विदेश कार्यालय के पूर्व कर्मचारी राफेल मार्शल मेल पर आने वाले संदेशों की निगरानी करने के कार्य से जुड़ा था।
शिकायत में कहा गया है कि जिन कारखानों की जांच नहीं हुई है, वहां बनने वाली ये दवाएं मिलावटी हो सकती हैं और यह दवा को लेने वाले लोगों के लिए खतरनाक बात हो सकती है।
सीईओ सलिल पारेख ने गलत मंशा से बेंगलुरू में किराये पर मकान लिया है, जिससे कंपनी के बोर्ड और संस्थापकों को गुमराह किया जा सके।
बीएसई पर कंपनी का शेयर 15.94 प्रतिशत गिरकर 645.35 रुपए पर आ गया। वहीं एनएसई पर यह 15.99 प्रतिशत घटकर 645 रुपए प्रति शेयर रह गया।
मध्यप्रदेश में वर्ष 2013 में सामने आए कुख्यात व्यापमं घोटाले को लेकर व्हिसलब्लोअरों ने सीबीआई की जांच और मध्यप्रदेश सरकार के रवैये पर गहरा असंतोष जताया है।
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