देश के उत्तरी राज्यों में कोहरा छाया रहेगा। वहीं पहाड़ी राज्यों यानी जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बर्फबारी और हल्की बारिश के आसार मौसम विभाग ने जताए हैं। दक्षिण भारत में चक्रवात 'मैंडूस' जरूर कमजोर पड़ गया है, लेकिन इसके असर से आज भी कई इलाकों में बारिश होगी।
IMD Weather Update: दक्षिण भारत में अभी भी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने पुणे, मुंबई, ठाणे और पालघर में आज भारी बारिश को येलो अलर्ट जारी किया है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
Delhi Rain : दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार दिन भर हुई बारिश के चलते जगह-जगह पानी भर गया। जलजमाव से लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। गुरुग्राम और नोएडा में लंबा जाम देखने को मिला।
IMD Weather Update :उधर, तेलंगाना, झारखंड, पू्र्वी मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजरम और त्रिपुरा में मध्यम बारिश का अनुमान है।
Weather Update: मानसून की दस्तक के दौरान की बारिश को देख कर यह अंदाजा लगाया गया था कि इस बार मॉनसून में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी, लेकिन अब शुरुआती दिन की तरह दिल्ली में बारिश देखने को नहीं मिल रही है।
Weather News: मंडी में भूस्खलन और बादल फटने से 16 लोग मलबे में दब गए। यहां 13 लोगों ने जान गंवाई। जानकारी के मुताबिक एक ही परिवार के 8 लोगों की मौत हो गई है।
Weather News: रांची स्थित मौसम विभाग के प्रमुख अभिषेक आनंद ने बताया कि लो प्रेशर एरिया के डीप डिप्रेशन में बदलने से मॉनसून ज्यादा सक्रिय हुआ है। इस कारण झारखंड के कई जिलों में बारिश तबाही मचा सकती है।
Heavy Rains Latest Update | Gujarat Rains Update | Maharashtra Rains Update | MP Rains Update | मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य Gujarat में सबसे बुरा हाल है. पूरे Gujarat में आसमान से आफत बरस रही है. गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश से लोगों की मुसीबत बढ़ती जा रही है.
Weather Update :मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 15 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के मद्देनजर तहत प्रशासन से वहां भारी से बहुत भारी बारिश के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
देश में वार्षिक बारिश में 70 प्रतिशत बारिश मानसूनी हवाओं से होती है और इसे कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के लिए जीवनरेखा माना जाता है। आईएमडी ने पिछले महीने बताया था कि इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य रहेगा और गत 50 साल के औसत 87 सेंटीमीटर वर्षा के मुकाबले 103 प्रतिशत बारिश होगी।
राजस्थान के अधिकतर हिस्सों में आगामी चार-पांच दिनों में भीषण लू के चलने की संभावना हैं। आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य के पश्चिमी हिस्सों के जोधपुर और बीकानेर संभाग के सभी जिलों में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की प्रबल संभावना है।
लू की वजह से अभी तक हुई मौतें 2016 के बाद से सबसे अधिक हैं। महाराष्ट्र में हीट स्ट्रोक के लगभग 375 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के (सर्विलांस ऑफिसर) डॉ. प्रदीप अवाटे ने कहा कि पिछले 100 वर्षों में तापमान में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के साथ, महाराष्ट्र में लू के कारण सबसे अधिक 25 मौतें हुई हैं और कई अन्य लोग भी इससे पीड़ित हैं।
राजस्थान में इस समय चल रही ‘ लू’ का दौर आगामी तीन-चार दिनों तक जारी रहेगा। हालांकि, पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है पर हवाओं में नमी नहीं होने की वजह से आंधी-बारिश की संभावना काफी कम है।
मौसम विभाग ने बुधवार को दिल्ली में हल्के बादल छाए होने की भविष्यवाणी की थी और ऐसा ही देखने को मिला।
3 और 4 फरवरी को पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में हल्की/मध्यम वर्षा होने की संभावना है। बारिश की तीव्रता 3 फरवरी को अधिक रहेगी।
Weather News: दिल्ली एनसीआर में शनिवार की सुबह बेमौसम बारिश ने सर्दी बढ़ाने का काम किया है। तेज हवाओं के साथ हल्की बरसात के कारण अचानक तापमान नीचे गिरता देखा गया।
मौसम विभाग की जानकारी की मानें तो फिलहाल सर्दी से राहत नहीं मिलने वाली है। घना कोहरा समस्या को और भी बढ़ाने वाला है। इससे लोगों को काफी पेरशानी हो रही है। साथ ही बारिश की संभावना ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है।
नोएडा, दिल्ली, बिहार आदि जगहों पर कई दिनों से धूप तक नहीं निकली है। साथ ही कोहरा भी उसी तरह से छाया रह रहा है। मौसम विभाग ने अभी और सर्दी बढ़ने की संभावना जताई है।
कई दिनों से कड़ाके की ठंड ने लोगों का हालत खराब कर रखा है। इस सर्दी के कारण रोजमर्रा का जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हालांकि मौसम विभाग ने बताया है कि अभी ऐसे मौसम से राहत नहीं मिलने वाली है।
मौसम विभाग का कहना है कि आज और 15 जनवरी तक बारिश हो सकती है। बताया जा रहा है कि 10 से अधिक राज्यों में बरसात होगी जिस कारण कोहरा और ठंड अधिक हो सकते हैं।
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