सोशल मीडिया में एक वीडियो पिछले कई महीनों से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में बताया जा रहा है कि अब फैक्ट्री में प्लास्टिक के गेहूं बनाए जा रहे हैं। इंडिया टीवी की फैक्ट चेक टीम ने इस वायरल वीडियो की जांच पड़ताल की है।
केंद्रीय खाद्य मंत्रालय ने 2024-25 के लिए 310 लाख टन के कुल गेहूं खरीद लक्ष्य का 16 प्रतिशत इनसे खरीदने का लक्ष्य निर्धारित किया है।अक्टूबर से केंद्र इन तीन राज्यों के साथ खरीद स्तर बढ़ाने के लिए काम कर रहा है।
पंजाब खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि राज्य की मंडियों में फसल की आवक को देखते हुए पंजाब में 1.20 करोड़ टन गेहूं खरीद होने की उम्मीद है।
भारत गेहूं के प्रमुख उत्पादकों में से एक है। यह देश की एक बड़ी आबादी के लिए प्रमुख भोजन है। भू-राजनीतिक अनिश्चितता के बीच ऊंची मुद्रास्फीति और खाद्य सुरक्षा की चिंता से पहले से है।
बेमौसम बरसात और ओलावृष्टि से एक तरफ जहां मार्च में ही तपाने वाली गर्मी से लोगों को राहत मिली है तो वहीं किसान इससे काफी दुखी हो गए हैं। कई राज्यों में गेहूं, तिलहन और दलहन की फसल को नुकसान पहुंचा है।
केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि अगले दो हफ्तों में गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचाने वाली कोई गर्मी की लहर की आशंका नहीं है।
मौसम के बदलते रुख से गेहूं की फसल को बड़ा नुकसान पहुंच सकता है। पंजाब के किसान दिन-ब-दिन बढ़ रही गर्मी से चिंतित हैं। किसानों का कहना है कि अगर ऐसे ही गर्मी बढ़ी तो गेहूं की फसल बर्बाद हो जाएगी।
बिहार में गेहूं की जल्दी बुवाई हुई है और वहां फसल अनाज बनने/परिपक्वता के चरण में है, जिस पर गर्मी का अपेक्षाकृत कम प्रभाव हो सकता है।
उन्होंने कहा कि किसान को तब कदम उठाना है, जब मार्च के मध्य में कहीं तापमान 35 डिग्री सेल्सियस को पार कर जाए। ऐसे में एहतियात के तौर पर सिंचाई करनी चाहिए।
आईआईडब्ल्यूबीआर ने अपनी सलाह में किसानों को गेहूं की फसल में आवश्यकता के अनुसार हल्की सिंचाई करने को कहा है। परामर्श के अनुसार, तेज़ हवा के मौसम में सिंचाई बंद कर देनी चाहिए, जिससे उपज में कमी आ सकती है।
किसानों ने बताया कि पास के गांव फिरोजपुर में एक रीपर से आग शुरू हुई और काछवा में किसानों के खेतों तक पहुंच गई। आग इतनी भीषण थी कि फायर ब्रिगेड के बिना आग पर काबू पाना काफी मुश्किल था। तेज़ हवा के कारण आग लगातार बढ़ती जा रही थी।
हरियाणा सरकार ने रबी सत्र 2021-22 के दौरान राज्य की 396 मंडियों या खरीद केंद्रों से एक अप्रैल से 15 मई तक करीब 85 लाख टन गेहूं की खरीद की है।
अब तक 53 लाख हेक्टेयर में खरीफ फसलों की बुवाई पूरी हुई
पंजाब के बठिंडा जिले में तेज हवा और ओलावृष्टि से गेहूं की फसल गिर गई है। पंजाब और हरियाणा के कई क्षेत्रों में देर शुक्रवार को बारिश हुई।
गेहूं और अन्य रबी फसलों की बुवाई अक्टूबर से शुरू होती है, जबकि अप्रैल से कटाई का काम होता है। गेहूं मुख्य रबी फसल है।
जून महीने की शुरुआत हो गई, लेकिन अभी तक बिहार के सात जिलों में किसानों से छटांक भर गेहूं की भी अधिप्राप्ति (सरकारी खरीद) नहीं हुई है।
पंजाब में इस साल 129.93 लाख टन गेहूं का उत्पादन हुआ है, जोकि पिछले 20 साल का रिकॉर्ड स्तर है।
देश में गेहूं उत्पादन फसल वर्ष 2017-18 में 2.31 प्रतिशत घटकर 9.61 करोड़ टन रह सकता है।
चालू रबी सत्र में अभी तक गेहूं खेती का रकबा 110.66 लाख हेक्टेयर हो गया जो पूर्व वर्ष की इसी अवधि के रकबे से 12.41 प्रतिशत कम है।
गेहूं की बुवाई का काम अंतिम चरण में है और इसके अंतर्गत कुल रकबा 7.87 प्रतिशत बढ़कर 315.55 लाख हैक्टेयर पहुंच गया है। बारिश से बेहतर फसल की संभावना बढ़ी है।
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