बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान फेंगल तैयार हो रहा है। इस कारण तमिलनाडु समेत दक्षिण भारत के कई राज्यों में इस चक्रवाती तूफान का खतरा बना हुआ है। तमिलनाडु में इसे लेकर मौसम विभाग ने रेड अलर्ट जारी कर दिया है। बता दें कि इस बीच तमिलनाडु के कई जिलों में भारी बारिश देखने को मिल रही है।
दिल्ली के कुछ हिस्सों में आज हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में भी इसी तरह का मौसम रहने की संभावना जताई है।
दिसंबर के तीसरे हफ्ते से दिल्ली, बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में कड़ाके की ठंड दस्तक दे सकती है। IMD के अनुसार हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में बर्फ पड़ने से राजस्थान, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और दिल्ली समेत कई राज्यों में तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
कश्मीर में न्यूनतम तापमान शून्य से नीचे चला गया है। मौसम विभाग के अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर में रविवार रात न्यूनतम तापमान शून्य से 2.1 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया, जो इस मौसम में अभी तक का सबसे कम तापमान है।
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी के कारण उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और मध्य प्रदेश में आने वाले दिनों में जल्द ही शीतलहर जैसे हालात बन सकते हैं।
मौसम विभाग का कहना है कि अभी तक ठंड इसलिए अधिक नहीं पड़ी क्योंकि पश्चिमी विक्षोभ आते रहे। इस बार नवंबर के आखिरी हफ्ते से ठंड अपने रंग में आने लगेगी। दिसंबर की शुरुआत में पारा और भी नीचे चला जाएगा।
Rains in Delhi-Ncr: पिछले चार-पांच दिनों से दिल्ली एनसीआर में भारी बारिश हो रही है। बारिश इतनी अधिक हो रही है कि आम लोगों का जीवन बेहाल हो गया है।
Weather Update: भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने कई राज्यों में अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि 25 से 29 जुलाई के दौरान देश के कई हिस्सों में भारी बारिश हो सकती है।
Rajasthan: शनिवार को राज्सथान के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश हुई। इसके चलते पिछले 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान के अजमेर में सर्वाधिक बारिश 134 मिलीमीटर दर्ज की गई है।
अगले 48 घंटे में दक्षिण-पश्चिम मानसून के ओडिशा, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है। इधर, असम में मूसलाधार बारिश की वजह से जगह-जगह लैंडस्लाइड से आफत मची हुई है। वहीं हिमाचल के कुल्लू में बादल फटने की सूचना है।
Monsoon 2022: दक्षिण पश्चिमी मॉनसून दो दिन की देरी से शनिवार को महाराष्ट्र पहुंचा। इसका असर मध्य महाराष्ट्र में देखने को मिल रहा है। यहां के कुछ हिस्सों में मॉनसून की दस्तक हो गई।
श के अधिकांश इलाकों में भीषण गर्मी से हाल बेहाल हैं। कई राज्य लू की चपेट में हैं। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि आगामी दिनों में दिल्ली के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
राजस्थान में एक नए परिसंचरण तंत्र के चलते तेज गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। राज्य के ज्यादातर हिस्सों में दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री से ऊपर बना हुआ है।
कई दिनों से कड़ाके की ठंड ने लोगों का हालत खराब कर रखा है। इस सर्दी के कारण रोजमर्रा का जीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हालांकि मौसम विभाग ने बताया है कि अभी ऐसे मौसम से राहत नहीं मिलने वाली है।
मौसम विभाग ने कुछ संभावनाएं जताई हैं। विभाग ने कहा है कि उत्तर भारत में 15 जनवरी तक मौसम करवट लेने वाला है। इस कारण कई जगहों पर भयंकर ठंड और कोहरा देखने को मिल सकता है।
आईआईटी मद्रास के सिविल इंजीनियरिंग विभाग में प्रोफेसर बालाजी नरसिम्हन का कहना है कि निश्चित तौर पर यह असामान्य अक्टूबर था। उन्होंने इसके लिए अवसंरचनात्मक चुनौतियों और बेरोकटोक हो रहे विकास कार्यों को जिम्मेदार ठहराया। नरसिम्हन ने 2105 में चेन्नई में आई बाढ़ का भी अध्ययन किया था।
सोमवार को भारी बारिश की वजह से कई इलाकों में जलजमाव और यातायात की समस्या पैदा हो गई। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सोमवार को ट्रैफिक एडवाइजरी भी जारी की।
आईएमडी ने कहा कि समुद्र तट के आस-पास के क्षेत्रों, लक्षद्वीप क्षेत्र और दक्षिण-पूर्व अरब सागर क्षेत्र में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने का अनुमान है और मछुआरों को पांच अक्टूबर तक समुद्र में नहीं जाने की चेतावनी दी है।
साहा ने बताया कि मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों में मध्य प्रदेश में मौसम में विशेष परिवर्तन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटों में मध्य प्रदेश में मानसून सक्रिय रहा और सभी संभागों के जिलों में अधिकांश स्थानों पर बारिश हुई।
उत्तर प्रदेश के कई जिलों में मानसून झूमकर बरस रहा है। प्रदेश के कई जिलों में कहीं तेज तो कहीं हल्की बारिश हो रही है। पूर्वांचल में झमाझम बारिश हुई है।
संपादक की पसंद