व्हॉट्सएप दुनिया का सबसे ज्यादा पॉपुलर मैसेजिंग ऐप है। यह ऐप लगभग सभी स्मार्टफोन यूजर्स इस्तेमाल करते हैं। व्हॉट्सएप सिर्फ मैसेजिंग और कॉलिंग सेवा ही नहीं देता बल्कि इसकी मदद से आप मेट्रो ट्रेन का टिकट भी पल भर में बुक कर सकते हैं।
अभी जब कोई यूजर पहली बार व्हॉट्सएप पर आता है तो उस समय वेरिफिकेशन के लिए सिम कार्ड कार्ड होना जरूरी होता है लेकिन एक बार वेरिफिकेशन हो जाने के बाद आप बिना सिम कार्ड के भी इसे वाई-फाई कनेक्शन से इस्तेमाल कर सकते हैं। अब इस पर बहुत जल्द रोक लग सकती है।
व्हाट्सएप की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार अगर कोई यूजर किसी खास चैट को लॉक करता है तो वह थ्रेड इनबॉक्स से बाहर हो जाएगा। इसके बाद उस चैट को एक फोल्डर में सेव कर देगा।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि क्या वॉट्सऐप आपके स्मार्टफोन के माइक्रोफोन या फिर कैमरा को एक्सेस कर सकता है? अगर आप वॉट्सऐप का इस्तेमाल नहीं कर रहे तब भी क्या कैमरा ऑन हो सकता है। तो हम आपको बताते हैं कि आप अपने स्मार्टफोन में कैसे पता कर सकेंगे कि वॉट्सऐप आपके फोन का माइक्रोफोन एक्सेस कर रहा है या नहीं।
वॉट्सऐप दुनिया भर में सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला मैसेजिंग ऐप है और इसे करीब 2 बिलियन से अधिक लोग इस्तेमाल करते हैं। कंपनी जल्दी है यूजर्स के लिए ब्रॉडकास्ट चैनल लेकर रही है। इसमें यूजर्स को कमाल के फीचर्स मिलने वाले हैं।
वॉट्सऐप पर जिन आईएसडी कोड से कॉल्स आ रहे है उनकी ज्यादातर लोकेशन इथियोपिया, मलेशिया, वियतनाम जैसे देश हैं। हैकर्स इन दिनों स्कैम के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहे हैं। आपकी सावधानी ही आपको स्कैम से बचा सकती है।
स्पैम कॉल में इंडोनेशिया, वियतनाम, मलेशिया और इथियोपिया के देश कोड दिखाए गए थे। इनमें से अधिकांश कॉल प्लस 251 (इथियोपिया), प्लस 62 (इंडोनेशिया), प्लस 254 (केन्या), प्लस 84 (वियतनाम) और अन्य देशों से शुरू हुईं।
IT Ministry on WhatsApp Spam Calls: भारत में इन दिनों स्पैम कॉल्स की संख्या में लगातर बढ़ोतरी देखी गई है। इसको लेकर ट्विटर से लेकर फेसबुक तक यूजर्स शिकायत कर रहे हैं। अब आईटी मिनिस्ट्री मैदान ने मोर्चा संभाल लिया है।
इन स्क्रीनशॉट के बाद ट्विटर, टेस्ला इंक के प्रमुख एलन मस्क सहित कई उपयोगकर्ताओं ने चिंता जाहिर की है। मस्क ने कहा कि व्हाट्सऐप पर भरोसा नहीं किया जा सकता।
भारत में लाखों Whatsapp यूजर्स पिछले कुछ दिनों से अंतरराष्ट्रीय स्पैम कॉलों से परेशाान हैं। ये स्पैम कॉल ज्यादातर अफ्रीकी और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों से आते हैं।
अब ट्रूकॉलर की कॉलर आईडी सर्विस अब व्हाट्सएप के लिए भी उपलब्ध हो चुकी है। ऐसे में इसका फायदा बड़ी संख्या में लोगों को मिल सकता है।
वॉट्सऐप के अपडेट्स और अपकमिंग फीचर पर नजर रखने वाली वेबसाइट वाबेटाइंफो के मुताबिक वॉट्सऐप पर इन दिनों एक नए फीचर की टेस्टिंग चल रही है। इस नए फीचर की मदद से वॉट्सऐप पर अगर किसी अननोन नंबर से कॉल आती है तो आटोमैटिक ही कॉल साइलेंट मोड पर हो जाएगी।
WhatsApp Banned Accounts: इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी के नियमों के मुताबिक, 50 लाख से अधिक उपयोगकर्ताओं वाले बड़े डिजिटल मंचों को हर महीने अनुपालन रिपोर्ट जारी करनी होती है।
चैटिंग के लिए एक बड़ा इंटरफेस रखने के लिए, यूजर्स ऐप पर साइड-बाय-साइड व्यू को डिसेबल भी कर सकते हैं। कंपनी ने कहा कि आने वाले दिनों में यह फीचर जल्द ही सभी लोगों को रोलआउट कर दिया जाएगा।
जब तहसीलदार ने पटवारी को फटकार लगाई तो उसने उलटा तहसीलदार को ही धमका दिया। पटवारी ने तहसीलदार से कहा, ''आप मेरे अधिकारी हो इसका मतलब आप मेरे प्यार के बीच में नहीं आएंगे।''
कंपनी ने कहा कि वह आने वाले दिनों में इस फीचर को और भी लोगों तक पहुंचाएगी। डब्ल्यूएबीटाइन्फो के मुताबिक, यह फीचर यूजर्स को इनकमिंग कॉल को आसानी से रिजेक्ट करके उसी समय कॉलर को मैसेज भेजने की सुविधा देगा।
अभी कुछ ही दिन पहले व्हॉट्सऐप ने यूजर्स को एक नंबर से 4 डिवाइस में लॉगिन करने का ऑप्शन दिया था और अब यूजर्स को चैट लॉक फीचर भी मिल गया है। हालांकि अभी यह सभी यूजर्स के लिए नहीं है। कंपनी अभी इस फीचर की टेस्टिंग कर रही है और कुछ सेलेक्टेड बीटा यूजर्स को इसको रोलआउट किया गया है।
WhatsApp के इस नए फीचर में प्रत्येक लिंक्ड डिवाइस स्वतंत्र रूप से काम करेंगे, और जब प्राइमरी डिवाइस पर कोई नेटवर्क एक्सेस नहीं होगा, तब भी व्हाट्सएप यूजर्स अन्य सेकेंडरी डिवाइस पर अकाउंट एक्सेस कर सकते हैं।
व्हाट्सएप चैनल्स एक निजी टूल है जिसमें फोन नंबर और उपयोगकर्ता की जानकारी हमेशा गोपनीय रखी जाती है। दूसरी ओर, एक चैनल के अंदर आने वाले मैसेज पूरी तरह से एंड-टू-एंड एन्क्रिप्टेड नहीं होते हैं।
कई बार लोग डिलीट हुए मैसेज को पढ़ने के लिए थर्ड पार्टी ऐप्स का सहारा लेते हैं। गूगल प्ले स्टोर में मौजूद ऐप्स आपके फोटो, वीडियो और दूसरे जरूरी डेटा की सेफ्टी का दावा तो करते हैं लेकिन इनमें कई तरह की परमीशन देने पड़ती है जिससे प्राइवेसी खतरे में पड़ सकती है।
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