दिल्ली के थोक बाजार सदर में दिवाली से पहले वहां लोगों की काफी भीड़ देखने को मिली जिसका एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो को देखने के बाद आप वहां शॉपिंग करने के लिए जाने से पहले की बार सोचेंगे।
मेडिकल के क्षेत्र में भारत ने एक और बड़ी सफलता हासिल कर ली है। प्लेग, कुष्ठ रोग और पोलियो जैसी गंभीर बीमारियों को खत्म करने के बाद भारत ने अब आंखों की गंभीर बीमारी ट्रेकोमा को भी जड़ के उखाड़ फेंका है। जानिए क्या है ये बीमारी और इसके लक्षण?
हर साल खाद्य जनित बीमारियों के 60 करोड़ मामले सामने आते हैं और 4,20,000 लोग अपनी जान गंवा देते हैं। असुरक्षित भोजन से जान गंवाने वालों में 70 प्रतिशत पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चे होते हैं।
विश्व के मानस पटल पर भारत की साख लगातार बढ़ती जा रही है। आज पूरी दुनिया भारत की ओर भरोसे की नजरों से देख रही है। यही वजह है कि आने वाले समय में डब्ल्यूएचओ में भारत बड़ी भूमिका निभा सकता है। वैश्विक स्वास्थ्य पहल में भारत से उम्मीदें बढ़ गई हैं।
अगस्त, 2024 में लगातार दूसरे महीने खुदरा महंगाई दर काबू में रही। अगस्त में खुदरा महंगाई दर 3.65 फीसदी रही।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट आई है। इस रिपोर्ट में दक्षिण पूर्व एशिया की सड़क दुर्घटनाओं में मार जाने वालों का डेटा दिया गया है। इसके मुताबिक सड़क दुर्घटनाओं में मरने वालों में 66 फीसदी पैदल यात्री, दोपहिया वाहन और साइकिल चालक हैं।
मंकीपॉक्स के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए यूनीसेफ ने इसके सुरक्षित टीके तैयार करने के लिए आपातकालीन टेंडर जारी किया है। इसके लिए डब्ल्यूएचओ समेत कई संगठनों का सहयोग लिया जाएगा। उम्मीद की जा रही है कि सितंबर के मध्य तक 2 टीकों के आपातकालीन इस्तेमाल की इजाजत मिल सकती है।
Mpox Fever: पूरी दुनिया में इन दिनों एक खतरनाक बुखार फैला हुआ है। 70 से ज्यादा देशों में एमपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं। हालात को देखते हुए WHO ने इसे पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित कर दिया है। जान लें क्या हैं Mpox के लक्षण और इससे कैसे बचें?
जुलाई में होलसेल प्राइस इंडेक्स में दर्ज की गई गिरावट इस महीने के खुदरा मुद्रास्फीति के आंकड़ों के अनुरूप रही। इस हफ्ते की शुरुआत में जारी आंकड़ों के अनुसार जुलाई में खुदरा मुद्रास्फीति 5 साल के निचले स्तर 3.54 प्रतिशत पर आ गई।
अमेरिका के कोर्नेल यूनिवर्सिटी की एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि 1992 से 2016 तक घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले खराब ईंधन की वजह से भारत में 1,000 शिशुओं और बच्चों में से 27 की मौत हो जाती थी।
मुख्य रूप से खाद्य पदार्थों, खाद्य उत्पादों के निर्माण, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, खनिज तेल, अन्य विनिर्माण आदि की कीमतों में बढ़ोतरी दर्ज की गई। थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) आधारित मुद्रास्फीति पिछले महीने 1.26 प्रतिशत थी।
डब्ल्यूएचओ के कानूनी अधिकारी स्टीवन सोलोमन ने कहा कि स्वास्थ्य नियमों को संशोधित करने का कदम तुरंत प्रभावी नहीं होगा, बल्कि यह टेड्रोस द्वारा निर्णय के बारे में देशों को औपचारिक रूप से सूचित करने के एक साल बाद लागू होगा।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने दुनिया को कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक महामारी आने की आशंका के प्रति अगाह किया है। डब्ल्यूएचओ ने यह चेतावनी एक ब्रिटिश वैज्ञानिक की रिपोर्ट को आधार बनाकर दिया है, जिसमें कोविड-19 से ज्यादा गंभीर महामारी के आने की आशंका जताई गई है।
कोविशील्ड निर्माता एस्ट्राजेनेका ने पिछले हफ्ते कोर्ट में यह स्वीकार किया था कि उसकी वैक्सीन के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं, हालांकि एक्सपर्ट का कहना था कि जिन्हें ये टीका लगा है, उन्हें घबराने की कोई जरूरत नहीं है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने जानवरों के कच्चे दूध में एच5एन1 बर्ड फ्लू वायरस पाए जाने की पुष्टि की है। इससे दुनिया के कई देशों में हड़कंप मच गया है। वैज्ञानिकों ने बताया है कि यह वायरस पक्षियों से गायों में और गायों से गायों और गायों से मनुष्यों तक में फैल रहा है।
‘डिसीज एक्स‘ बीमारी दुनिया के लिए एक और खतरे की घंटी बन गई है। इसे लेकर डब्ल्यूएचओ ने भी चेतावनी दी है। साथ ही यह भी कहा है कि यह बीमारी कोविड से भी 20 गुना घातक हो सकती है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के रोक अंतरराष्ट्रीय वर्गीकरण यानी आईसीडी के 11वें संशोधन में आयुर्वेद, यूनानी और सिद्ध चिकित्सा पर आधारित रोगों को परिभाषित करने वाली शब्दावली को शामिल किया गया है। इस बात की जानकारी बुधवार को आयुष मंत्रालय ने दी।
कोरोना के बढ़ते डर के बीच WHO ने कहा है कि अभी तक लगाई गई वैक्सीन से नए सब वैरिएंट JN.1 और SARS-CoV-2 से लड़ने में सक्षम हैं। हालांकि इसके बाद भी संगठन ने सावधानी बरतने की अपील की है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि लोग भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। इसके साथ ही मास्क और सैनेटाइजर का प्रयोग करें।
WHO ने सांस संबंधी बीमारियों को लेकर अलर्ट जारी किया है। वहीं कोरोना के नए वैरिएंट पर भी हिदायत दी है। डब्लूएचओ ने कहा है कि वायरस अपना स्वरूप बदल रहे हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भी सदस्य देशों से अपील की है कि वह मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग संबंधी नियमों को लागू करें और कड़ी निगरानी करें।
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