करने वालों में कोरोना की गंभीरता और इससे मौत होने का जोखिम 50 प्रतिशत तक ज्यादा होता है, इसलिए कोरोनावायरस के जोखिम को कम करने के लिए धूम्रपान छोड़ देने में ही भलाई है।
: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के सदस्य देशों ने संयुक्त राष्ट्र की इस एजेंसी के बजट में ‘‘महत्वकांक्षी वृद्धि’’ करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक भारत में कोरोना वायरस का पहली बार पाया गया बी.1.617 वेरिएंट अब 53 देशों में मिला है।
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