रूस-यूक्रेन युद्ध में लातविया खुलकर मास्को के खिलाफ आ गया है। लातविया के राष्ट्रपति एडगर्स रिंकेविक्स ने कहा कि रूस को रोकने के लिए यूक्रेन को हथियार देते रहना जरूरी है। जो देश अभी तक रूस के खिलाफ आने से संकोच कर रहे हैं, अब उन्हें भी खुलकर यूक्रेन को हथियार देते रहना चाहिए।
यूक्रेन के साथ डेढ़ वर्षों से अधिक समय युद्ध में बीत जाने के बाद अब रूस ने पाकिस्तान और मिस्र को जोरदार झटका मारा है। यूक्रेन की एक स्वतंत्र न्यूज एजेंसी ने अमेरिका के वॉल स्ट्रीट जनरल के हवाले कहा है रूस ने पाकिस्तान, मिस्र, बेलारूस और ब्राजील समेत अन्य देशों से हथियार व युद्धक विमानों के इंजन वापस मांग लिए हैं।
इजरायली सेना ने हमास आतंकियों के पास से हथियारों और विस्फोटकों की बड़ी खेप बरामद की है। यह वही हथियार और विस्फोटक हैं, जिनका इस्तेमाल आतंकियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल पर हमले कि लिए किया था। इस हमले में 1400 से ज्यादा इजरायली नागरिकों की मौत हुई थी। वीडियो देखकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन ने इजरायल को हराने का संकल्प ले लिया है। दक्षिण कोरिया की खुफिया रिपोर्ट के अनुसार वह फिलिस्तीन के सपोर्ट में हैं और उन्होंने अपने अधिकारियों को फिलिस्तीनियों की हर मदद करने का ऐलान किया है। वह हमास जैसे संगठनों को भी हथियार उपलब्ध करा सकते हैं।
इजराइल हमास की जंग में अमेरिका की बल्ले बल्ले हो रही है। इस जंग में इजराइल को डिफेंस सिस्टम और तोप के गोलों की मांग बढ़ सकती है। अमेरिकी कंपनियों का कहना है कि इस डिमांड पर उन्हें फायदा होगा।
भारतीय जल्द ही इजरायल की तर्ज पर आयरन डोम बनाने जा रहा है। इसकी मारक क्षमता 400 किलोमीटर तक होगी। यह ऐसा एयर डिफेंस सिस्टम होगा, जो 400 किलोमीटर की रेंज में दुश्मनों की सभी मिसाइलों, रॉकेटों, अटैक हेलीकॉप्टरों और फाइटर जेट्स को हवा में ही मारकर गिरा देगा। इससे भारतीय सेना की ताकत कई गुना बढ़ जाएगी।
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच रूसी संसद के निचले सदन ने परमाणु परीक्षण को रोकने वाली संधि के अनुमोदन को रद्द करने वाले विधेयक को अंतिम मंजूरी दे दी है। अब यह उच्च सदन में जाएगा। पुतिन पहले ही इसका ऐलान कर चुके हैं। लिहाजा विधेयक वहां से भी पास होना तय है। रूस के इस कदम से यूक्रेन पर परमाणु हमले का खतरा बढ़ गया है।
रूस-यूक्रेन युद्ध के 18 महीने बीत जाने के बाद जेलेंस्की को फिर हथियारों और गोला-बारूद की भारी मात्रा में जरूरत है। हथियारों की कमी से जेलेंस्की का हौसला टूटने लगा है। इसलिए वह फिर यूरोपीय देशों से समर्थन जुटा रहे हैं। ब्रिटिश पीएम ऋषि सुनक ने सहयोगी देशों से जेलेंस्की को हथियार देने की अपील की है।
रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर पोप फ्रांसिस ने अब तक का चौंकाने वाला बयान दिया है। पोप फ्रांसिस ने कहा है कि इस युद्ध में लोगों की मौतों और सैनिकों की शहादत से उन्हें बहुत पीड़ा पहुंची है और उनकी यह पीड़ा कभी शांत नहीं होगी। फ्रांसिस ने कहा कि रूस-यूक्रेन युद्ध के लिए पूरी तरह से हथियार उद्योग जिम्मेदार हैं।
