इजरायल-हमास युद्ध के दौरान गाजा में हो रही आइडीएफ की सैन्य कार्रवाई से खफा हूतियों ने लाल सागर में ताबड़तोड़ हवाई हमले करना जारी रखा है। 19 दिसंबर से अब तक 15 दिनों में हूतियों ने 23 हमलों को अंजाम दिया है। ऐसे में अमेरिका समेत 12 देशों ने हूतियों को हमले बंद नहीं करने पर सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दी है।
भारतीय नौसेना ने लाल सागर में हूती विद्रोहियों के हमले को नाकाम करने के लिए पूरी तैयारी से उतर चुकी है। भारतीय नौसेना ने किसी भी देश के वाणिज्यिक वाहन को लाल सागर में अपने क्षेत्र में सुरक्षा मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध है। लिहाजा नौसेना ने हमलावरों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। भारतीय युद्धपोत तैनात कर दिया है।
लाला सागर में जिस एमवी साईबाबा जहाज पर हमला हुआ है, उसके भारतीय ध्वजवाहक होने के दावे को अधिकारियों ने खारिज कर दिया है। पीटीआइ की रिपोर्ट के अनुसार भारतीय अधिकारियों के अनुसार एमवी साईबाबा गैबन-ध्वजवाहक पोत है। अमेरिका ने इसके भारतीय होने का दावा किया था।
भारतीय नौसेना ने अदन की खाड़ी में माल्टा के जहाज के अपहरण के प्रयासों के बाद बड़ा कदम उठाया है। अपनी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारी को निभाते हुए भारत ने विभिन्न देशों के जहाजों को सुरक्षा मुहैया कराने के लिए अदन की खाड़ी में अपना दूसरा मिसाइल विध्वंसक तैनात कर दिया है। भारत के इस कदम से दुश्मनों के घर खलबली है।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच लाल सागर में यमन के हमलों ने तीसरे विश्वयुद्ध की चिंगारी भड़का दी है। अमेरिका, फ्रांस और जापान जैसे देश अब आतंकी हमलों का जवाब देने के लिए अपने युद्धपोतों को जवाबी कार्रवाई के लिए एक्टिव कर चुके हैं। इससे लाल सागर में उथल-पुथल मच गई है। भारत हर हालात पर निगरानी रख रहा है।
लाल सागर में भारत से जा रहा एक पोत मिसाइल हमले में बाल-बाल बच गया है। दो अन्य टैंकर भी हमले में बच गए। यह मिसाइलें यमन क्षेत्र की ओर से दागी गईं। आशंका है कि यमन ने यह हमला किया है। इसके पहले भी यमन लालसागर में ही एक अमेरिकी युद्धपोत को हाल ही में निशाना बना चुका है।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच लाल सागर जंग का नया अड्डा बन गया है। हमास के समर्थन में यमन की ओर से लगातार लालसागर में मौजूद अमेरिकी और अन्य देशों के युद्धपोत को निशाना बनाया जा रहा है। इस बार फ्रांस के युद्धपोत पर ड्रोन हमला किया गया है। फ्रांस के अधिकारियों ने बताया हमलावर ड्रोन यमन की ओर से आते देखा गया।
इजरायल-हमास युद्ध के बीच लाल सागर से इस वक्त सबसे बड़ी खबर है। अज्ञात हमलावरों ने लालसागर में अमेरिकी युद्धपोत को निशाना बनाया है। यह हमला ड्रोन से किया गया है, जिसमें कई अन्य वाणिज्यिक जहाज भी हमले कि शिकार हुए हैं। घटना ने पेंटागन में सनसनी फैला दी है।
इजरायल के खिलाफ जंग लड़ने वाला अब हमास सिर्फ अकेला नहीं रह गया है, बल्कि लेबनान के हिजबुल्लाह के बाद अब यमन का हूती समूह भी जंग में कूद चुका है। गुरुवार को सुबह यमन ने इजरायल की ओर कई ड्रोन हमले लॉन्च किए मगर अमेरिकी युद्धपोत ने उनमें से अधिकांश को समुद्र में ही मारकर गिरा दिया।
भारतीय नौसेना हाई अलर्ट पर है। चीन और पाकिस्तान के वारशिप मुंबई के करीब कराची पोर्ट पर साथ दिखाई दे रहे हैं। कराची में चीन की सबमरीन डटी हुई है। यह भारत के लिए सबसे बड़ी चुनौती है। दोनों देश जंगी अभ्यास को अंजाम दे रहे हैं।
