कोरोना वायरस संक्रमण का उपचार ढूंढने के लिए पूरी दुनिया में चल रहे शोधों के बीच, वैज्ञानिकों का कहना है कि कोविड-19 बीमारी से बचाव के लिए टीका विकसित करने में कम से कम एक साल लग सकता है।
देश में 25 मार्च 2020 से लॉकडाउन लागू कर दिए जाने से आंकड़ों के संकलन पर भी असर पड़ा है।
रसायन विज्ञान में 1995 का नोबेल पुरस्कार जीतने वाले मारियो जे मोलिना समेत वैज्ञानिकों ने महामारी के तीन केंद्रों चीन के वुहान, अमेरिका में न्यूयॉर्क शहर और इटली में इस संक्रमण की प्रवृत्ति और नियंत्रण के कदमों का आकलन करके कोविड-19 के फैलने के मार्गों का आकलन किया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्यूएचओ) का कहना है कि अफ्रीका में महामारी में ‘‘तेजी आ रही है’’। संगठन ने इस ओर भी ध्यान दिलाया कि महाद्वीप में कोरोना वायरस के एक लाख मामले पहुंचने में 98 दिन लग गए जबकि इनकी संख्या दो लाख पहुंचने में सिर्फ 18 दिन लगे।
ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोल्सोनारो ने WHO पर ‘पक्षपातपूर्ण’ और ‘राजनीतिक’ होने का आरोप लगाते हुए अपने देश को इससे निकाल लेने की धमकी दी है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोना के इलाज में हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन दवाई को ट्रायल के तौर पर फिर इस्तेमाल शुरू करने का फैसला लिया है।
डब्ल्यूएचओ हालांकि इस बात के लिये चिंतित था कि नए वायरस से उत्पन्न जोखिम का आकलन करने के लिए चीन पर्याप्त जानकारी साझा नहीं कर रहा है और दुनिया का मूल्यवान समय खर्च हो रहा है।
कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका ने चीन पर चौतरफा हमला बोल दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि इस बार उनका एक्शन मजबूत और अर्थपूर्ण होगा।
कोरोना वायरस को लेकर अमेरिका ने चीन पर चौतरफा हमला बोल दिया है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि इस बार उनका एक्शन मजबूत और अर्थपूर्ण होगा।
भारत में लगातार सातवें दिन रिकार्ड संख्या में नये मामले सामने आए। मंगलवार को संक्रमण के 6,535 मामले सामने आए, जिसके साथ कुल संख्या बढ़ कर 1,45,380 हो गई। वहीं, अब तक कुल 4,167 लोगों की मौतें भी हुई हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO)के एक्जिक्यूटिव बोर्ड के चेयरमैन पद की जिम्मेदारी संभाल ली है।
कोरोना के नाज़ुक दौर में भारत को दुनिया ने एक और बड़ी ज़िम्मेदारी दी है। केन्द्रीय स्वास्थ्यमंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के एग्जीक्यूटिव बोर्ड का चेयरमैन चुन लिया गया है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन पर एक बार फिर सोमवार को हमला बोला और कहा कि यह चीन के हाथ की ‘कठपुतली’ है।
भारत को चीन के साथ बिगड़ते रिश्तों के बीच कुटनीति का बड़ा मौका हाथ लगा है। दरअसल वर्ल्ड हेल्थ असेंबली की बैठक से ठीक पहले ताइवान ने भारत से मदद मांगी है।
कोरोना वायरस महामारी के बढ़ते प्रकोप के बीच एक बड़ी खबर सामने आ रही है। अमेरिकी ख़ुफ़िया एजेंसी सीआईए के पास इस बात के पक्के सबूत हैं कि चीन के डराने-धमकाने की वजह से ही डब्लूएचओ ने वक़्त रहते दुनिया के देशों के लिए कोरोना वायरस की चेतावनी जारी नहीं की थी।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) प्रमुख ने टेड्रोस अधनोम घेब्रेयसस दुनिया के देशों का आगह कर कहा है कि यदि लॉकडाउन को सही तरीके से नहीं हटाया गया, तो इससे मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
गंदे हाथों के कारण कुछ गंभीर संक्रमण जैसे कोरोना वायरस, हेपेटाइटिस और फूड पॉइज़निंग आदि हो सकते हैं। जानें हाथ धोने का तरीका और स्वास्थ्य लाभ।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) को चीन के हाथों की कठपुतली बताया और कहा कि अमेरिका पहले डब्ल्यूएचओ के बारे में जल्द ही कुछ सिफारिशें लेकर आएगा और उसके बाद चीन के बारे में भी ऐसा ही कदम उठाया जाएगा।
डब्ल्यूएचओ द्वारा जारी की गई सलाह में कहा गया है कि खेलों के दोबारा शुरू करने की शुरुआत छोटे स्तर के टूर्नामेंट से की जा सकती है।
कोरोना वायरस से जूझ रहे अमेरिका के नेता चीन पर लगातार हमला बोल रहे हैं। इसी कड़ी में अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने चीन पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
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