मणिपुर में तम प्रयासों के बाद भी हिंसा नहीं रुक रही है। दोनों पक्षों के बीच में मतभेद बढ़ते ही जा रहे हैं। राज्य में अब आम लोगों के साथ-साथ अब सेना के जवानों की भी हत्याएं हो रही हैं।
ऑस्ट्रेलिया अपनी सेना को और मजबूती देने के लिए कमर कस चुका है। आगामी वर्षों में चीन से मुकाबले के लिए वह अपनी समुद्री सेना और जंगी जहाजों को अपग्रेड कर रहा है। साथ ही वह कई ऐसे जंगी हथियार और ड्रोन अमेरिका से खरीद रहा है, जिससे चीन की नींद उड़ जाएगी।
उत्तर कोरिया के साथ हथियार डील नहीं करने की चेतावनी को रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने लगता है बदले की भावना से ले लिया है। अमेरिका द्वारा रूसी राष्ट्रपति पुतिन और उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग के बीच मुलाकात होने के बाद जो बाइडेन की ओर से रूस को हथियार खरीद को लेकर कड़ी चेतावनी दी गई थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बेटे हंटर बाइडेन हथियार खरीदने में झूठ बोलने के आरोपों में बुरी तरह फंस चुके हैं। अब उन पर संघीय अदालत में मुकदमा शुरू कर दिया गया है। इधर राष्ट्रपति जो बाइडेन पर भी वित्तीय अनियमितता के एक मामले में महाभियोग की तैयारी शुरू कर दी गई है।
महाराष्ट्र के नागपुर में एक शख्स के घर पर पुलिस ने जब खुफिया सूचना पर छापेमारी की तो होश उड़ गए। इस शख्स ने घर को ही हथियार बनाने का कारखाना बना रखा था। पुलिस को इसके पास से कई सारे कट्टे, रिवॉल्वर, कारतूस और बारूद बरामद हुए हैं।
भारत और रूस की गहरी दोस्ती से जर्मनी भी परेशान है। बता दें कि भारत रूस से ही हथियारों की सबसे बड़ी खरीदारी करता है। मगर जर्मनी चाहता है कि हथियारों के लिए भारत रूस पर इनता अधिक निर्भर नहीं रहे। इसे जर्मनी अपने हित में नहीं मानता।
रूस-यूक्रेन युद्ध में अब इजराइल भी कूद गया है। यूक्रेन में नरसंहार को रोकने के लिए इजराइल ने राष्ट्रपति जेलेंस्की को अत्याधुनिक और स्पेशल सिविल डिफेंस मिसाइल सिस्टम देने का ऐलान किया है। ताकि यूक्रेन युद्ध में रूसी मिसाइलों और रॉकेट हमलों में मारे जा रहे आम नागरिकों की जान बचाई जा सके।
रूसी राष्ट्रपति पुतिन की कथित हत्या के प्रयास के मद्देनजर क्रेमलिन पर हुए ड्रोन हमले ने यूक्रेन पर भीषण पलटवार की आशंका बढ़ा दी है। इससे सिर्फ यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ही नहीं, बल्कि पूरा यूरोपीय संघ घबरा गया है। अमेरिका भी रूस के पलटवार की आशंका को भांप चुका है।
अमेरिका युद्ध के आरंभ से ही यूक्रेन पर मेहरबान रहा है। अब तक यूक्रेन को सैकड़ों करोड़ डॉलर की सहायता दे चुका है। एक बार फिर यूक्रेन पर रूसी हमलों के बीच अमेरिका यूक्रेन को करीब 30 करोड़ डॉलर की अतिरिक्त सैन्य सहायता भेज रहा है, जिसमें भारी मात्रा में सबसे खतरनाक माने जाने वाले रॉकेट और गोला-बारूद शामिल हैं।
विशेष प्रकार का मानव रहित विमान मिलने से भारतीय सेना की ताकत कई गुना बढ़ने वाली है।. इस मानव रहित हवाई यान (यूएवी) का नाम 'नागास्त्र' है, जो कि भारतीय सेना के लिए किसी "ब्रह्मास्त्र" से कम नहीं होगा। खास बात यह है कि नागपुर की एक भारतीय कंपनी को ही इसकी आपूर्ति करने का ठेका मिला है।
प्रयागराज में अतीक और अशरफ की जिस जिगाना पिस्टल से गोली मारकर हत्या की गई, उसका इस्तेमाल पहले भी गैंगवार में हो चुका है।
संपादक की पसंद