भारतीय नौसेना ने गोवा में ब्रह्मोस को लॉन्च किया है। ये लॉन्चिंग बंगाल की खाड़ी में वॉर शिप से हुई है। ब्रह्मोस के लॉन्च होने से नौसेना समेत देशभर के लोग उत्साहित महसूस कर रहे हैं। इसे चीनी नौसेना के मुकाबले में देखा जा रहा है।
वर्ष 2022 के आगाज से ही दुनिया जंग के मुहाने पर खड़ी है। पहले आर्मीनिया-अजरबैजान में जंग हुई। फिर रूस और यूक्रेन युद्ध शुरू हुआ। अब इजरायल और हमास में भीषण जंग चल रही है। इस बीच चीन और फिलीपींस की सेना में भिड़ंत की बात सामने आ रही है। फिलीपींस के अनुसार चीनी तटरक्षकों ने दक्षिण चीन सागर में जानबूझकर जंग छेड़ दी।
चीन लगातार ताइवारन को घेर रहा है। चक्रवाती तूफान से जूझने वाले ताइवान की ओर चीन ने जंगी सैन्य विमान और तीन शिप भेजे हैं। चीन की इस हरकत पर ताइवान के रक्षा मंत्रालय की ओर से भी बयान आया है।
रूस के साथ चीन मिलकर जापान, आस्ट्रेलिया के इलाकों में गश्त कर रहा है। बड़ी बात यह है कि इस इलाके में चीन का साथ देने के लिए रूस भी सक्रिय है। रूस का प्रशांत महासागर में जंगी जहाज भेजना अमेरिका और उसके सहयोगी देशों के लिए चिंता बढ़ाता है।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज कोलकाता पहुंचीं, जहां वह NAVY के युद्धपोत का जलावतरण करेंगी। इसके अलावा राष्ट्रपति मुर्मू यहां राजभवन में ब्रह्म कुमारी द्वारा आयोजित ‘नशा मुक्त भारत अभियान’ के तहत ‘मेरा बंगाल, व्यसन मुक्त बंगाल’ अभियान शुरू करेंगी।
चीन अपनी चालबाज हरकतों से बाज नहीं आ रहा। इस बार चीन का जासूसी युद्धपोत भारती रक्षा संस्थानों की जासूसी करने के इरादे से श्रीलंका के कोलंबो एयरपोर्ट पहुंचा है। भारत की चिंताओं के बावजूद श्रीलंका ने चीन के जहाज को अनुमति दी। जाहिर है कि श्रीलंका चीन के कर्जे तले दब चुका है।
रूस और चीन की दोस्ती से दुनिया परेशान है। हाल ही में ताइवान की समुद्री सीमा में जब रूसी जंगी जहाज दिखे, तो ताइवान सकते में आ गया। हिंद प्रशांत क्षेत्र में चीन की बढ़ती दादागिरी और अब रूस के जंगी जहाज के दिखाई देने से ताइवान सहित दक्षिण चीन सागर के देशों की नींद उड़ गई है।
इन दिनों पाकिस्तान हिंसा और उपद्रव की आग में जल रहा है तो उसकी अर्थव्यवस्था की नाव कर्ज के समुद्र में डूब रही है। मगर उसके दोस्त चीन को पहले से ही डूबते पाकिस्तान पर जरा भी तरस नहीं आई। चीन ने पाक को इसी दौरान "डुबोने वाला जहाज" दे दिया है। यानि चीन का यह जहाज खरीदने के बाद पाकिस्तान और अधिक कर्ज में डूब जाएगा।
नौसेना चीफ एडमिरल आर हरि कुमार ने शनिवार को कहा कि हिंद महासागर क्षेत्र में चीनी जहाजों की ‘‘बड़ी संख्या उपस्थिति’’ है और भारत समुद्री क्षेत्र में अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए क्षेत्र के घटनाक्रम पर पैनी नजर रखे हुए है।
इजरायल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने समुद्र में मानव रहित पोत उतारकर सनसनी पैदा कर दी है। दोनों देशों ने इसे संयुक्त रूप से विकसित किया है। जो स्वचालित पोत है। इजरायल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज (आइएआइ) के अनुसार संयुक्त अरब अमीरात की राजधानी अबू धाबी में नौसेना रक्षा और समुद्री सुरक्षा प्रदर्शनी में इसे दिखाया जाएगा।
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