केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक 9 मार्च तक देश में एच3एन2 सहित इन्फ्लुएंजा के अलग अलग प्रकारों के कुल 3,308 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं जनवरी में 1,245 मामले, फरवरी में 1,307 और मार्च में 486 मामलों की पुष्टि की जा चुकी है।
दुनिया की 99 फीसदी आबादी एक बड़े खतरे की चपेट में है। यह खुलासा लैंसेट प्लैनेट हेल्थ में सोमवार को जारी एक नए अध्ययन को आधार बनाकर किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार लगभग हर कोई यानि वैश्विक आबादी के 99 प्रतिशत लोग छोटे और हानिकारक वायु प्रदूषकों के अस्वास्थ्यकर स्तर के संपर्क में है, जिसे पीएम 2.5 के रूप में जाना जाता है।
विनाशकारी भूकंप से अब तक 21000 लोगों की मौत हो चुकी है। मलबे के नीचे बड़ी संख्या में लोगों के दबे हुए शव निकाले जा रहे हैं। इसी बीच भारत ने सबसे पहले तुर्की को मदद के लिए 'ऑपरेशन दोस्त' के तहत मदद पहुंचाई है।
तुर्की और सीरिया में आई इस आपदा के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने कहा कि मृतकों की संख्या 20 हजार के पार जा सकती है। वहीं अगर अभी मृतकों की संख्या की बात करें तो यह 4500 से पार जा चुकी है। मृतकों का आंकड़ा पल-पल बढ़ता ही जा रहा है।
कोरोना की ऐसी भयानक स्थिति के बावजूद भी ड्रैगन है कि दुनिया से सच छुपाने में लगा हुआ है। यही कारण है कि अब WHO की चिंता बढ़नी शुरू हो गई है।
कोविड-19 ओरल एंटीवायरल उपचार कैंडिडेट निर्मत्रेलविर (Nirmatrelvir) के जेनेरिक वर्जन को WHO की मंजूरी मिल गई है।
WHO Covid-19 Cases: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने लिस्ट जारी करके बताया है कि किन देशों में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। इस समय चीन में संक्रमण तेजी से फैल रहा है। लेकिन कई अन्य देशों में भी बड़ी संख्या में मामले मिल रहे हैं।
Covid Infection In China & India: भारत ने कोरोना संक्रमण रोकने के लिए इस बार ऐसी रणनीति तैयार की है, जिससे कि यह वायरस एयरपोर्ट की दहलीज नहीं पार कर पाएगा, बल्कि हवाई अड्डा पहुंचने से पहले ही संक्रमण दम तोड़ देगा। चीन में इस दौरान कोरोना महामारी ने हाहाकार मचा रखा है। चीन में मरीजों के लिए इलाज और बेड नहीं हैं।
चीन में कहर बरपाने वाला कोरोना अब दुनियाभर में तेजी से फैल रहा है। अमेरिका, जापान, दक्षिण कोरिया जैसे अलग अलग महाद्वीप के देशों में कोरोना के केस तेजी से बढ़ने लगे हैं। इसे लेकर दुनियाभर की सरकारें अलर्ट हो गई हैं। वहीं डब्ल्यूएचओ ने भी चीन सहित दुनिया में कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई है।
WHO on China Coronavirus: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने चीन में जारी कोरोना वायरस संकट को लेकर चिंता जताई है। उसने कहा है कि उसे स्थिति के आकलन के लिए अहम जानकारी की जरूरत है।
गाम्बिया में 66 बच्चों की मौत पर WHO ने भारत में बने कफ सिरप पर ठीकरा फोड़ा था। WHO ने 4 कफ सिरप के लिए अलर्ट भी जारी किया था। अब इस मामले में जांच रिपोर्ट सामने आने के बाद भारत ने WHO को जमकर फटकार लगाई है।
Antibiotic Resistance : WHO की एक रिपोर्ट आई है जिसमें बताया गया है कि खांसी-जुकाम और बुखार में खाई जाने वाली कुछ एंटीबायोटिक दवाएं बेअसर हो रही हैं। साथ ही इससे शरीर को एक बड़ा नुकसान हो सकता है।
WHO on Covid Emergency: दुनिया भर में कोविड के मामले अब कम हो गए हैं, हालांकि चीन समेत कई देशों में अब भी कोरोना खतरे की घंटी बजा रहा है। इस बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोविड इमरजेंसी को लेकर बड़ा बयान जारी किया है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि हालांकि दुनिया कोविड-19 महामारी के आपातकालीन चरण को खत्म करने के करीब है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्स का नाम बदल दिया है। मंकीपॉक्स को अब एमपॉक्स के नाम से जाना जाएगा। WHO ने कहा कि करीब एक साल तक दोनों नामों का इस्तेमाल किया जाएगा। इसके बाद मंकीपॉक्स नाम के इस्तेमाल को हटा दिया जाएगा।
WHO के आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में दुनिया भर में करीब 9 मिलियन यानी 90 लाख लोग खसरा से संक्रमित हुए थे और 128000 लोगों की मौतें हुई थीं। वहीं, तकरीबन 22 देशों में इस वायरस ने कहर बरपाया था।
मुंह की बीमारियों को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन का एक बड़ा बयान आया है, जिसमें बताया गया है कि विश्व की आधी जनसंख्या दांतों की सड़न और मुंह के कैंसर जैसी बीमारियों से ग्रसित है।
G20 समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया गणराज्य, मेक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।
गाम्बिया में कफ सिरप के कारण 66 बच्चों की मौत को लेकर भारत सरकार की समिति ने कहा कि WHO द्वारा साझा की गई क्लीनिकल जानकारी रोग विज्ञान संबंधी निर्धारण के लिए अपर्याप्त है।
ससे पहले थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति अगस्त में 12.41 फीसदी और पिछले साल सितंबर में 11.80 फीसदी थी। इस साल थोक मूल्य सूचकांक (WPI) मई में 15.88 प्रतिशत के रिकॉर्ड उच्च स्तर को छू गया था। जिसके बाद से पिछले 4 महीनों में इसमें गिरावट दर्ज की गई है।
WHO: विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से यह अलर्ट जारी करने पर कि एक भारतीय कंपनी द्वारा उत्पादित कफ सीरप का संबंध गाम्बिया में हुई बच्चों की मौत से जोड़ा जा सकता है, भारत के औषधि नियामक निकाय (डीसीजीआई) ने जांच शुरू करने के साथ ही डब्ल्यूएचओ से इस बारे में और ब्योरा मांगा है।
संपादक की पसंद