वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पर विचार विमर्श के लिए JPC की दूसरी बैठक में भी जमकर हंगामा हुआ और मुस्लिम संगठनों ने इस बिल का जोरदार विरोध किया।
जमीयत उलेमा ए हिंद और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के वक्फ संशोधन बिल का विरोध करने की बात कही है। कॉन्फ्रेंस में ये दावा किया गया है कि नीतीश और नायडू ने वक्फ बिल का विरोध करने की बात कही है।
मौलाना गुलाम रसूल बलियावी ने लोहरदगा में एक बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि वक्फ की जो संपत्ति है उसे मुगलों या अंग्रेजों ने नहीं बल्कि मुसलमानों के बाप-दादाओं ने दिया हुआ है।
कांग्रेस ने 2013 में वक्फ एक्ट में जो बदलाव किए, वक्फ बोर्ड को जो ज्यादा अधिकार दिए, उसका असर ये हुआ कि वक्फ की प्रॉपर्टीज की संख्या 4 लाख 69 हजार से बढ़कर 8.5 लाख से ज्यादा हो गई।
वक्फ बिल पर लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने JPC का गठन किया है। इस JPC में 31 सांसद रहेंगे। JPC में लोकसभा के 21 सांसद और राज्यसभा के 10 सांसद रहेंगे।
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि बिल को जेपीसी में भेजा गया है, वहां क्या होगा, क्या मालूम। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा कि वक्फ अमेंडमेंट बिल, 2024 मुल्क को बांटने के लिए लाया गया है, जोड़ने के लिए नहीं, आप मुसलमानों के दुश्मन हैं, यह बिल इस बात का सबूत है। उन्होंने लोकसभा में अपने भाषण की एक क्लिप भी सोशल मीडिया पर शेयर की।
जब लोकसभा में वक्फ बोर्ड संशोधन बिल पेश किया गया, तब उद्धव गुट के सभी सांसद गायब रहे। इसे लेकर वारिस पठान ने कहा कि महाराष्ट्र का मुसलमान सब देख रहा है।
वक्फ संशोधन विधेयक 2024 को लेकर आजाद समाज पार्टी कांशीराम के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि यह सरकार मुसलमानों की हितैषी तो बिल्कुल नहीं है। उसने संविधान को कैसे दरकिनार कर दिया।
आज सदन में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पेश किया गया। हालांकि यह बिल आज संसद में पास नहीं हो सका। इसे लेकर जमीयत उलेमा मुंबई के अध्यक्ष मौलाना एजाज कश्मीर ने बयान देते हुए कहा कि मोदी सरकार वक्फ की जमीन पर कब्जा करना चाहती है।
सदन की कार्यवाही के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। इस दौरान अमित शाह सपा मुखिया पर भी भड़कते हुए नजर आए।
गुरुवार को लोकसभा में वक्फ बिल पेश हुआ जिस पर काफी हंगामा हुआ। हालांकि, भाजपा की सहयोगी जेडीयू इस बिल के समर्थन में दिखी। जेडीयू सांसद ललन सिंह ने कहा है कि ये बिल कहीं से भी मुस्लिम विरोधी नहीं है।
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने आज लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पेश किया। हालांकि सदन में आज यह बिल पेश नहीं हो पाया। इस दौरान सदन में खूब हंगामा देखने को मिला। बता दें कि इस पर अब मायावती की प्रतिक्रिया आई है।
केंद्रीय अल्पसंख्य कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में वक्फ संशोधन विधेयक 2024 पेश किया। इस दौरान सदन में खूब हंगामा देखने को मिला। हालांकि आज यह बिल पास नहीं हो सका है। बता दें कि इसे लेकर विपक्षी दलों द्वारा खूब विरोध किया जा रहा है।
मध्य प्रदेश के मुस्लिम वक्फ बोर्ड चेयरमैन सनवर पटेल ने आज लोकसभा में पेश हुए वक्फ बोर्ड संशोधन बिल का स्वागत किया है।
लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल भारी शोरगुल के बीच पेश हुआ। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि सच्चाई ये है बीजेपी अपने चंद कट्टर समर्थकों के तुष्टिकरण के लिए यह बिल ला रही है।
मोहसिन रजा ने कहा कि 1995 के वक्फ एक्ट और 2013 के संशोधन में जो बदलाव लाया जा रहा है वह देश हित में और जनहित में है। पुराना वक्फ कानून कांग्रेस की एक सोची समझी साजिश थी।
वक्फ बोर्ड संशोधन बिल 2024 लोकसभा में पेश कर दिया गया है। इस बिल का कांग्रेस, सपा समेत इंडिया गठबंधन के दलों ने जोरदार विरोध किया है।
वक्फ बोर्ड कानून में संशोधन का कांग्रेस, सपा, एनसीपी शरद पवार गुट समेत कई पार्टियों ने विरोध किया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट कर सरकार पर जमकर निशाना साधा।
गुजरात में एक पैटर्न देखने में आया है कि लोग किसी की भी जमीन पर अवैध कब्जे को कानूनी जामा पहनाने के लिए उसे वक्फ बोर्ड से नोटिफाई करवा लेते हैं। आइए अब आपको 3 केस स्टडी से समझाते हैं कि कैसे वक्फ बोर्ड किसी अवैध कब्जे को कानूनन वैध बना देता है।
वक्फ बोर्ड कानून में संसोधन का कई पार्टियों ने विरोध करना शुरू कर दिया है। इस कानून में 40 संसोधन किए जा सकते हैं। अन्य विपक्षी दलों के साथ सपा भी इस संसोधन का विरोध कर सकती है।
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