China war preparation: ताइवान का मामला क्या इतना अधिक गंभीर हो चुका है कि अब अमेरिका और चीन युद्ध के मुहाने पर आ खड़े हैं। आखिर क्या वजह है कि चीन अभी से युद्ध की तैयारियों में जुट गया है।
Russia-Ukraine War: यूक्रेन में रूस के कब्जे वाले इलाकों में मास्को द्वारा प्रायोजित जनमत संग्रह के बीच, रूसी सेनाओं ने शनिवार को यूक्रेन के शहरों पर ताजा हमले किये।
Russia-Ukraine War: 24 घंटों में रूस से बाहर जाने वाली उड़ानों के किराए में नाटकीय रूप से बढ़ा दी गई है। पुतिन के इस ऐलान के बाद रूस के करीब 30 शहरों और कस्बों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं
Russia-Ukraine War: यूक्रेन के मारियुपोल में इस्पात संयंत्र की रक्षा करने वाले लड़ाकों को रूसी कब्जे से मुक्त कराने के प्रयास पर गुरुवार तड़के विराम लग गया।
China Taiwan: ताइवान दक्षिण-पूर्वी चीन के तट से लगभग 160 किमी दूर एक द्वीप है, जो फूजौ, क्वानझोउ और जियामेन के चीनी शहरों के सामने है। यहां शाही किंग राजवंश का शासन चलता था, लेकिन इसका नियंत्रण 1895 में जापानियों के पास चला गया।
Russia Ukraine War: रूस ने 24 फरवरी को यूक्रेन पर पहला हमला किया था। जिसके बाद से जंग हर दिन और आक्रामक रूप लेती जा रही है। लड़ाई के लिए कई बार हथियार भी कम पड़े हैं, लेकिन हमलों की रफ्तार बढ़ रही है। अब इन अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती आंशिक रूप से की जा रही है।
Russia-Ukraine War Update: राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने कभी सपने में भी नहीं सोचा रहा होगा कि एक दिन उनके अपने ही टैंक रूसी सैनिकों को मौत की नींद सुलाने का काम करेंगे। मगर यह सच है। यूक्रेन के वॉर जोन में पिछले दिनों में परिस्थितियों कुछ ऐसी बदलीं कि उसके अपने ही टैंक रूस के लिए घातक साबित होने लगे।
US and China Conflict: ताइवान मसले पर चीन और अमेरिका के बीच ठन गई है। एक तरफ अमेरिका ने जहां चीन को चेतावानी देते हुए कहा था कि यदि उसने ताइवान पर हमला किया तो अमेरिका उसकी रक्षा करेगा।
Kyrgyzstan Tajikistan Conflict: दोनों देशों के बीच इस ताजा संघर्ष की शुरुआत बुधवार को हुई थी। जिसके बाद दोनों की तरफ से शुक्रवार को रूस के हस्तक्षेप के बाद संघर्ष विराम का ऐलान किया गया।
Russia Ukraine Turkey: इस खेल को देख ऐसा लगता है कि मानो तुर्की की पांचों उंगलियां घी में और सिर कढ़ाई में है। अब इस पूरी कहानी पर शुरुआत से बात कर लेते हैं। रूस और यूक्रेन के बीच 24 फरवरी के दिन युद्ध शुरू हुआ।
Russia-Ukraine War: वेटिकन के एक शीर्ष दूत और उनका दल यूक्रेन में मानवीय सहायता वितरित करने के दौरान गोलीबारी की चपेट आ गया।
RUSSIA-UKRAINE WAR: यूक्रेनी अधिकारियों ने रविवार को कहा कि रूसी गोलाबारी उनके शहरों और कस्बों को रात के समय निशाना बना रही है। इस बीच ब्रिटेन के रक्षा मंत्रालय ने आगाह किया है कि युद्ध के मैदान में पराजय से जूझ रहे रूस की ओर से अब यूक्रेन के नागरिक ठिकानों पर हमले तेज किये जाने के आसार हैं।
Russia-Ukraine: यूक्रेन और रूस के बीच लगभग 6 महीने से युद्ध चल रहा है। फिलहाल, इस युद्ध में यूक्रेन की बढ़त दिख रही है। यूक्रेनी सैनिक रूसी कब्जे वाले क्षेत्रों में लगातार अपना नियंत्रण बना रहा है। कई जगहों से खबरें सामने आई कि खुद रूसी सैनिक गांव को छोड़कर भाग रहे हैं।
Russia Ukraine War: एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रूस के रक्षा मंत्रालय का हवाला देते हुए बताया जा रहा है कि रूसी सेना ने यूक्रेन के कई ठिकानों पर हमला किया है। रूस की ओर से हमले ऐसे समय में तेज किए गए हैं जब हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शंघाई सहयोग संगठन के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया था।
Russia-Ukraine War: पश्चिमी रक्षा अधिकारियों और विश्लेषकों ने शनिवार को उम्मीद जताई कि पूर्वी क्षेत्र में यूक्रेनी सेना के और बढ़त बनाने के प्रयास के बीच रूसी सेना पूर्वोत्तर यूक्रेन में नयी रक्षा पंक्ति तैयार कर रही है।
Kyrgyzstan - Tajikistan War: उज्बेकिस्तान के एससीओ शिखर सम्मेलन में एक दिन पहले पीएम मोदी की ओर से दुनिया के देशों को दी गई युद्ध समाप्त करने की सलाह का असर दिखने के लगा है। खबर है कि किर्गिस्तान और तजाकिस्तान के सुरक्षा प्रमुखों ने दोनों देशों के बीच सीमा पर लड़ाई को रोकने के लिए शनिवार को बातचीत की है।
Sco Summit 2022: रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 6 महीने से युद्ध चल रहा है। इसी युद्ध के दौरान कई ऐसी खबरें सामने आ रही है, जहां रूस कई जगहों पर हार का सामना करने पर मजबुर है।
Armenia Azerbaijan War: आर्मीनिया और अजरबैजान के रिश्ते की तुलना भारत और पाकिस्तान से की जा रही है। दोनों ही देश आजादी के बाद से एक दूसरे के कट्टर दुश्मन हैं। भारत के कश्मीर की तरह ही इन दोनों देशों के नागोर्नो काराबाख इलाके को लेकर कई युद्ध हो गए हैं।
Azerbaijan Armenia: अजरबैजान और आर्मीनिया के बीच नागोर्नो-काराबाख को लेकर दशकों से संघर्ष चल रहा है। नागोर्नो-काराबाख अजरबैजान का हिस्सा है, लेकिन यह 1994 में एक अलगाववादी युद्ध समाप्त होने के बाद से आर्मीनिया द्वारा समर्थित बलों के नियंत्रण में है।
Armenia Azerbaijan: अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि वह सीमा पर दशकेसन, केलबाजार और लाचिन जिलों के पास "बड़े पैमाने पर विध्वंसक कृत्यों" को अजाम दे रहा है। अजरबैजान ने कहा कि उसकी कई सैन्य साइट आग की चपेट में आ गई हैं।
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