कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को गोल्ड मेडल दिलानेवाली भारोतोलक पूनम यादव के साथ वाराणसी स्थित रोहनिया गांव मारपीट की गई है।
21वें राष्ट्रमंडल खेलों के ;चौथे और पांचवें दिन भारत की महिला भारोत्तोलक पूर्णिमा पांडे और लालचानहीमी के हाथ निराशा लगी. पांडे अच्छे प्रदर्शन के बावजूद 90 किलो-प्लस वर्ग स्पर्धा में मैडल से दूर रहीं.
इससे पहले मीराबाई चानू, संजीता चानू और सतीश कुमार शिवालिंगन ने भी भारत को वेटलिफ्टिंग में ही गोल्ड दिलाया था।
सतीश ने स्नैच में 144 का सर्वश्रेष्ठ भार उठाया तो वहीं क्लीन एंड जर्क में 173 का सर्वश्रेष्ठ भार उठाया। कुल मिलाकर उनका स्कोर 317 रहा। उन्हें क्लीन एंड जर्क में तीसरे प्रयास की जरूरत नहीं पड़ी।
दीपक लाठेर ने 69 कि.ग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीत कर राष्ट्रमंडल खेलों में देश के लिए पदक जीतने वाले सबसे युवा वेटलिफ्टर बन गए।
चानू ने सौ फीसदी फिट ना होने के बाद भी 53 किलो वर्ग में स्नैच का रिकॉर्ड तोड़ते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा किया।
मीराबाई चानू और गुरुराजा ने 21वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत को गोल्ड और सिल्वर दिलाया है।
वेटलिफ्टिंग में देश को मेडल दिलाने के बाद दोनों खिलाड़ियों ने बयां किया अपना दर्द।
21वें राष्ट्रमंडल खेलों में वेटलिफ्टिंग में भारत का शानदार प्रदर्शन, मीराबाई ने दिलाया पहला गोल्ड तो वहीं, गुरुराजा ने दिलाया पहला सिल्वर।
21वें राष्टमंडल खेलों में भारत को मिला पहला गोल्ड। वेटलिफ्टिंग में मीराबाई चानू ने किया कमाल।
इस स्पर्धा का स्वर्ण मलेशिया के मुहामेद इजहार अहमद हाजालवा के नाम रहा। उन्होंने कुल 261 का स्कोर किया। उन्होंने स्नैच में 117 का स्कोर किया जो एक नया गेम रिकार्ड है।
दिल्ली-हरियाणा सीमा के पास रविवार को एक कार दुर्घटना में राष्ट्रीय स्तर के चार भारोत्तोलकों की मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों में एक विश्व चैंपियन भी शामिल है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
मीराबाई चानू विश्व वेटलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में पिछले दो दशक से ज्यादा समय बाद गोल्ड मेडल जीतने वाली पहली भारतीय वेटलिफ्टर बन गई हैं। मीराबाई ने अमेरिका में यह कारनामा करके रियो ओलंपिक के खराब प्रदर्शन की टीस मिटाई।
हाल ही में हुए मिस वर्ल्ड बॉडी बिल्डिंग प्रतियोगिता में देहरादून की 21 वर्षिय भूमिका शर्मा ने इस टाइटल को जीत कर देश का नाम रोशन किया है।..
ओशावा में वेनेज़ुएला की वेटलिफ्टर जेनेसिस रॉड्रिग्ज़ गोमेज़ रविवार को एक प्रतियोगिता में वैट उठाते समय अचानक बेहोश हो गई लेकिन फिर भी उसने सिल्वर मैडल जीत लिया। 20 साल की गोमेज़ महिला वर्ग में
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