कश्मीर के गुलमर्ग और सोनमर्ग कल सीजन की पहली बर्फबारी हुई और इसका लुत्फ उठाने के लिए सैलानी भी पहुंचने लगे हैं। कोई पंजाब से आया तो कोई महाराष्ट्र से कश्मीर पहुंचा है।
अरब सागर से उठा महा तूफान किसी भी वक्त गुजरात के तटीय इलाकों से टकरा सकता है। हालांकि ये तूफान कमज़ोर पड़ता जा रहा है लेकिन उसके बावजूद आशंका है कि 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती है।
पिछले सप्ताह मानसून की वापसी के बाद हवा की गति मंद पड़ने के कारण दिल्ली, हरियाणा और एनसीआर क्षेत्र में वायु प्रदूषण बढ़ गया है। 18 अक्टूबर को पश्चिमी विक्षोभ के कारण पश्चिमी हवाओं की गति में इजाफा होने का अनुमान है
बिहार में लगातार छठे दिन भी पटना की हालत बहुत बुरी है। राजेन्द्र नगर और कंकड़बाग इलाके में 10 फीट तक पानी भरा हुआ है। लोगों को लगातार रेस्क्यू किया जा रहा है लेकिन पानी का स्तर नहीं घट रहा है।
मौसम विभाग के मुताबिक इस साल मानसून (पहली जून से 30 सितंबर) सीजन के दौरान देशभर में औसतन 968.3 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान देशभर में औसतन 880.6 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की जाती है।
राजधानी पटना समेत मुजफ्फरपुर, दरभंगा, भागलपुर, पूर्णिया, बेतिया, गया, जमुई, औरंगाबाद, जहानाबाद समेत कई अन्य जिलों में भी लगातार बारिश हो रही है। मौसम विभाग ने 15 जिलों में रेड अलर्ट जारी किया है।
मूसलाधार बारिश की मार झेल रहे मुंबई के लिए आज का दिन भी भारी है। मौसम विभाग ने मुंबई और उसके आसपास के इलाके के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। कल हुई मूसलाधार बारिश के कारण पूरे मुंबई में जगह-जगह जल जमाव के हालात बने हुए हैं।
बता दें कि मुंबई में पिछले 24 घंटे से बारिश हो रही है। बारिश की वजह से जगह-जगह भारी जल भराव हो गया हैं। कई इलाकों में सड़कें नदियों में तब्दील हो चुकी हैं।
कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी के आसार बन रहे हैं। फिलहाल चार-पांच दिनों तक कहीं भी तेज बारिश होने की संभावना नहीं दिख रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश में बादलों की आवाजाही जारी रहेगी।
पहाड़ से लेकर मैदान तक सैलाब ने जान आफत में डाल रखी है। वहीं अब पंजाब में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। अगले 48 से 72 घंटे तक पंजाब के अलग अलग हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी गई है।
कर्नाटक से लोकर उत्तराखंड तक और ओडिशा से लेकर तेलंगाना तक में बाढ़-बारिश ने ऐसा आफत मचाया कि लोगों का जीना दुश्वार हो गया। पहाड़ से लेकर मैदान तक में बाढ़ आफत बनकर टूटी है।
महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु में बाढ़ से हालत गंभीर बनी हुए है। भारी बारिश, तेज हवाओं और भूस्खलन से भारी तबाही हुई है और गुरुवार को वर्षाजनित हादसों में 15 लोगों की मौत होने की खबरे हैं। महाराष्ट्र के पांच पश्चिमी जिलों में दो लाख से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
बारिश को देखते हुए बीएमसी कर्मचारी अलर्ट पर हैं और जगहा-जगह पानी निकालने की कोशिश जारी है। बावजूद इसके सड़कों पर एक से दो फीट तक पानी भरा है।
Delhi Rain Update: भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक अबतक बीते मानसून सीजन यानि पहली जून से 14 जुलाई के दौरान दिल्ली में सामान्य के मुकाबले 91 प्रतिशत कम बरसात हुई है
मौसम विभाग के मुताबिक अबतक बीते मानसून सीजन के दौरान पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हिमाचल और उत्तराखंड में सामान्य के मुकाबले बहुत कम बरसात हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक अबतक बीते सीजन यानि पहली जून से लेकर 7 जुलाई तक देशभर में औसतन 179 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है जबकि सामान्य तौर पर इस दौरान औसतन 225.9 मिलीमीटर बरसात होती है
दिल्ली के साथ NCR के अलावा गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा, पानीपत, आदि शहरों में मानसून 1 दिन पहले ही पहुंच चुका। इसी कारण कुछ जगहों पर झमाझम बारिश हुई है। जिससे लोगों को काफी राहत मिली है।
बे समय से मानसून की बरसात का इंतजार कर रहे दिल्ली वालों का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। भारतीय मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि अगले 24 घंटे के अंदर मानसून दिल्ली पहुंच सकता है।
मौसम विभाग और मौसम का पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी स्काईमेट वेदर ने राष्ट्रीय राजधानी में 12 जून को बारिश की संभावना जताई थी लेकिन यह पूर्वानुमान सही साबित नहीं हुआ।
मौसम विभाग के मुताबिक जिन क्षेत्रों में चक्रवाती तूफान वायु की वजह से सबसे ज्यादा हानि हो सकती है उनमें गुजरात के कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जूनागढ़, दीव, गिर सोमनाथ, अमरेली और भावनगर जिले शामिल हैं।
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