मौसम विभाग के मुताबिक 21 से 25 जनवरी के बीच एक सक्रिय वेस्टर्न डिस्टर्बेंस उत्तर पश्चिमी भारत को प्रभावित कर सकता है। इसने एक बयान में कहा, ‘इसके प्रभाव से, पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में 21 जनवरी को बारिश या हिमपात शुरू होने और 23-24 जनवरी को चरम स्थिति बनने के साथ 25 जनवरी तक इसके जारी रहने का अनुमान है।’
Delhi-NCR समेत पूरे उत्तरभारत में सर्दी का सेकेंड वेव जारी है। अगले दो दिनों तक कड़ाके की ठंड से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने 23 से 25 जनवरी के बीच मैदानी इलाकों में बारिश की आशंका जताई है।#weatherreport #weathernews
आज से अगले तीन दिन तक कई शहरों में पारा शून्य तक पहुंच सकता है। मौसम विभाग ने इसके लिए येलो अलर्ट जारी कर दिया है। #weatherreport #weathernews #weatherupdate
फिलहाल अभी राहत की बात ये है कि न्यूनतम तापमान में बढ़ोतरी के कारण शीतलहर देखने को नहीं मिल रही है। उत्तर भारत में धुंध की चादर है।
यूपी सरकार ने शीत लहर की स्थिति को देखते हुए चार से सात जनवरी तक सभी स्कूलों को बंद करने का आदेश दिया है। मौसम विभाग के अनुसार कई जिलों में तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री सेल्सियस कम रहने की संभावना है।
जम्मू-कश्मीर में Western Disturbence की वजह से न्यूनतम तापमान गिर गया है। IMD के मुताबिक Delhi समेत पश्चिमी UP में में ठंड के साथ साथ घने कोहरे का भी कहर दिख सकता है। #weatherupdate #coldwave #weatherreport
देश के कई राज्यों में कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है। लेकिन फिर भी कुछ राज्य ऐसे हैं, जहां अभी भी बारिश होने की संभावना है। इन राज्यों में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और केरल समेत कई राज्य शामिल हैं।
देश के उत्तरी राज्यों में कोहरा छाया रहेगा। वहीं पहाड़ी राज्यों यानी जम्मू कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में बर्फबारी और हल्की बारिश के आसार मौसम विभाग ने जताए हैं। दक्षिण भारत में चक्रवात 'मैंडूस' जरूर कमजोर पड़ गया है, लेकिन इसके असर से आज भी कई इलाकों में बारिश होगी।
IMD Weather Update: दक्षिण भारत में अभी भी बारिश का दौर जारी है। मौसम विभाग ने पुणे, मुंबई, ठाणे और पालघर में आज भारी बारिश को येलो अलर्ट जारी किया है। आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों और छत्तीसगढ़ में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
Delhi Rain : दिल्ली-एनसीआर में गुरुवार दिन भर हुई बारिश के चलते जगह-जगह पानी भर गया। जलजमाव से लोगों को काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। गुरुग्राम और नोएडा में लंबा जाम देखने को मिला।
IMD Weather Update :उधर, तेलंगाना, झारखंड, पू्र्वी मध्य प्रदेश में भी भारी बारिश का अनुमान जताया गया है। अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजरम और त्रिपुरा में मध्यम बारिश का अनुमान है।
Weather Update: मानसून की दस्तक के दौरान की बारिश को देख कर यह अंदाजा लगाया गया था कि इस बार मॉनसून में अच्छी बारिश देखने को मिलेगी, लेकिन अब शुरुआती दिन की तरह दिल्ली में बारिश देखने को नहीं मिल रही है।
Weather News: मंडी में भूस्खलन और बादल फटने से 16 लोग मलबे में दब गए। यहां 13 लोगों ने जान गंवाई। जानकारी के मुताबिक एक ही परिवार के 8 लोगों की मौत हो गई है।
Weather News: रांची स्थित मौसम विभाग के प्रमुख अभिषेक आनंद ने बताया कि लो प्रेशर एरिया के डीप डिप्रेशन में बदलने से मॉनसून ज्यादा सक्रिय हुआ है। इस कारण झारखंड के कई जिलों में बारिश तबाही मचा सकती है।
Heavy Rains Latest Update | Gujarat Rains Update | Maharashtra Rains Update | MP Rains Update | मध्य प्रदेश के पड़ोसी राज्य Gujarat में सबसे बुरा हाल है. पूरे Gujarat में आसमान से आफत बरस रही है. गुजरात के कई जिलों में भारी बारिश से लोगों की मुसीबत बढ़ती जा रही है.
Weather Update :मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 15 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। अलर्ट के मद्देनजर तहत प्रशासन से वहां भारी से बहुत भारी बारिश के लिए तैयार रहने को कहा गया है।
देश में वार्षिक बारिश में 70 प्रतिशत बारिश मानसूनी हवाओं से होती है और इसे कृषि आधारित अर्थव्यवस्था के लिए जीवनरेखा माना जाता है। आईएमडी ने पिछले महीने बताया था कि इस साल दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य रहेगा और गत 50 साल के औसत 87 सेंटीमीटर वर्षा के मुकाबले 103 प्रतिशत बारिश होगी।
राजस्थान के अधिकतर हिस्सों में आगामी चार-पांच दिनों में भीषण लू के चलने की संभावना हैं। आगामी 24 घंटों के दौरान राज्य के पश्चिमी हिस्सों के जोधपुर और बीकानेर संभाग के सभी जिलों में अधिकतम तापमान 47 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की प्रबल संभावना है।
लू की वजह से अभी तक हुई मौतें 2016 के बाद से सबसे अधिक हैं। महाराष्ट्र में हीट स्ट्रोक के लगभग 375 मामले सामने आ चुके हैं। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के (सर्विलांस ऑफिसर) डॉ. प्रदीप अवाटे ने कहा कि पिछले 100 वर्षों में तापमान में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचने के साथ, महाराष्ट्र में लू के कारण सबसे अधिक 25 मौतें हुई हैं और कई अन्य लोग भी इससे पीड़ित हैं।
राजस्थान में इस समय चल रही ‘ लू’ का दौर आगामी तीन-चार दिनों तक जारी रहेगा। हालांकि, पश्चिमी राजस्थान के ऊपर एक परिसंचरण तंत्र बना हुआ है पर हवाओं में नमी नहीं होने की वजह से आंधी-बारिश की संभावना काफी कम है।
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