यूक्रेन युद्ध के दौरान रूस को हथियारों की सप्लाई करने की अमेरिकी और यूरोपीय चिंताओं के बाद चीन का बड़ा बयान सामने आया है। चीन ने भरोसा दिलाया है कि वह रूस या यूक्रेन किसी भी पक्ष को हथियारों की सप्लाई नहीं करेगा। चीन का यह बयान विशेष रूप से अमेरिका और फ्रांस द्वारा दबाव बनाए जाने के बाद सामने आया है।
केंद्रीय गृह राज्यमंत्री निसिथ प्रमाणिक ने बताया कि अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर सीसीटीवी या पीटीजेड कैमरों से युक्त एकीकृत निगरानी प्रौद्योगिकी तथा कमांड एवं कंट्रोल प्रणाली के साथ आईआर सेंसर्स और इन्फ्रारेड अलार्म भी स्थापित किए गए हैं।
‘सिपरी’ से जुड़े वरिष्ठ अध्ययनकर्ता पीटर वेजेमेन ने कहा कि एक तरफ जहां पिछले साल हथियारों के आयात में गिरावट दर्ज की गई, वहीं रूस से बढ़ते तनाव के चलते यूरोपीय देशों में हथियार खरीद में तेजी देखी गई।
अभी तक अमेरिका और चीन में एक दूसरे को चेतावनी देने का दौर जारी था। दोनों देशों में ताइवान से लेकर जासूसी गुब्बारे समेत कई अन्य मसलों पर तनाव बना हुआ है। इस बीच जर्मनी ने पहली बार ड्रैगन को कड़ी चेतावनी दी है।
भारत और फ्रांस अपनी रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। ऐसे मौके पर फ्रांस ने भारत की धरती से उसके दुश्मनों को बहुत कड़ा संदेश दिया है। फ्रांस ने कहा है कि वह भारत के साथ ‘कंधे से कंधा मिलाकर’ खड़ा रहेगा।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन की सेना को चीन द्वारा हथियार भेजे जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। सबसे पहले अमेरिका ने इस बात का खुलासा किया था कि चीन रूस को चोरी छुपे हथियार भेज रहा है, जिसका इस्तेमाल वह यूक्रेन के खिलाफ कर रहा है। इसके लिए अमेरिका ने चीन को चेतावनी भी दी थी।
यूक्रेन से करीब 1 वर्ष से जारी भीषण युद्ध के बाद भी रूस के हथियारों का जखीरा कम नहीं हुआ है। हालांकि युद्ध के दौरान रूस को टैंकों, हेलीकॉप्टरों, ड्रोन, मिसाइलों और फाइटर जेट समेत अन्य हथियारों का भारी नुकसान हुआ है। उन्नत पश्चिमी हथियारों के दम पर यूक्रेन ने रूस के तमाम टैंकों और मिसाइलों को अब तक ध्वस्त किया है।
बरामद विस्फोटक एवं हथियारों में 4 पिस्तौल, 2 एयर पिस्तौल, 7 मिश्रित मैगजीन, 79 एके सीरीज सहित कुल 107 राउंड गोलियां, 5 डेटोनेटर, 4 हस्त निर्मित कारतूस और 600 ग्राम अज्ञात विस्फोटक आदि शामिल हैं।
Russia_Ukraine War: पिछले 11 महीनों से युद्ध लड़ते-लड़ते यूक्रेन हथियार विहीन हो चुका है। हाल ही में अमेरिका ने उसे 2.5 अरब डॉलर के स्ट्राइकर समेत अन्य अत्याधुनिक हथियार दिए हैं, लेकिन इनमें लड़ाई में सबसे अहम भूमिका निभाने वाले टैंक नहीं हैं। जर्मनी भी अभी तक यूक्रेन को तेंदुआ टैंक की सप्लाई नहीं कर पाया है।
Russia-Ukrain War News: यूक्रेन के साथ 11 महीने से भीषण युद्ध लड़ते-लड़ते क्या अब रूस के हथियार खत्म हो गए हैं, क्या अब मिसाइल और बमों की लड़ाई तीर-धनुष पर आ गई है, तीर और धनुष कितने दूर बैठे दुश्मनों को निशाना बनाया जा सकता है?...क्या आधुनिक युग में तीर और धनुष से कोई जंग जीती जा सकती है
NATO & western Countries Pauper by giving Arms to Ukraine:रूस के साथ युद्ध चलते अब नौ महीने से अधिक का वक्त बीत चुका है। रूस से मुकाबले के लिए अब यूक्रेन में हथियारों की भूख और बढ़ रही है। मगर इधर यूक्रेन को हथियारों की खेप भेज-भेजकर नाटो समेत पश्चिमी देश भी कंगाल हो चुके हैं।
Pakistan Sending Weapons to India Through Drones:सीमा पर भारतीय सेना की चौकसी में कई गुना ज्यादा बढ़ोत्तरी होने के बाद पाकिस्तान ने अब भारत में गोला-बारूद और हथियार भेजना का नया तरीका खोज निकाला है। इसके लिए वह ड्रोन का सहारा ले रहा है और आसमान के रास्ते भारत में छुपे आतंकियों तक हथियारों और बारूदों की खेप भेज रहा है।
Italy support to Ukraine in war against Russia:रूस के खिलाफ युद्ध में यूक्रेन का समर्थन करना इटली को भारी पड़ सकता है। इटली अपने देश के ही लोगों के व्यापक विरोध के बावजूद यूक्रेन का साथ दे रहा है। इससे लोग अब सड़क पर उतर आए हैं।
Russia-Ukraine War:अमेरिका और उसके साथी पश्चिमी देशों ने बृहस्पतिवार को रूस के इस दावे को खारिज कर दिया कि यूक्रेन में अमेरिका के सहयोग से प्रतिबंधित जैविक हथियारों से संबंधित गतिविधियां चल रही हैं। उन्होंने कहा कि ये आरोप झूठे और मनगढंत हैं।
China Mysterious Drone: चीन लगातार अधिक क्षमता वाले और रहस्यमयी हथियारों को विकसित कर रहा है। उसके एक ड्रोन का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी शेयर किया जा रहा है।
Biden on Pakistan Nuclear Weapons: पाकिस्तान ने अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन की उसके परमाणु हथियारों को लेकर की गई टिप्पणी का जवाब दिया है। उसने इसे हैरान करने वाली टिप्पणी बताया है।
Delhi News: पुलिस ने बताया कि आरोपियों की पहचान मध्य प्रदेश के भिंड निवासी राजीव ओझा और लक्ष्मी नारायण, उत्तर प्रदेश के इटावा निवासी जनक सिंह और दिल्ली के जाफराबाद निवासी राशिद के रूप में हुई है।
India Russian Weapons: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत के पास सोवियत काल के रूस के हथियार ज्यादा हैं और इसके पीछे कई कारण हैं। उन्होंने इस दौरान बताया कि पश्चिमी देशों ने सैन्य तानाशाह को क्षेत्र में चुना था।
भारत और फ्रांस दोनों देश पुराने रक्षा साझेदार हैं। अब मेक इन इंडिया का फ्रांस भी हिस्सा बनकर भारत का सहयोग करने को इच्छुक है।
US-North Korea: कई विशेषज्ञों का कहना है कि किम का लक्ष्य एक वैध परमाणु संपन्न देश के रूप में अमेरिका की मान्यता हासिल करना है और उस पर लगे प्रतिबंधों को हटवाना है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इस प्रकार के कोई संकेत नहीं मिले हैं।
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